बाल अधिकार के अंतर्गत कौन से अधिकार आते हैं?
इसे सुनेंरोकेंबच्चे की परिभाषा, कोई भेदभाव नहीं, बाल हितों की रक्षा, अधिकारों को लागू करना, मां बाप की जिम्मेदारियों का मार्गदर्शन, जिंदा रहना व विकसित होना, नाम और राष्ट्रीयता,पहचान का संरक्षण, मां बाप के साथ रहना, पारिवारिक एकता, अपहरण से बचाव, बच्चों के विचार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, वैचारिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता, मिलने जुलने …
संयुक्त राष्ट्र संघ ने बाल अधिकारों की घोषणा कब की?
इसे सुनेंरोकेंइसी चिंता के चलते इस संघ ने अपनी महासभा की 20 नवंबर, 1959 की बैठक में बच्चों के हकों का एक घोषणा-पत्र पर जारी किया। लम्बे समय के बाद 20 नवंबर, 1989 को संघ में शामिल देशों ने इस पर अपनी पूरी सहमति दी। प्रत्येक बच्चे को जीने का अधिकार है। 2
बच्चों के प्रति होने वाली हिंसा कितने प्रकार की होती है?
बाल सुरक्षा का मुद्दा और प्रत्येक शिक्षक को क्या बातें जाननी चाहिए?
- लैंगिक भेदभाव
- जातीय भेदभाव
- अपंगता
- महिला भ्रूण हत्या
- शिशु हत्या
- घरेलू हिंसा
- बाल यौन दुर्व्यवहार
- बाल-विवाह
बाल संरक्षण से जुड़ा कौन सा से मुद्दा मुद्दे आपके क्षेत्र में प्रभावी है स्पष्ट कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंभारत के बच्चों को हिंसा, दुर्व्यवहार और शोषण से बचाना जमीनी स्तर पर मानव संसाधन क्षमता की कमी और गुणवत्ता निवारण और पुनर्वास सेवाओं की कमी इन कानूनों को लागू करने में चुनौती है। परिणामस्वरूप लाखों बच्चे हिंसा, दुर्व्यवहार और शोषण का शिकार होते हैं।
बाल अधिकार का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंबाल अधिकार क्या हैं? 18 वर्ष से कम आयु वाले समस्त मनुष्यों के लिए मूलभूत स्वयत्ता तथा जन्मजात अधिकार बाल अधिकार हैं। यह अधिकार आयु, भाषा, कुल, रंग, जाति, धर्म, लिंग, संप्रदाय, शारीरिक क्षमता या अन्य स्तर के आधार पर भेदभाव किए बिना समस्त बच्चों पर समान रूप से लागू है। इसका आधारभूत तथ्य समान अवसर प्रदान करना है।
बाल अधिकार अधिनियम कब पारित किया गया?
इसे सुनेंरोकेंबालक को 0 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में शामिल व्यक्ति के रूप में पारिभाषित किया गया है। आयोग की स्थापना संसद के एक अधिनियम (दिसम्बर 2005) बालक अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम, 2005 के अंतर्गत मार्च 2007 में की गई थी।
मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग का गठन कब हुआ?
इसे सुनेंरोकेंनियम.. 1. संक्षिप्त नाम और प्रारम्भ – (1) इन नियमों का संक्षिप्त नाम मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग नियम, 2007 है.
बच्चों के साथ होने वाली हिंसा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकई बच्चों को कई प्रकार की हिंसा,शोषण और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है, जिसमें यौन दुर्व्यवहार व शोषण,सशस्त्र हिंसा,तस्करी,बाल श्रम,लिंग आधारित हिंसा,दादागीरी (देखें यूनिसेफ प्रकाशन,टू ऑफन इन साइलेंस,2010),गैंग हिंसा,महिला जननांग विकृति,बाल विवाह,शारीरिक और भावनात्मक रूप से हिंसक बाल अनुशासन,और अन्य हानिकारकप्रथाएं …
बच्चे के खिलाफ अपराध के कारण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंविद्यालय के वातावरण का प्रभाव बच्चों पर अत्यधिक पड़ता है। अध्यापकों का व्यवहार, स्कूल के साथी छात्रों व अध्यापकों के साथ सम्बन्ध, पाठ्यक्रमों की कठोरता, मनोरंजन का अभाव, अयोग्य छात्रों की पदोन्नति आदि कुछ ऐसे कारण है जो बच्चों के कोमल मस्तिष्क को प्रभावित करे उसे अपराधी बना देते हैं।
बाल संरक्षण से क्या समझते है?
इसे सुनेंरोकेंबाल संरक्षण का अर्थ है – बच्चों के स्वास्थय और उनकी सुरक्षा पर पूरा – पूरा ध्यान देते हुए उन्हें घर पर अथवा समाज में उपेक्षा, शोषण, दुर्व्यवहार, हिंसा अथवा किसी भी अन्य जोखिम से सुरक्षित रखना।
बाल अधिकार क्यों आवश्यक है?
इसे सुनेंरोकेंबाल अधिकार बाल श्रम और बाल दुर्व्यवहार की खिलाफत करता है जिससे वो अपने बचपन, जीवन और विकास के अधिकार को प्राप्त कर सकें। दुर्व्यवहार, गैर-व्यापार और हिंसा के पीड़ित बनने के बजाय बच्चों की सुरक्षा और देखभाल होनी चाहिये। उन्हें एक अच्छी शिक्षा, मनोरंजन, खुशी और सीख मिलनी चाहिये।