संपत्ति कितने प्रकार की होती है?
संपत्ति/परिसंपत्तियाँ एक व्यवसाय के पास मौजूद गुण और दूसरों के कारण होने वाली राशि है। विभिन्न प्रकार की संपत्ति हैं:
- अचल सम्पत्ति।
- वर्तमान/चल संपत्ति।
- मूर्त संपत्ति।
- अमूर्त संपत्ति।
- काल्पनिक संपत्ति।
- व्यर्थ संपत्ति।
संपत्ति का अधिकार कब खत्म किया गया?
इसे सुनेंरोकेंभारत के संविधान के 44 पर संशोधन अधिनियम 1978 द्वारा संविधान में अनुच्छेद 300 (ए) जोड़ा गया है जिसके अनुसार संपत्ति का अधिकार प्रदान किया गया है। 44 वें संविधान संशोधन द्वारा मूल अधिकार के अंतर्गत अनुच्छेद 31 द्वारा प्रदत संपत्ति के मूल अधिकार को समाप्त कर दिया गया अब वह इस अध्याय के अधीन एक संवैधानिक अधिकार है
संपत्ति आने पर क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंसंपत्ति कर या संपदा कर (अंग्रेज़ी:प्रॉपर्टी टैक्स), वह प्रत्यक्ष कर राशि होती है, जो किसी अचल संपत्ति के स्वामी द्वारा उस संपत्ति के मूल्य के अनुसार अदा किया जाता है। यह कर मुख्यत: भूमि, भूमि सुधार, मानव द्वारा निर्मित चल वस्तु जैसे घर, मकान, दुकान, भवन इत्यादि पर लागू होता है।
अचल संपत्तियों का सत्यापन कैसे किया जाता है?
के लिए प्रक्रिया संपत्ति दस्तावेज सत्यापन
- कदम 1. आवेदन: बुनियादी जानकारी प्रदान करने LegalDocs वेबसाइट पर फार्म भरें,
- कदम 2. जमा करें पृष्ठ पर नीचे उल्लेख संपत्ति से संबंधित दस्तावेज
- कदम 3. जांच और अनुमोदन: कार्यालय द्वारा उठाए गए प्रश्नों का जवाब दें और संपत्ति सत्यापन legaldocs विशेषज्ञों से अनुमोदन मिलता है।
सार्वजनिक संपत्ति कौन कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंसार्वजनिक संपत्ति के रूप में ऐसे भवन या संपत्ति को माना गया है जिसका उपयोग जल, प्रकाश, शक्ति या ऊर्जा उत्पादन या वितरण में किया जाता है। इसके साथ ही कोई तेल प्रतिष्ठान, सीवेरज, खान या कारखाना या फिर कोई लोक परिवहन या दूरसंचार साधन भी सार्वजनिक संपत्ति में आते हैं
संपत्ति का अधिकार की वर्तमान स्थिति क्या है?
इसे सुनेंरोकें✎… संपत्ति के अधिकार की वर्तमान स्थिति यह है, कि संपत्ति का अधिकार अब संविधान के तीसरे भाग में वर्णित मौलिक अधिकारों के अंतर्गत नहीं आता है। अब इसे साधारण अधिकार के अंतर्गत सम्मिलित कर दिया गया है। संपत्ति का अधिकार पहले संविधान में मौलिक अधिकारों की श्रेणी में आता था
सामान्य संपत्ति अधिकार से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंअनुच्छेद ३००-क यह उपबंधित करता है कोई भी व्यक्ति विधि के प्राधिकार के बिना अपनी संपत्ति से वंचित नहीं किया जायेगा . इसका तात्पर्य यह है कि राज्य को वैयक्तिक संपत्ति लेने का अधिकार प्राप्त है किन्तु ऐसा करने के लिए उसे किसी विधि का प्राधिकार प्राप्त होना चाहिए .
संपत्ति के अधिकार की वर्तमान स्थिति क्या है उत्तर दीजिए?
इसे सुनेंरोकेंसंपत्ति के अधिकार की वर्तमान स्थिति यह है, कि संपत्ति का अधिकार अब संविधान के तीसरे भाग में वर्णित मौलिक अधिकारों के अंतर्गत नहीं आता है। अब इसे साधारण अधिकार के अंतर्गत सम्मिलित कर दिया गया है। संपत्ति का अधिकार पहले संविधान में मौलिक अधिकारों की श्रेणी में आता था