ी के चक्रीय प्रवाह क्या है?

ी के चक्रीय प्रवाह क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआय का परिपत्र प्रवाह अर्थशास्त्र का एक मॉडल है। यह मॉडल अर्थव्यवस्था के प्रमुख बाजारों मे होने वाले लेन-देन को आर्थिक एजेंटों के बीच के पैसे एव्ं माल और सेवाओं के प्रवाह के रूप में दार्शाता है। इसके अभिन्न भाग है – राजनीतिक अर्थव्यवस्था की आलोचना, जॉन मेनार्ड कीन्स की “जनरल थ्योरी”, ब्याज और पैसा, आदि।

मौद्रिक प्रवाह क्या है?

इसे सुनेंरोकें​मौद्रिक प्रवाह किसे कहते है? उ0 – ​एक मौद्रिक अर्थव्यवस्था में, परिवारों एवं व्यावसायिक फर्मों के बीच मुद्रा द्वारा लेन-देन होता है। उसे मौद्रिक प्रवाह कहते है। परिवार के द्वारा आर्थिक संसाधनों जैसे भूमि, श्रम, पँूजी, साहस आदि की आपूर्ति व्यावसायिक फर्मों को की जाती है।

वैश्वीकरण से जुड़ा संगठन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवैश्वीकरण का शाब्दिक अर्थ स्थानीय या क्षेत्रीय वस्तुओं या घटनाओं के विश्व स्तर पर रूपांतरण की प्रक्रिया है। इसे एक ऐसी प्रक्रिया का वर्णन करने के लिए भी प्रयुक्त किया जा सकता है जिसके द्वारा पूरे विश्व के लोग मिलकर एक समाज बनाते हैं तथा एक साथ कार्य करते हैं।

वैश्वीकरण क्या है पीडीऍफ़?

इसे सुनेंरोकेंविचार ,पूँजी ,वस्तु, सेवाओं का विश्वव्यापी प्रवाह वैश्वीकरण कहलाता है । वैश्वीकरण एक बहुआयामी अवधारणा है इसके राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक आयाम है। यद्यपि वैश्वीकरण की उत्पत्ति के लिए सिर्फ कोई एक कारण उत्तरदायी नही है ,फिर भी सूचना प्रौद्योगिकी एवं लोगों की सोच में विश्वव्यापी जुडाव का बढना महत्वपूर्ण कारण है ।

पूंजी की सीमांत उत्पादकता क्या है इसकी व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंपूंजी की सीमान्त उत्पादकता से अभिप्राय नए निवेश से प्राप्त होने वाले लाभ की अनुमानित दर से है। किसी विशेष पूंजीगत पदार्थ की सीमान्त उत्पादकता से अभिप्राय उस अनुमानित आय की दर से है जो पूंजी पदार्थ की एक नई या अतिरिक्त इकाई के लगाने से प्राप्त होती है।

स्टॉक और प्रवाह में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंस्टॉक एक समय बिंदु या निश्चित समय पर मापा जाने वाला चर है। प्रवाह वह चर है जो एक निश्चित समयावधि पर मापा जाता है। स्टॉक का समय-काल नहीं होता है। प्रवाह का समय-काल होता है।

अर्थशास्त्र में गुणक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंगुणक से अभिप्राय निवेश में होने वाले परिवर्तन के कारण आय में होने वाले परिवर्तन से है। जब निवेश में वृद्धि होती है तो आय में उतनी ही वृद्धि नहीं होती जितनी के निवेश में वृद्धि हुई है बल्कि आय में निवेश की वृद्धि की तुलना में कई गुणा अधिक वृद्धि होती है। जितने गुणा यह वृद्धि होती है उसे ही गुणक कहते है।

वैश्वीकरण कब शुरू हुआ?

इसे सुनेंरोकेंभारत में 1991 में अपनाई गई नई आर्थिक नीति से भूमंडलीकरण की शुरुआत हुई

वैश्वीकरण का सांस्कृतिक प्रभाव क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसंपूर्ण विश्व में बढ़ी हुई सांस्कृतिक अंतर्सबंधता का द्योतक है। लोगों के उत्प्रवास, पर्यटन, वैश्विक अर्थव्यवस्था और राजनीतिक संस्थाओं के कारण दुनिया के विभिन्न भागों में सादृश्य जीवन पद्धति के रूप में इसे देखा जा सकता है। वैश्वीकरण क्षेत्रीय संस्कृति के लिए विकल्प उपलब्ध कराता है।

वैश्वीकरण क्या है भारत में वैश्वीकरण का प्रभाव समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंवैश्वीकरण एक सतत् चलने वाली प्रक्रिया है जिसमें दुनिया के सभी देश एक-दूसरे से आर्थिक, राजनीतिक तथा सांस्कृतिक रूप से जुड़े हुए हैं। इस प्रक्रिया में सभी संभव स्तरों पर वैश्विक संचार बढ़ता है तथा विश्व में एकरूपता और क्षेत्रीयता दोनों की प्रवृत्ति बढ़ती है। वैश्वीकरण के फलस्वरूप भारतीय समाज में मध्यम वर्ग का उदय हुआ।

वैश्वीकरण का राज्य की भूमिका पर क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: वैश्वीकरण का राष्ट्रीय सम्प्रभुता पर प्रभाव-वैश्वीकरण के कारण राष्ट्रीय राज्य की अवधारणा में परिवर्तन आया है। सम्पूर्ण विश्व में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की स्थापना होने से विभिन्न राज्यों की स्वायत्तता प्रभावित हुई है