C सकल लाभ की गणना कैसे की जाती है?
सकल लाभ किसी भी कंपनी के आय स्टेटमेंट पर दिखाई देगा या इस सूत्र के साथ भी गणना की जा सकती है:
- सकल लाभ = राजस्व – बेची गई सामान की कीमत
- सकल लाभ मार्जिन = सकल लाभ/राजस्व = (राजस्व – बेचे हुये माल की लागत) / राजस्व
- सकल लाभ अनुपात एक लाभप्रदता अनुपात है, जो सकल लाभ और कुल शुद्ध बिक्री राजस्व के बीच के संबंध को दर्शाता है।
सकल लाभ अनुपात से क्या आशय है?
इसे सुनेंरोकेंसकल लाभ अनुपात लाभ की सीमा दर्शाता है। ऊँचा सकल लाभ अनुपात प्रबन्धकों के लिए अत्यन्त संतोष का विषय हैं। यह बेचे गये माल की नीची लागत को दर्शाता है।
संचालन लाभ एवं शुद्ध लाभ से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंसकल लाभ में से संचालन तथा गैर-संचालन दोनों के व्ययों को घटाने और गैर-संचालन आयों को जोड़ने पर जो राशि आती है, उसे शुद्ध लाभ या Net Profit कहा जाता है
सकल हानि क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसकल हानि को लाभ या शुद्ध हानि को दर्शाता है।
सकल लाभ क्या हैं?
इसे सुनेंरोकेंनिर्माण की लागत से आय की अधिकता सकल लाभ कहलाता है। निर्माण लागत में उत्पाद का क्रय मूल्य तथा प्रत्यक्ष व्यय शामिल होते हैं। सकल लाभ के संदर्भ में आय से अभिप्राय वस्तुओं के विक्रय तथा सेवाओं के प्रदान करने से प्राप्त आय से है और लागत से आशय बेचे गए माल व प्रदान की गई सेवाओं की लागत से है।
सकल लाभ ज्ञात करने के लिए कौन सा खाता बनाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंव्यापार खाता (Trading Accounts) व्यापार खाता सकल लाभ हानि ज्ञात करने के लिये तैयार किया जाता है इसमें जिन वस्तुओं का व्यापार किया जाता है उससे संबंधित क्रय एवं विक्रय खातों के शेष तथा उनसे संबंधित प्रत्यक्ष खर्चों के खाते जैसे मजदूरी खाता, आवक भाड़ा आदि।
चालू अनुपात क्या है?
इसे सुनेंरोकेंचालू अनुपात 2
संचालन का क्या लाभ है?
इसे सुनेंरोकेंअश्व संचालन योग के लाभ अश्व संचालन योग से जंघाओं में स्थित तनाव दूर होता है। यह मुद्रा मेरूदंड को सीधा बनाने रखने के लिए कारगर होता है। यह छाती और हिप्स के लिए अच्छा व्यायाम होता है। इससे श्वसन क्रिया अच्छी रहती है।
शुद्ध लाभ से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंनिवल आय या शुद्ध लाभ एक प्रकार का आय या लाभ होता है, जो किसी वस्तु को बेचने से विक्रय करने वाले को क्रय करने वाले व्यक्ति द्वारा दिया जाता है। जिसमें विक्रय करने वाले के कुल खर्च को उसके कुल मिले हुए पैसों से हटाया जाता है तो यह आय मिलती है। सामान्यतः यह आय कर देने के बाद बचने वाले पैसों को कहते हैं।
आय और व्यय खाता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआय तथा व्यय खाते का उद्देश्य एक व्यापारिक संस्थान के लिए लाभ व हानि खाते की तरह ही होता है। सभी व्यय तथा हानियों को व्यय पक्ष में तथा सभी आय तथा लाभों को आय पक्ष में दर्शाया जाता है। यह निवल प्रचालन परिणाम, अधिशेष के रूप में (आय का व्यय पर आधिक्य) तथा छपाई (व्यय पर आय का आधिक्य) के रूप में दर्शाता है
लाभ और हानि खाते में डेबिट पक्ष की कुल राशि पर क्रेडिट पक्ष की कुल राशि को क्या कहा जाता है?
इसे सुनेंरोकेंयदि लाभ-हानि खाते के डेबिट पक्ष का योग क्रेडिट पक्ष के योग से अधिक होता है तो अन्तर की राशि शुद्ध हानि (Net Loss) कहलाती है और यदि इसके क्रेडिट पक्ष का योग डेबिट पक्ष के योग से अधिक होता है तो अन्तर की राशि शुद्ध लाभ (Net Profit) कहलाती है