काला टीका कौन लगाता है?

काला टीका कौन लगाता है?

इसे सुनेंरोकें​डॉक्‍टर की राय है जरूरी माना कि धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार शिशु को बुरी नजर से बचाने के लिए काला टीका लगा सकते हैं लेकिन यह डॉक्‍टरी मदद का विकल्‍प नहीं हो सकता है। अगर शिशु को ज्‍यादा दिक्‍कत हो रही है तो आपको तुरंत डॉक्‍टर को दिखाना चाहिए। हालांकि, अपनी संतुष्टि के लिए आप इस तरह के उपायों को भी आजमा सकती हैं।

काला टीका क्यों लगाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकहा जाता है कि बुरी नजर से बचाने के लिए बच्चों को काला टीका लगाया जाता है। लेकिन भारत में ज्यादातर महिलाएं नवजात शिशु को काला टीका लगा देतीं है और ये सुनिश्चित भी करती हैं कि अब बच्चे को नजर नहीं लगेगी। रिलेशनशिप डेस्क। आपने कई बार छोटे बच्चों को उनके माथे के बांयीं ओर काला टीका लगाते हुए देखा होगा।

काला टीका लगाने से क्या फायदा?

इसे सुनेंरोकेंजानकारों का मानना है कि काले टीका लगाने से नेगेटिव औरा का असर क्षीण हो जाता है. कहते हैं कि काले रंग से नजर लगाने वाले की एकाग्रता भंग हो जाती है. इस कारण बच्चे पर नेगेटिव एनर्जी हावी नहीं हो पाती और बच्चा बुरी नजर से बच जाता है.

टीका क्यों लगाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंनई दिल्ली: भारतीय सनातन धर्म में टीका या तिलक लगाने को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. किसी तरह की पूजा-पाठ हो, कोई धार्मिक कार्य हो, कोई शुभ या मांगलिक कार्य हो, कहीं यात्रा पर निकलना हो, या फिर किसी कार्य में सफलता पाने की इच्छा हो- इन सभी में व्यक्ति के माथे पर तिलक (Applying Tilak) लगाया जाता है.

माथे पर टीका लगाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंसुबह या दोपहर में चन्दन, अष्टगंध या कुमकुम का तिलक लगाने से मन मस्तिष्क में शांति बनी रहेगी। माथे पर लगा हुआ तिलक हिंदू संस्कृति में एक पहचान चिन्ह का काम करता है। तिलक केवल धार्मिक मान्यता ही नहीं है बल्कि इसके कई वैज्ञानिक कारण भी है।

मस्तक पर चंदन लगाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंअगर आप हर दिन चंदन का तिलक अपने माथे पर लगाते हैं तो दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्राव संतुलित तरीके से होता है, जिससे उदासी दूर होती है और मन में उत्साह जगता है. यह उत्साह मनुष्य को अच्छे कामों में लगाता है. साथ ही इससे तनाव कम होता है और सिरदर्द की समस्या में कमी आती है.