प्याज के छिलके को बालों में कैसे लगाएं?
इसे सुनेंरोकेंबालों को कलर करें प्याज के छिलके बालों की ग्रोथ को ही नहीं बढ़ते हैं बल्कि एक अच्छी नेचुरल हेयर डाई भी हैं, जो इसे एक सुंदर गोल्डन ब्राउन रंग देते हैं। आपको इसे बनाने के लिए एक हिस्से पानी में प्याज के छिलके डालकर लगभग एक घंटे तक उबालना होगा। उसके बाद, इसे रात भर ठंडा होने दें। अगले दिन इसे छानकर बालों में लगाएं।
प्याज के छिलके की खाद कैसे बनाएं?
इस प्राकृतिक कच्चे छिलके का उपयोग करके, आप अपने पौधों के लिए एक जैविक खाद बना सकते हैं….
- तीन से चार मुट्ठी प्याज के छिलके लें.
- इन्हें एक लीटर पानी में भिगो दें.
- मिक्स को ढककर 24 घंटे के लिए रख दें.
- हालांकि, सर्दियों के दौरान इस अवधि को 48 घंटे तक बढ़ा दें.
- इसके बाद सीधे इस्तेमाल के लिए एक कंटेनर में छान लें.
प्याज की चाय कैसे बनाएं?
इसे सुनेंरोकेंप्याज की चाय बनाने के लिए पानी को उबालकर इसमें कटे हुए प्याज डालें और अच्छी तरह उबालने के बाद इसे छान लें। अब इसमें नींबू या स्वाद के लिए ग्रीन टी बैग भी डाल सकते हैं। मिठास के लिए शहद का उपयोग किया जा सकता है।
हम आपको बताएंगे कि क्यों और कैसे प्याज के छिलके आपके लिए बहुत लाभदायक हो सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंएलर्जी को करता है दूर शरीर में एलर्जी हो जाती है जिस वजह से शरीर में खुजली हो जाती है. इसके लिए प्याज का छिलका काफी फायदेमंद रहता है. प्याज के छिलके का पानी अपनी शरीर पर लगा लें और फिर उसे साफ कर लें. करीब दो से तीन के अंदर प्याज के पानी से शरीर को साफ करने से एलर्जी कम होने लगेगी.
बालों में प्याज के छिलके लगाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंबालों की ग्रोथ बढ़ती है ज्यादातर लोग लंबे और घने बाल चाहते हैं. ऐसे में प्याज के छिलकों को उबाल कर लगाने से बालों की समस्या दूर हो जाएगी. साथ ही डैंड्रफ से भी छुटकारा मिलेगा. इस उपाय को लगाने से आपके बाल तेजी से बढ़ेंगे.
प्याज के छिलके में कौन सा तत्व पाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंप्याज के छिलकों में जीरो कोलस्ट्रोल, फाइबर, शक्कर, प्रोटीन, विटामिन C, विटामिन B6 और मैगनीज पाया जाता है।
जीवामृत कैसे तैयार करें?
इसे सुनेंरोकेंघन जीवामृत एक सूखी खाद है जिसे बुवाई के समय या पाने देने के तीन दिन बाद दे सकते हैं। इसे बनाने के लिए 100 किलो गोबर, एक किलो गुड़, एक किलो किसी भी गाय का बेसन, 100 ग्राम खेत की जीवाणुयुक्त मिट्टी, पांच लीटर गोमूत्र इन सभी चीजों को फावड़ा से अच्छे से मिला लें। इस खाद को 48 घंटे छांव में फैलाकर जूट की बोरी से ढक दें।
जीवामृत कितने दिन में तैयार होता है?
इसे सुनेंरोकेंलगभग 5-6 दिनों तक प्रतिदिन इसी कार्य को करते रहना चाहिए. लगभग 6-7 दिन के बाद, जब घोल में बुलबुले उठने कम हो जाये तब समझ लेना चाहिए कि जीवामृत तैयार हो चुका है. जीवामृत का बनकर तैयार होना ताप पर भी निर्भर करता है अतः सर्दी में थोड़ा ज्यादा समय लगता है किन्तु गर्मी में 2 दिन पहले तैयार हो जाता हो जाता है.
जीवामृत तैयार करने में कितना समय लगता है?
इसे सुनेंरोकें2 से 4 दिन बाद यह मिश्रण इस्तेमाल के लिये तैयार हो जायेगा. उपयोग की विधि-एक एकड़ जमीन के लिये 200 लीटर जीवामृत मिश्रण की जरूरत पड़ती है. किसान को अपनी फसलों में महीने में 2 बार छिड़काव करना होगा. इसे सिंचाई के पानी में मिला कर भी उपयोग किया जा सकता है.