भगवान शिव के माता पिता कौन थे?
इसे सुनेंरोकेंशिव जी की उत्पत्ति दो कार्य के लिए हुई है। देवी दुर्गा और काल सदाशिव हैं महादेव के माता-पिता
भगवान शिव किसकी पूजा करते हैं?
इसे सुनेंरोकेंवंदना भारती शिव शंभु आदि और अंत के देवता है और इनका न कोई स्वरूप है और न ही आकार वे निराकार हैं. आदि और अंत न होने से लिंग को शिव का निराकार रूप माना जाता है, जबकि उनके साकार रूप में उन्हें भगवान शंकर मानकर पूजा जाता है
शंकर भगवान कौन जाति के थे?
इसे सुनेंरोकेंइसी दौरान बृजकिशोर बिंद ने कहा कि शंकर भगवान बिंद जाति के थे. उन्होंने कहा कि इसकी पुष्टि के लिए मैंने स्पष्ट शब्दों में बता दिया कि शिव पुराण भाग 2 अध्याय 36 पारा 4 में लिखा हुआ है कि शंकर भगवान जाति के बिंद थे. उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत के इतिहास को एंसिएंट हिस्ट्री कहते हैं
महादेव का जन्मदिन कब आता है?
इसे सुनेंरोकेंकूर्म पुराण के अनुसार जब सृष्टि को उत्पन्न करने में श्री ब्रह्माजी को कठिनाई होने लगी और रोते हुए उन्होनें देवाधिदेव महादेव को पुकारा- ब्रह्मा जी के आंसुओं से भूत-प्रेतों का जन्म हुआ और मुख से रुद्र उत्पन्न हुए, रूद्र भगवान शिव के अंश और भूत-प्रेत उनके गण यानी सेवक माने जाते हैं ।
भगवान शिव के गुरु कौन है?
इसे सुनेंरोकेंदेवगुरु बृहस्पति और दैत्य गुरु शुक्राचार्य दोनों के ही गुरु भगवान शिव हैं।
शंकर भगवान की उत्पत्ति कैसे हुई?
इसे सुनेंरोकेंश्रावण मास 2019: शिव जी को स्वयंभू माना गया है, यानी कि उनका जन्म नहीं हुआ और वो अनादिकाल से सृष्टि में हैं। लेकिन उनकी उत्पत्ति को लेकर अलग-अलग कथाएं सुनने को मिलती है। जैसे पुराणों के अनुसार शिव जी भगवान विष्णु के तेज से उत्पन्न हुए हैं जिस वजह से महादेव हमेशा योगमुद्रा में रहते हैं। भगवान शिव
राम किसकी पूजा करते थे?
इसे सुनेंरोकेंलंका पर विजय प्राप्त करने के लिए भगवान राम ने समुद्र किनारे शिवलिंग बनाकर शिवजी की पूजा की थी
शिव को क्यों बनना पड़ा अर्धनारीश्वर?
इसे सुनेंरोकेंतब ब्रह्माजी ने सोचा कि परमेश्वर शिव की कृपा के बिना मैथुनी सृष्टि नहीं हो सकती। अतः वे उन्हें प्रसन्न करने के लिए कठोर तप करने लगे। बहुत दिनों तक ब्रह्माजी अपने हृदय में प्रेमपूर्वक भगवान शिव का ध्यान लगा कर बैठे रहे। एक दिन उनके तप से प्रसन्न होकर भगवान उमा-महेश्वर ने उन्हें अर्धनारीश्वर रूप में दर्शन दिया
शिव का गुरु कौन है?
इसे सुनेंरोकेंकहा जाता है कि शिव जी ने ही गुरु और शिष्य परंपरा की शुरुआत की थी जिसके चलते आज भी समाज में नाथ, शैव, शाक्त आदि संतों में उसी परंपरा का निर्वाह होता आ रहा है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार भगवान शंकर की इस परंपरा को आदि शंकराचार्य वह गुरु गोरखनाथ ने आगे बढ़ाया था
संकर जाति क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसंकर (hybrid) दो भिन्न नसलों, प्रकारों, जातियों या वंशों के जीवों की लैंगिक जनन द्वारा जन्मी संतान को कहते हैं। यह आवश्यक नहीं है की संकर के गुण जनक-जननी के गुणों का औसत हों, क्योंकि कभी-कभी संकर ओज (hybrid vigour) भी देखा जाता है, जिसमें संतान अपने जनक-जननी दोनों ही से अधिक बलशाली या बड़ी होती है।
पार्वती का जन्म कब हुआ था?
इसे सुनेंरोकें6/6श्रावण मास में यहां लगता है मेला मंदिर से 5 किलोमीटर की दूरी पर माता पार्वती की जन्म भूमि मानतलाई है। यहीं पर माता पार्वती का जन्म और शिव जी से उनका विवाह हुआ था
शिव से पहले कौन था?
इसे सुनेंरोकेंभगवान ब्रह्मा सृजनकर्ता, भगवान विष्णु संरक्षक और भगवान शिव विनाशक की भूमिका निभाते हैं. त्रिदेव मिलकर प्रकृति के नियम का संकेत देते हैं कि जो उत्पन्न हुआ है, उसका विनाश भी होना तय है. इन त्रिदेव की उत्पत्ति खुद एक रहस्य है. कई पुराणों का मानना है कि भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु शिव से उत्पन्न हुए