कम्प्यूटरीकृत लेखांकन क्या है व्यवसाय लेखांकन में मिलान की भूमिका की व्याख्या कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंकम्प्यूटरीकृत लेखांकन डाटाबेस अवधारणा का प्रयोग करता है। इस उद्देश्य के लिए लेखांकन सॉफ्टवेयर का प्रयोग कम्प्यूटरीकृत लेखांकन प्रणाली को लागू करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इससे रोजनामचा, खाताबही आदि को तैयार करने की आवश्यकता दूर हो जाती है, जो कि मैनुअल लेखांकन का मुख्य भाग है।
कंप्यूटरीकृत लेखांकन से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकम्प्यूटरीकृत लेखा प्रणाली (Computerized Accounting System)-“कम्प्यूटरीकृत लेखा प्रणाली ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा सम्पूर्ण लेखांकन की गतिविधियों को कम्प्यूटर के माध्यम से संचालित किया जाता है।”
कम्प्यूटरीकृत लेखांकन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकम्प्यूटरीकृत लेखांकन प्रणाली मैनुअल लेखांकन का एक आधुनिक विकल्प है। कम्प्यूटरीकृत लेखांकन हर पहलू से मैनुअल लेखांकन पर एक बड़ा सुधार है। इससे न केवल कर देयता की गणना में समय की बचत होती है, बल्कि यह एक व्यवसायी के लिए खातों को अधिक कुशलता से माॅनिटर करने में सहायक है।
कम्प्यूटरीकृत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकम्प्यूटरीकृत सूचना सेवा कम्प्यूटरीकृत सूचना सेवा संसद सदस्यों की सुविधा हेतु ग्रंथालय के अंदर ही डिजाईन की गयी थी। यह संसदीय सूचना के विषय अनुक्रमणित संदर्भों का डाटाबेस है। बाद में, सभी डाटाबेसों को वेब फार्मेट में पूर्ण पाठ डाटाबेसों में परिवर्तित किया गया और इन्हें भारत की संसद के होम पेज पर उपलब्ध कराया गया।
लेखांकन की विशेषता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंलेखांकन की विशेषताएं व्यावसायिक लेन-देन की पहचान करना और इसे नियमित तथा सुव्यवस्थित ढंग से लेखा पुस्तकों में लिखना है । लेखा बहियों में केवल उन्हीं लेन- देन का लेखा किया जाता है जिसे मुद्रा में व्यक्त किया जा सकता है । लेखांकन व्यवसायिक लेन-देन की एक कला है । लेखांकन के अंतर्गत लेन-देन का संक्षेपण किया जाता है
लेखांकन में कंप्यूटर का क्या महत्व है?
इसे सुनेंरोकेंलेखांकन सूचना प्रणाली अन्य क्रियाशील सूचना प्रणालियों के लिए सूचनाओं का आदान-प्रदान करती है। इस प्रणाली में संस्था द्वारा किये गये व्यवसाय का सामूहिक क्रमबद्ध लेखा-जोखा होता है। कम्प्यूटर के प्रयोग के साथ, इस प्रणाली में तीव्रता से सूचनाओं का आदान-प्रदान करना एवं सुविधानुसार वित्तीय प्रतिवेदनों को निकालना है।