ज्यादा टॉयलेट आने का क्या कारण है?
इसे सुनेंरोकें-ज्यादा पानी पीने से ज्यादा मात्रा में बार-बार पेशाब आना स्वाभाविक होता है। -कई बार कुछ लोगों का मूत्राशय अधिक सक्रिय होता है जिसकी वजह से व्यक्ति को जल्दी-जल्दी पेशाब आने लगता है। -बार-बार पेशाब आने की वजह यूरिनल टैक्ट इंफेक्शन (यूटी आई) भी हो सकता है। यूरिन में इंफेक्शन हो तो पेशाब आने के समय जलन भी होती है
एक दिन में कितनी बार पेशाब करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंआज हम आपको बताते हैं कि दिनभर में कितनी बार यूरिन जाना सामान्य बात है। विशेषज्ञों के अनुसार हर व्यक्ति को दिन में 6-8 बार यूरिन जाना ही चाहिए
इन्फेक्शन क्यों होता है?
इसे सुनेंरोकेंयूटीआई इन्फेक्शन ई-कोलाई बैक्टीरिया के कारण होता है और ये तब होता है जब यूरिनरी ब्लैडर और यूरिनरी ट्यूब बैक्टीरिया से संक्रमित (Infected) हो जाते हैं. यूटीआई होने के कई सिम्प्टम हो सकते हैं, जैसे ब्लैडर की लेयर पर सूजन होना, यूरीन पास करते समय दर्द या जलन होना, यूरिन से स्मैल या ब्लड आना, टमी में दर्द होना और फीवर आना
बच्चों में पेशाब रुकने का क्या कारण है?
इसे सुनेंरोकेंबच्चों को रुक-रुककर पेशाब आना किडनी खराब होने के संकेत हो सकते हैं, क्योंकि यूरेटर के पास बना वॉल्व कमजोर हो जाता है। इस वजह से थोड़ी यूरिन किडनी में रुक जाती है। बच्चों को रुक-रुककर पेशाब आना किडनी खराब होने के संकेत हो सकते हैं, क्योंकि यूरेटर के पास बना वॉल्व कमजोर हो जाता है
बार बार लैट्रिन लगे तो क्या करना चाहिए?
ये उपाय पूरी तरह घरेलू हैं इसलिए इन पर भरोसा करने में कोई नुकसान भी नहीं है.
- सेब का सिरका बात जब पेट दर्द में घरेलू उपाय की हो तो सेब के सिरके से बेहतर कुछ भी नहीं.
- अदरक अपसेट पेट में अदरक का इस्तेमाल काफी कारगर होता है.
- दही
- केला
- पुदीना
- ज्यादा से ज्यादा करें पानी का सेवन
- जीरा
- बेल का शरबत
खाना खाने के बाद लैट्रिन क्यों होता है?
इसे सुनेंरोकेंगैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स की समस्या खाना खाने के तुरंत बाद पॉटी लगने की समस्या को गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स कहते हैं। देखा गया है कि ये समस्या उन लोगों को ज्यादा आती है, जो शुरुआत में लंबे समय तक शौच को रोककर रखते हैं