अधिगम के आयाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजब सकारात्मक मनोवृत्ति और प्रत्यक्षीकरण पद अपने स्थान पर होते हैं और मस्तिष्क का उत्पादक आदतों का प्रयोग होता है तब अधिगमकर्ता अन्य तीन आयामों का वांछित चिन्तन अधिक प्रभावकता से कर सकता है अर्थात् ज्ञान प्राप्त और उसे समन्वित करना (आयाम 2), ज्ञान का विस्तार और उसे परिष्कृत करना (आयाम 3) और ज्ञान का सार्थक प्रयोग (आयाम …
सीखने के प्रतिफल से क्या आश्चर्य है उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंकक्षावार परिभाषित सीखने के प्रतिफल प्रक्रिया-आधारित हैं। ये प्रतिफल एक प्रकार से जाँच बिंदु (check point) हैं जो गुणात्मक एवं मात्रात्मक रूप में मापे जा सकते हैं। ये प्रतिफल बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए अपेक्षित ‘संपूर्ण सीखने’ के अनुसार बच्चों की प्रगति का आकलन करने में मदद करते हैं।
आकलन किसका एक महत्वपूर्ण साधन है?
इसे सुनेंरोकेंआकलनों का महत्त्व मूल्यांकन करने के औजारों की तरह है क्योंकि ये शैक्षणिक प्रक्रियाओं तथा उनके परिणामों के बारे में बुनियादी सवालों – हम कक्षाओं में क्या पढ़ा रहे हैं, विद्यार्थी सीखने की सामग्री के साथ किस तरह काम कर रहे हैं, स्कूल के परिवेश में कैसा ज्ञान दिया जा रहा है, सीखी गई बातों को विद्यार्थी किस तरह आत्मसात और ..
मूल्यांकन or आकलन में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंआकलन और मूल्यांकन दोनों का उद्देश्य बच्चों की अभिव्यक्ति, क्षमता, अनुभूति, आदि का मापन करना है। आकलन एक संक्षिप्त प्रक्रिया है और मूल्यांकन एक व्यापक प्रक्रिया है। मूल्यांकन किसी भी शैक्षिक कार्यक्रम में किसी भी पक्ष के विपक्ष में विषय में सूचना एकत्र करना उसका विया करना श्लेषण करना और व्याख्या करना है
अधिगम के कितने प्रकार है?
अधिगम के प्रकार
- संज्ञानात्मक/ज्ञानात्मक अधिगम (Cognitive / Knowledgeable Learning)
- क्रियात्मक अधिगम (Conative/ Functional learning)
- भावात्मक अधिगम (Affective learning)
अधिगम के सोपान कितने है?
इसे सुनेंरोकेंसीखने के अंतिम सोपान द्वारा केवल व्यक्ति की आवश्यकता तथा लक्ष्य की पूर्ति ही नहीं होती है, बल्कि वह नवीन सफल अनुक्रिया का पूर्व में सीखी गई अनुक्रियाओं से संबंध भी जोड़ता है । इस प्रकार वह अपने नवीन या पूर्व ज्ञान में समन्वय करता जाता है । जिसे एकीकरण या समानीकरण कहा जाता है ।