मीना मंच में क्या क्या होता है?

मीना मंच में क्या क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमीना मंच विद्यालयों में बालिकाओं के लिए एक ऐसा मंच है जो उन्हें अपनी बात को खुलकर कहने के लिए अवसर देता है यह बालिकाओं कोशिक्षा से जोड़ने, नियमित विद्यालय आने और लिंग आधारित भेदभाव के प्रति सजग रहने के लिए प्रोत्साहित करता है ।

मीना मंच के कितने कैसेट हैं?

इसे सुनेंरोकेंसमुदाय में बाल-विवाह, दहेजप्रथा, मादक-द्रव्यों के कुप्रभावों, स्वच्छता आदि पर जागरूकता लाने हेतु मीना मंच की बालिकाएं सक्रिय रही हैं। व्यक्तिगत स्तर पर भी आत्मविष्वास का स्तर बढ़ा है, सामाजिक एवं विद्यालय की गतिविधियों में भागीदारी बढ़ी है।

मीना मंच कब से प्रारंभ हुआ?

इसे सुनेंरोकें▷ 1990 में कार्यक्रम ‘मीना मंच’ की कल्पना।

मीना मंच कार्यकारिणी समिति में कितने सदस्य होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमीना मंच में 20 छात्राएं सदस्य होती हैं। जिसमें से पांच छात्राओं की कार्यकारिणी समिति गठित होती है। उसी में से एक अध्यक्ष, एक सचिव, एक कोषाध्यक्ष एवं दो सदस्य होते हैं। कार्यकारिणी समिति का कार्यकाल एक वर्ष का होता है

मीणा जाति की उत्पत्ति कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंमीणाओं की उत्पत्ति के सम्बन्ध में भी कई मिथक प्रचलित है। सबसे ज्यादा प्रचलित मिथक के अनुसार मीणा जाति की उत्पत्ति भगवान विष्णु के ‘मत्स्यावतार’ से मानी जाती है। इसी कारण से वे ‘मत्स्य’ और कालांतर में ‘मीणा’/ ‘मीना’ कहलाये

अध्यापिका मंच की शुरुआत कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंबैठक की अध्यक्षता कार्यक्रम प्रभारी ओमप्रकाश शर्मा ने की। शर्मा ने अध्यापिका मंच क्या, इसका गठन और अब तक की प्रगति सहित अन्य के बारे में जानकारी दी। शर्मा ने बताया कि अध्यापिका मंच ब्लाक स्तर पर शिक्षिकाओं के लिए एक ऐसा समूह है जो आपसी सहयोग के आधार पर एक दूसरे में छुपी प्रतिभाओं काे प्रकट करने में मदद करता है।

बाल संसद क्या है?

इसे सुनेंरोकें___ बाल संसद के माध्यम से विद्यालयों में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति, स्वच्छता एवं सामाजिक दायित्व निर्वहन के प्रति जागरूकता सुनिश्चित की जा सकती है तथा बच्चों में नेतृत्व क्षमता का विकास एवं कुशल नागरिक बनने में सहायता की जा सकती है। इन्हीं बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए इस मार्गदर्शिका का निर्माण किया गया है।

मीणा जाति कौन सी कैटेगरी में आती है?

इसे सुनेंरोकेंकई बार वे तहसीलों के चक्कर काट चुके हैं। अब एक बार फिर उन्होंने एडीएम से मिलकर गुहार लगाई है। जनपद की डिबाई, अनूपशहर, खुर्जा, शिकारपुर, बुलंदशहर, स्याना आदि तहसीलों में मीणा जाति के लोग रहते हैं। ये लोग राजस्थान आदि दूसरे राज्यों से प्रवासित हैं, जहां इन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला है

मीणा जाति कौन?

इसे सुनेंरोकेंमीणा अथवा मीना मुख्यतया भारत के राजस्थान, मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश, हरियाणा और महाराष्ट्र इन राज्यों में निवास करने वाली एक आदि-वासी जाति है। राजस्थान राज्य में सभी मीणा आदिवासी जनजाति हैं, मीणा मध्यप्रदेश मेंं विदिशा के सिरोंज क्षेत्र को छोड़कर बाकी अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आते हैं।

मीना मंच का गठन क्यों किया गया?

इसे सुनेंरोकेंयूनिसेफ की एक परियोजना के तहत देश में कई राज्य में प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच की स्थापना की गई है, इसका उद्देश्य बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना है

बाल संसद क्या है यह विद्यालय स्तर पर क्यों आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकेंबाल संसद विद्यालय के बच्चे-बच्चियों का एक मंच है। इससे जीवन कौशल का विकास, बच्चों में नेतृत्व एवं निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करने, विद्यालय गतिविधियों एवं प्रबंधन में भागीदारी बढ़ाने, विद्यालय को आनंददायी, सुरक्षित और साफ सुथरा रखना है। विद्यालय के एक शिक्षक बाल संसद के संयोजक होंगे

बाल सभा का उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंबाल ग्राम सभा 10-18 वर्ष की आयु के बच्चों का वार्ड स्तरीय समूह है जिसका उद्देश्य बाल विकास, आयोजन क्रियान्वयन कार्यक्रमों में विद्यमान कमियों की पहचान करना और उन पर चर्चा करना है तथा साथ ही ग्राम पंचायत क्षेत्र में बाल – हितैषी विकास कार्यों को प्रारंभ करना है।