18 सो 57 की क्रांति का प्रमुख कारण क्या था?
इसे सुनेंरोकें1857 के विद्रोह का प्रमुख राजनीतिक कारण ब्रिटिश सरकार की ‘गोद निषेध प्रथा’ या ‘हड़प नीति’ थी। यह अंग्रेजों की विस्तारवादी नीति थी जो ब्रिटिश भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी के दिमाग की उपज थी। कंपनी के गवर्नर जनरलों ने भारतीय राज्यों को अंग्रेजी साम्राज्य में मिलाने के उद्देश्य से कई नियम बनाए।
1911 को चीन क्रान्ति के क्या कारण थे?
इसे सुनेंरोकेंतात्कालिक कारण 1911 ई. के पूर्व सही पिकिंग की केन्द्रीय सरकार के विरूद्ध प्रांतीय शासकों में विरोध की भावना विकसित हो रही थी। पिकिंग की सरकार से अनुमति प्राप्त कर कई विदेशी फर्म में चीन में रेलवे लाइनों का निर्माण करा रही थी। चीन के कई प्रांतपति चाहते थे कि उनके सूबों में उन्हें ही रेलवे लाइन का निर्माण का अधिकार मिले।
१८५७ का विद्रोह मुख्यतः विफल क्यों हुआ *?
इसे सुनेंरोकें(3) केन्द्रीय योजना का अभाव – सब नेताओं के अपने-अपने स्वार्थ थे, जिनकी पूर्ति के लिए वे प्रयत्नशील थे। इसके विपरीत अंग्रेजों की योजना बिल्कुल स्पष्ट थी और उनके पास कर्मठ नेता थे, जिन्होंने क्रान्ति को असफल करने में किसी भी बात की कसर नहीं छोड़ी और उन्होंने हरसम्भव साधन का प्रयोग किया।
1905 की रूसी क्रान्ति के क्या परिणाम थे?
इसे सुनेंरोकें1905 की रूसी क्रांति का प्रभाव उसने पुलिस को विशेषाधिकार प्रदान करके क्रांतिकारियों का बड़ी कठोरता से दमन किया। हजारों की संख्या में लोग फाँसी पर चढ़ा दिये गये और अनेक लोगों को साइबेरिया निर्वासित कर दिया गया । उसने मताधिकार को सीमित करके ड्यूमा को निर्बल बना दिया और उसके क्रांतिकारी स्वरूप का अंत कर दिया
अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति क्या था?
इसे सुनेंरोकेंआपको बता दें 10 मई, अट्ठारह सौ सत्तावन को मेरठ से ही प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल फूंका गया था, जिसके तहत 85 सैनिकों का कोर्टमार्शल कर उनकी वर्दी उतरवाई गई थी और इस विद्रोह की वजह थी कि मेरठ में 24 अप्रैल अट्ठारह सौ सत्तावन को कार्बाइन की परेड हुई जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई
अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?
इसे सुनेंरोकेंवहीं, भारत में साम्राज्यवादी सत्ता को मजबूत करने के लिए कई दूसरे कदम भी उठाए गए. निरंकुश हो चुकी ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का नाम बदल दिया गया. इसके बाद भारत पर शासन का पूरा अधिकार महारानी विक्टोरिया के हाथों में आ गया.
1911 की चीनी क्रांति का नेता कौन था?
युआन शिकाई
हुआंग जिंगDuan Qiruiचिंग राजवंशZhang ZuolinMa Anliang
१९११ की चीन की क्रांति/कमांडर
1911 की चीन की क्रांति के मुख्य नेता का नाम क्या था?
इसे सुनेंरोकें(3) चीनी क्रांति का नायक सनयात सेन था. (4) सनयात सेन ने तुंग-मेंग दल (1905 ई. (5) तुंग-मेंग दल की स्थापना का मकसद चीन में मंजू वंश के शासक को खत्म करना था. (6) क्रांतिकारियों ने सनयात सेन को अपनी सरकार का अध्यक्ष 29 दिसंबर 1911 ई
विद्रोह का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंविद्रोह या बगावत आज्ञाकारिता या आदेश का इनकार है। यह एक स्थापित प्राधिकरण के आदेश के खिलाफ खुले प्रतिरोध को संदर्भित करता है। विद्रोही या बागी वह व्यक्ति है जो विद्रोह या विद्रोही गतिविधियों में हिस्सा लेता है।
1857 ई केआंदोलन िेंकंुवर मसंह का नाि क्यों उल्लेखनीय है?
इसे सुनेंरोकेंदिल्ली के अतिरिक्त कानपुर, लखनऊ, बरेली, बुंदेलखंड और आरा में भी भीषण विद्रोह हुआ। इसी आंदोलन के आधार पर स्वतंत्रता आंदोलन की नींव पड़ी। इसी विद्रोह में वीर कुंवर सिंह का नाम उल्लेखनीय है। युद्ध कला में ये पूर्णतया निपुण थे ये छापामार युद्ध प्रणाली के आधार पर लड़ा करते थे।
फरवरी क्रांति के दौरान क्या नारा बुलंद किया गया था?
इसके परिणामस्वरूप रूस से ज़ार के स्वेच्छाचारी शासन का अन्त हुआ तथा रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य (Russian Soviet Federative Socialist Republic) की स्थापना हुई। यह क्रान्ति दो भागों में हुई थी – मार्च 1917 में, तथा अक्टूबर 1917 में।…रूसी क्रांति
रूसी क्रान्ति | |
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इम्पीरियल रूसी सेना | रेड गार्ड: 200,000 |
a. मार्च 1917 ,15 तक. |
रूसी क्रांतिकारियों का प्रमुख उद्देश्य क्या था?
इसे सुनेंरोकेंअक्टूबर क्रान्ति- जनता की सबसे महत्त्वपूर्ण चार माँगें थीं- शांति, भूमि का स्वामित्व जोतने वालों को, कारखानों पर मजदूरों का नियंत्रण तथा गैर-रूसी जातियों को समानता का दर्जा