सोनार जाति की उत्पत्ति कैसे हुई?
इसे सुनेंरोकेंलोकमानस में प्रचलित जनश्रुति के अनुसार सुनार जाति के बारे में एक पौराणिक कथा प्रचलित है कि त्रेता युग में परशुराम ने जब एक-एक करके क्षत्रियों का विनाश करना प्रारम्भ कर दिया तो दो राजपूत भाइयों को एक सारस्वत ब्राह्मण ने बचा लिया और कुछ समय के लिए दोनों को मैढ़ बता दिया जिनमें से एक ने स्वर्ण धातु से आभूषण बनाने का काम …
ब्राह्मण कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंस्मृति-पुराणों में ब्राह्मण के 8 भेदों का वर्णन मिलता है:- मात्र, ब्राह्मण, श्रोत्रिय, अनुचान, भ्रूण, ऋषिकल्प, ऋषि और मुनि। 8 प्रकार के ब्राह्मण श्रुति में पहले बताए गए हैं। इसके अलावा वंश, विद्या और सदाचार से ऊंचे उठे हुए ब्राह्मण ‘त्रिशुक्ल’ कहलाते हैं। ब्राह्मण को धर्मज्ञ विप्र और द्विज भी कहा जाता है।
बढ़ई का गोत्र क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में वर्णव्यवस्था बहुत प्राचीन काल से चल रही है। अपने कार्य के अनुसार ही जातियों की उत्पत्ति हुई है। लोहे के काम करने वाले लोहार तथा लकड़ी के काम करने वाले ‘बढ़ई’ कहलाए। ये प्राचीन काल से समाज के प्रमुख अंग रहे हैं।
भारतीय कौन सी जात है?
अनुसूचित जनजाति
1 | अद धर्मी | बघी नगालू |
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16 | जुलाह, कबीर पंथी,कोर | कमोह,डगोली |
17 | कराक | खटीक |
18 | कोली | लोहार |
19 | मरीजे,मरीचा | मजहवी |
सुनार जाति की कुलदेवी कौन है?
इसे सुनेंरोकेंजांगड़ा पोरवाल की कुलदेवी अंबिका माता जांगडा पोरवाल समाज की उत्पत्ति गौरी शंकर हीराचंद ओझा (इण्डियन एक्टीक्वेरी, जिल्द 40 पृष्ठ क्र. 28) के अनुसार आज से लगभग 1000 वर्ष पूर्व बीकानेर तथा जोधपुरा राज्य (प्राग्वाट प्रदेश) के उत्तरी भाग जिसमें नागौर आदि परगने हैं, जांगल प्रदेश कहलाता था।
वर्मा जाति कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंवर्मा व इसके अन्य समानार्थक उपनाम का शाब्दिक अर्थ है ढाल या सुरक्षा। अत: इस उपनाम को युद्ध में भाग लेने वाले क्षत्रिय वर्ग ही प्राय: प्रयोग करते थे।
सबसे श्रेष्ठ ब्राह्मण कौन है?
इसे सुनेंरोकेंशाण्डिल्य शांडिल्य एक सर्वश्रेष्ठ ब्राह्मण गोत्र है, ये वेदों में श्रेष्ठ, तथा ऊँचकुलिन घराने के ब्राह्मण हैं। यह गोत्र ब्राह्मणों के तीन मुख्य ऊँचे गोत्रो में से एक है। महाभारत अनुशासन पर्व के अनुसार युधिष्ठिर की सभा में विद्यमान ऋषियों में शाण्डिल्य का नाम भी है।
ब्राह्मणों में सबसे ऊंची जाति कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंभारतवर्ष में सबसे ऊँची जाति ब्राह्मण है। ब्राह्मणों में ऊँच-नीच के असंख्य भेद हैं। प्रदेश-गत भेद भी गिनकर खतम नहीं किये जा सकते।
विश्वकर्मा कौन सी जाति होती है?
इसे सुनेंरोकेंविश्वकर्मा जो एक हिन्दू भगवान है। विश्वकर्मा भगवान आमतौर पर इसमें पांच जातियां गिनी जाती है – १. मिस्त्री,२ लोहार,३ कुम्भार ४ सोनार तथा ५ मूर्तिकार । इन जातियों के लोग विश्वकर्मा को अपना इष्टदेवता मानते हैं। .
बढ़ई कौन जाति में आता है?
इसे सुनेंरोकेंगोपालगंज दी अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा ने सरकार से बढ़ई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की है। गोपालगंज : दी अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा ने सरकार से बढ़ई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की है
शेड्यूल कास्ट में कौन कौन सी जाति आती है?
इसे सुनेंरोकेंअब दूसरी दलित जातियों के साथ-साथ 17 अति पिछड़ी जातियां जिसमें कहार, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, कश्यप, बिंद, प्रजापति, धीवर, भर, राजभर, ढीमर, बाथम, तुरहा, मांझी, मछुआ और गोड़िया अब अनुसूचित जाति का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकती हैं
पासी कौन सी जाति में आते हैं?
इसे सुनेंरोकेंपासी भारत का एक क्षत्रिय जाति समुदाय है, जिसे भारशिव नागवंशी के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। पासी भारत का एक क्षत्रिय जाति समुदाय है, जिसे भारशिव नागवंशी के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। राजपासी पासी जाति की ही एक शाखा हैं जो अवध में शासक थे ।