सामाजिक सेवा से आप क्या समझते हैं अनिवार्य सामाजिक सेवा का वर्णन कीजिए?

सामाजिक सेवा से आप क्या समझते हैं अनिवार्य सामाजिक सेवा का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंसमाजसेवा वैयक्तिक आधार पर, समूह अथवा समुदाय में व्यक्तियों की सहायता करने की एक प्रक्रिया है, जिससे व्यक्ति अपनी सहायता स्वयं कर सके। इसके माध्यम से सेवार्थी वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों में उत्पन्न अपनी कतिपय समस्याओं को स्वयं सुलझाने में सक्षम होता है। अत: हम समाजसेवा को एक समर्थकारी प्रक्रिया कह सकते हैं।

क्षेत्र कार्य से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइनमें विशेष प्रकार से ग्रामीण साधनों के विकास और ग्रामीण व्यक्तियों को संगठित करने का प्रयास किया जाता है। समाज कार्य इसमें मुख्य रूप से सामुदायिक संगठन प्रणाली का प्रयोग करता है। इस क्षेत्र में प्रमुख प्रणाली तो वैयक्तिक समाज कार्य है परन्तु सामूहिक समाज कार्य एवं सामुदायिक संगठन का भी पर्याप्त प्रयोग किया जाता है।

सामाजिक संस्था से आप क्या समझते हैं वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंबोगार्डस के अनुसार ” एक सामाजिक संस्था समाज का वह ढांचा होता हैं, जो मुख्य रूप से सुव्यवस्थित विधियों के द्वारा व्यक्तियों की जरूरतों की पूर्ति के लिए संगठित किया जाता हैं। मैकाइवर और पेज “संस्था कार्यप्रणालियों के स्थापित स्वरूप या दशा को कहते है जो समूह की सामूहिक क्रियाओं की विशेषता हैं।”19 जून 2020

समाज कल्याण से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसमाज कल्याण : समाज कल्याण समाज सेवाओं और संस्थाओं की एक संगठित प्रणाली है तथा जीवन और स्वास्थ्य का संतोषजनक स्तर प्राप्त करने के लिए व्यक्ति और समूहों को सहायता उपलब्ध कराने का एक मात्र ढाँचा है।

सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य से आप क्या समझते हैं विस्तार से समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंअतः जब कार्यकर्ता एक व्यक्ति के साथ कार्य करता है तो उसे सामाजिक वैयक्तिक कार्य, जब समूह के माध्यम से व्यक्ति की सहायता करता है तो उसे सामूहिक कार्य और जब सम्पूर्ण समुदाय की सहायता करता है तो उसे सामुदायिक संगठन कार्य कहते हैं। ..

संस्था से क्या तात्पर्य है समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक समूह की कार्यप्रणाली के स्थापित स्वरूप या व्यवस्था को हम संस्था कहते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि हम समितियों का निर्माण करते हैं। जब इन नियमों को स्थायी रूप दिया जाता है और यह यह कार्यप्रणाली या कार्यविधि समाज द्वारा स्वीकृत हो जाती है तब इन नियमों एवं कार्यप्रणालियों को हम संस्था कहते हैं।

सामाजिक स्तरीकरण क्या है इसके आधारों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक स्तरीकरण (Social stratification) वह प्रक्रिया है जिसमे व्यक्तियों के समूहों को उनकी प्रतिष्ठा, संपत्ति और शक्ति की मात्रा के सापेक्ष पदानुक्रम में विभिन्न श्रेणियों में उच्च से निम्न रूप में स्तरीकृत किया जाता है।