तौलिए एकांकी में किसका वर्णन है?

तौलिए एकांकी में किसका वर्णन है?

इसे सुनेंरोकेंइस एकांकी में ऐसी ही साधारण समस्या को लेकर पारिवारिक जीवन की झांकी प्रस्तुत की गयी है . पति पत्नी की वैचारिक विषमता और भिन्न भिन्न जीवन दृष्टिकोण को लेकर नाटककार ने एक नाटकीय कथा की सृष्टि की है . शिष्टाचार और स्वच्छता की सनक रखने वाला व्यक्ति जिंदगी को पूरी तरह जी नहीं पाता ,यही इस एकांकी का कथ्य है .

तौलिए एकांकी में किस पात्र की जीवन शैली अनुकरणीय है और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंबसन्त जीवन की स्वाभाविकता का पक्षधर है। वह परिवार के किसी भी सदस्य की तौलिया प्रयोग कर सकता है। मित्रों के साथ रजाई में बिना पैर धोए बैठकर चाय पी सकता है। इसमें उसे सुख लगता है परन्तु मधु को ऐसा नहीं लगता।

तौलिया एकांकी के नायक का नाम क्या है?

उपेन्द्रनाथ अश्क
जन्म 14 दिसम्बर 1910 जलंधर
मृत्यु 19 जनवरी 1996 प्रयागराज
नागरिकता ब्रिटिश राज, भारत
व्यवसाय लेखक, नाटककार

एक दिन एकांकी का मुख्य पात्र कौन हैं?

इसे सुनेंरोकें➲ ‘एक दिन’ एकांकी का प्रमुख पात्र ‘राजनाथ’ है। इस एकांकी का मुख्य मात्र ‘राजनाथ’ नाम का व्यक्ति है। एकांकी में राजनाथ के अतिरिक्त कई अन्य पात्र हैं, जिसमे राजनाथ का पुत्र मोहन और पुत्री शीला है।

तौलिए एकांकी में कौन सी टीम पर प्रकाश डाला गया है?

इसे सुनेंरोकें1 Answer. उपेन्द्रनाथ अश्क का एकांकी “तौलिये” एक उद्देश्यपूर्ण रचना है। एकांकीकार ने इसमें जीवन में सफाई और स्वच्छता का महत्त्व बताने के साथ ही उसके वास्तविक स्वरूप पर भी प्रकाश डाला गया है। मधु सफाई को अत्यन्त महत्त्वपूर्ण मानती है।

तौलिये एकांकी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंतौलिये’ एकांकी में एकांकीकार ने संदेश दिया है कि सफाई रखना अच्छा तथा आवश्यक गुण है। मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता का बराबर ध्यान रखना चाहिए। किन्तु स्वच्छता के प्रति अतिरंजित विचार होना ठीक नहीं है। सफाई रखने की भावना सनक नहीं बननी चाहिए तथा उससे परिवार का वातावरण अशान्त नहीं कर देना चाहिए।

एक दिन एकांकी का मुख्य पात्र कौन है?

तोलिए एकांकी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

एक दिन एकांकी किसकी रचना है?

इसे सुनेंरोकें(iv) हबीब तनवीर का जीवन परिचय । (v) ‘एक दिन’ एकांकी के आधार पर शीला का चरित्र-चित्रण कीजिए।

एक दिन एकांकी का रचनाकार कौन है?

इसे सुनेंरोकें__(iv) हबीब तनवीर का जीवन परिचय। (v) ‘एक दिन’ एकांकी के आधार पर शीला का चरित्र-चित्रण छिन्न जि कीजिए। as (vi) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की निबन्ध शैली को संक्षेप में लिखिए।