चेकबुक के लिए एप्लीकेशन कैसे लिखे?
इसे सुनेंरोकेंमैं बीते वर्षो से आपके बैंक का लाभ लेता आ रहा हूं। महोदय कारण यह की मुझे लेनदेन में समस्या आ रही है (यहां पर अपना कारण बताएं) इस समस्या के कम करने के लिये मुझे अपने खाते का एक चेकबुक चाहिए। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारे खाते का एक चेकबुक प्रदान करने की कृपा करें जिसके लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा। सधन्यवाद!
चेक बाउंस केस कितने दिन चलता है?
इसे सुनेंरोकेंयदि आपका कोई चेक बाउंस होता है, तो देनदार को 30 दिन के अंदर नोटिस भेजना होता है. नोटिस भेजने के बाद भी अगर देनदार 15 दिन तक अगर देनदार कोई जवाब नहीं देता है, तो लेनदार उसके खिलाफ केस दायर कर सकता है. चेक बाउंस होने पर देनदार को 2 साल की सजा हो सकती है. साथ ही देनदार को ब्याज के पूरा रुपया चुकाना पड़ता है
बैंक से चेक बुक लेने के लिए क्या करना पड़ेगा?
इसे सुनेंरोकेंअगर आपका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई में अकाउंट है तो आप ऑनलाइन माध्यम से चेक बुक के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अब नई चेकबुक के ऑर्डर के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं है और आप ऑनलाइन माध्यम से या एटीएम के जरिए चेकबुक ऑर्डर कर सकते हैं. इसके बाद बैंक आपके रजिस्टर्ड नंबर पर नई चेकबुक भेज देता है
चेक बुक से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंचेक बुक पर आपके अकाउंट नंबर के अलावा नीचे की ओर 23 डिजिट लिखे होते हैं. ये 23 डिजिट 4 हिस्से में बंटे होते हैं. बैंक अकाउंट है तो चेकबुक का इस्तेमाल आमतौर पर आप भी करते होंगे. चेक पर आपके अकाउंट नंबर के अलावा नीचे की ओर 23 डिजिट लिखे होते हैं
चेक बुक की वैलिडिटी कितनी होती है?
इसे सुनेंरोकेंबता दें कि एसबीआई अपने ग्राहकों को एक साल के सीमित चेक देता है. अगर आप इससे ज्यादा चेक का इस्तेमाल करते हैं तो आपको नई चेक बुक के लिए चार्ज देना होता है. अभी एसबीआई ग्राहकों को सबसे कम चेक दे रहा है, इसलिए एसबीआई के ग्राहकों को ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है
चेक बुक कितने प्रकार के होते हैं?
चेक मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं –
- खुला चेक – Open Cheque. खुला चेक वह चेक होता है जिसे बैंक में प्रस्तुत कर काउंटर पर ही नकद प्राप्त किया जा सकता है.
- बेयरर चेक – Bearer Cheque.
- क्रॉस्ड चेक – Crossed Cheque.
- आदेश चेक – Order Cheque.
कैसे एसबीआई में चेक भुगतान रोकने के लिए?
- चेक भुगतान रोकने के लिए आपको एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा.
- अब’ई-सर्विसेज’ सेक्शन के तहत ‘स्टॉप चेक पेमेंट’ विकल्प पर क्लिक करें.
- अब उस खाते का चयन करें जिससे चेक जारी किया गया है.
- इसके बाद पोर्टल आपसे ‘स्टार्ट चेक नंबर’ और ‘एंड चेक नंबर’ देने को कहता है.
- उपयोगकर्ता को चेक के प्रकार का चयन करना होगा.
चेक बाउंस होने पर क्या कार्रवाई करनी चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंसिविल कोर्ट में मुकदमा अगर 15 दिन में पैसा मिल जाए तो मामला सुलझ जाता है. अगर ऐसा नहीं होता तो यह मामला कानूनी प्रक्रिया में ले जा सकते हैं. इसके लिए चेक देने वाले के खिलाफ निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट 1881 की धारा 138 के तहत सिविल कोर्ट में केस दर्ज कर सकते हैं. इसमें आरोपी को 2 साल की जेल और जुर्माने का प्रावधान है