Ma कितने सब्जेक्ट से होता है?
इसे सुनेंरोकेंMA का पूरा नाम (Master of Arts) होता है। ये एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री (post-graduation degree) है। इसके अंदर मानविकी, भूगोल, नृविज्ञान समाजिक विज्ञान, संचार, और भाषा विज्ञान, इत्यादि सब्जेक्ट पढ़ाये जाते है।
संस्कृत में ma कैसे करें?
आइए विस्तार से जानते हैं कि MA Sanskrit कैसे करें।…Sanskrit में MA कैसे करें?
Course | MA Sanskrit |
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Full form | Masters of Arts in Sanskrit |
Duration | 2 वर्ष |
MA की डिग्री से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंMA का पूरा नाम (Full Form) मास्टर ऑफ़ आर्ट्स (Master of Arts) होता है यह एक मास्टर डिग्री कोर्स है जो आपको आर्ट के विषय में मास्टर की उपाधि देती है. MA आपको Arts के क्षेत्र में Visual Arts, Literature, Performing Arts और इनके अंतर्गत आने वाले छेत्र Dance, Music, Drama, Movie, Media आदि में विशेष शिक्षा प्रदान करता है.
Ma करने से क्या क्या फायदे हैं?
MA करने के फायदे? (MA Karne Ke Fayde)
- कुछ स्कूल या कॉलेज ऐसे हो सकते हैं जहां कि आप सीधे एम ए करने के बाद नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- अगर आप m.a. करने के बाद b.
- एम ए करने के बाद आप इंटर कॉलेज प्रवक्ता बन सकते हैं।
- IAS तथा PCS के कुछ महत्वपूर्ण पदों में नौकरी करने के लिए m.a. करना बेहद महत्वपूर्ण है।
संस्कृत से एम ए करने के बाद क्या करें?
इसे सुनेंरोकेंमास्टर ऑफ आर्ट्स संस्कृत विषय की महत्वता को समझते हुए स्नातकोत्तर का कोर्स कीजिए। जिसकी अवधि 2 वर्ष की होती है तदोपरांत आप संस्कृत विषय में पारंगत हो जाएंगे। लेकिन संस्कृत विषय में एक खोजी के तौर पर गहन शोध करने के लिए आपको डॉक्टरेट की उपाधि लेनी होगी जिसके लिए पीएचडी करना होगा।
संस्कृत शिक्षक कैसे बने?
इसे सुनेंरोकेंसंस्कृत अध्यापक बनने के लिए सबसे पहले आपको हाई स्कूल से ही संस्कृत सब्जेक्ट का चुनाव करें। इसके बाद 12वीं पास करने के बाद की उच्च शिक्षा संस्कृत विषय से कर सकते है। इसके बाद आप ग्रेजुएशन की पढ़ाई में भी संस्कृत विषय का चुनाव करें। इसके बाद आपको पोस्ट ग्रेजुएशन में भी संस्कृत विषय का चुनाव करना होगा।