द्वितीयक डेटा का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंमाध्यमिक डेटा को संदर्भित करता है डेटा कि प्राथमिक उपयोगकर्ता के अलावा अन्य किसी के द्वारा एकत्र किया जाता है। सामाजिक विज्ञान के लिए माध्यमिक डेटा के सामान्य स्रोतों में जनगणना , सरकारी विभागों द्वारा एकत्र की गई जानकारी, संगठनात्मक रिकॉर्ड और मूल रूप से अन्य शोध उद्देश्यों के लिए एकत्र किए गए डेटा शामिल हैं।
गुणात्मक साक्षात्कार क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक साक्षात्कार में गुणात्मक अनुसंधान एक वार्तालाप है जहां प्रश्न से सूचनाओं को हटाने के लिए कहा जाता है। साक्षात्कारकर्ता आमतौर पर एक पेशेवर या भुगतान किया गया शोधकर्ता होता है, कभी-कभी प्रशिक्षित होता है, जो आमतौर पर संक्षिप्त प्रश्नों और उत्तरों की एक वैकल्पिक श्रृंखला में साक्षात्कारकर्ता से प्रश्न पूछते हैं।
प्राथमिक डेटा क्या है यह द्वितीयक डेटा से कैसे भिन्न है?
इसे सुनेंरोकेंप्राथमिक डेटा कच्चे रूप में उपलब्ध होता है जबकि द्वितीयक डेटा प्राथमिक डेटा का परिष्कृत रूप होता है। यह भी कहा जा सकता है कि प्राथमिक डेटा पर सांख्यिकीय विधियों को लागू करने पर द्वितीयक डेटा प्राप्त होता है। द्वितीयक स्रोतों की तुलना में प्राथमिक स्रोतों के माध्यम से एकत्र किए गए डेटा अधिक विश्वसनीय और सटीक होते हैं।
मात्रात्मक डेटा विश्लेषण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमात्रात्मक शोध, मात्रात्मक या सांख्यिकीय सूचनाओं पर आधारित होता है। यह सर्वेक्षण, संरचनात्मक साक्षात्कार, प्रेक्षण, रिकार्ड्स और रिपोर्टों की समीक्षा पर आधारित होता है। इसके अंतर्गत शोध से सम्बद्ध समस्या या स्थिति के प्रभाव या परिणाम स्पष्ट दृष्टिगत होते हैं। गुणात्मक शोध ज्यादातर विषयनिष्ठ होता है।
सांख्यिकी से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंसांख्यिकी गणित की वह शाखा है जिसमें आँकड़ों का संग्रहण, प्रदर्शन, वर्गीकरण और उसके गुणों का आकलन क्षेत्रों में लागू है – अकादमिक अनुशासन (academic disciplines), इस से प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, मानविकी, सरकार और व्यापार आदि।
द्वितीयक आँकड़े क्या है इनके संग्रह की कोई 3 विधियां स्त्रोत की व्याख्या कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंद्वितीयक स्रोत। जो आंकड़े प्रथम बार व्यक्तिगत रूप से अथवा व्यक्तियों के समूह संस्था/संगठन द्वारा एकत्रित किए जाते हैं, आंकड़ों के प्राथमिक स्रोत कहलाते हैं। दूसरी तरफ़ जो आंकड़े किसी प्रकाशित अथवा अप्रकाशित साधनों द्वारा एकत्र किए जाते हैं, द्वितीयक स्रोत कहलाते हैं।
मात्रात्मक का अर्थ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमात्रात्मक एक विशेषण है जो मात्रा से जुड़ा हुआ है। यह अवधारणा, इस बीच, एक मात्रा, परिमाण, एक हिस्से या कई चीजों को संदर्भित करती है। इसलिए, मात्रात्मक एक निश्चित राशि के बारे में जानकारी प्रस्तुत करता है।
इसे सुनेंरोकेंद्वितीयक डेटा का अर्थ है किसी अन्य द्वारा पहले एकत्रित किया गया डेटा। सर्वेक्षण, अवलोकन, प्रयोग, प्रश्नावली, व्यक्तिगत साक्षात्कार, आदि। सरकारी प्रकाशन, वेबसाइट, किताबें, जर्नल लेख, आंतरिक रिकॉर्ड आदि। हमेशा शोधकर्ता की जरूरतों के लिए विशिष्ट।
द्वितीयक आंकड़ों के प्रमुख स्रोत कौन कौन से हैं?
इसे सुनेंरोकेंजो आंकड़े किसी प्रकाशित अथवा अप्रकाशित साधनों या स्रोतों जैसे-सरकारी, अर्धसरकारी, अंतर्राष्ट्रीय, निजी प्रकाशन, समाचार पत्र, गैर सरकारी प्रलेखों द्वारा एकत्र किए जाते हैं, उन्हें द्वितीयक स्रोत कहते हैं। भारतीय योजना आयोग, भारत का जनगणना विभाग, भारतीय सर्वेक्षण विभाग, कृषि विभाग।
शोध में द्वितीयक आंकड़ों का क्या महत्व है?
इसे सुनेंरोकेंद्वितीयक आंकड़े :- ( 1) द्वितीयक आंकड़े वे होते हैं जो पहले एकत्रित किये जा चुके होते हैं। ये किसी दूसरे उद्देश्य के लिये किसी अन्य संस्था द्वारा संग्रहित किये हुये होते हैं। (2) द्वितीयक आंकड़े मौलिक नहीं होते क्योंकि अनुसंधानकर्ता उन्हें अन्य व्यक्तियों अथवा __ संस्थाओं के अभिलेखों से प्राप्त करता है।
तथ्य संकलन के प्राथमिक स्रोत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंतथ्य संकलन के प्राथमिक स्रोत क्या होते हैं? तथ्य संकलन के प्राथमिक स्रोत शोधकर्ता स्वयं अपनी शोध कार्य में सम्मिलित इकाइयों से कांटेक्ट कर तथ्यों का संकलन प्रथम बार करता है। इसीलिए इन तथ्यों व सूचनाओं को तथ्य संकलन की प्राथमिक स्रोत कहा जाता है।
द्वितीयक आंकड़े कौन कौन से हैं?
इसे सुनेंरोकेंवे आंकड़े जिन्हें अनुसंधानकर्ता किसी अन्य संस्था द्वारा पहले से एकत्रित किए गए आंकड़ों से प्राप्त करता है, द्वितीयक आंकड़े कहलाते हैं । 3. सांख्यिकी में किसी विषय से संबंधित सभी मदों के उस समूह को जनसंख्या या समग्र कहा जाता है जिसके विषय में जानकारी प्राप्त करनी होती है ।
द्वितीयक आंकड़े प्राथमिक आंकड़े से कैसे भिन्न है?
इसे सुनेंरोकेंप्राथमिक आंकड़े मौलिक होते हैं क्योंकि अनुसंधानकर्ता ने इन्हें स्वयं एकत्रित किया है। परंतु द्वितीयक आंकड़े किसी अन्य व्यक्ति या संस्था द्वारा एकत्रित किए जाते हैं। प्राथमिक आंकड़ों का प्रयोग कच्चे माल की तरह किया जाता है। जबकि द्वितीयक आंकड़े पहले से ही तैयार होते हैं इसलिए यह एक प्रकार की तैयार सामग्री होते हैं।
आंकड़ों के प्रस्तुतीकरण से आपका क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकें(ii) आंकड़ों के प्रस्तुतीकरण से आपका क्या तात्पर्य है? उत्तर: आंकड़ों के बेहतर प्रस्तुतीकरण के लिए उन्हें तालिकाबद्ध वे वर्गीकृत किया जाता है। तुलनात्मक अध्ययन हेतु उनको आरेखों व मानचित्रों के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। उपयुक्त निष्कर्ष निकालने हेतु उन्हें अनेक प्रकार के प्रक्रमण की आवश्यकता होती है।
आंकड़ों में द्वितीयक डेटा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंद्वितीयक आंकड़े वे आंकड़े होते हैं जो पहले ही अन्य व्यक्तियों या संस्थाओं द्वारा एकत्रित किए जा चुके होते हैं और अनुसंधानकर्ता केवल उन्हें प्रयोग करता है। वैसेल के अनुसार, “जो आंकड़े दूसरे व्यक्तियों द्वारा एकत्रित किए जाते हैं उन्हें द्वितीयक आंकड़े कहा जाता है।”