विदेशी मुद्रा में लेनदेन पर क्या प्रतिबंध लगाए गए हैं?
इसे सुनेंरोकेंफेमा की धारा-5 के अनुसार भारत1 के निवासी व्यक्ति केंद्र सरकार द्वारा जिन लेनदेन के लिए विदेशी मुद्रा का आहरण प्रतिबंधित किया गया है, जैसे- लॉटरी से प्राप्त धनराशि से विप्रेषण; रेसिंग/ राइडिंग आदि अथवा किसी अन्य शौक से अर्जित आय का विप्रेषण; लॉटरी की टिकिटें, प्रतिषिद्ध/निषिद्ध पत्रिकाएँ, फूटबाल पूल्स, स्वीप-स्टेक्स आदि …
एटीएम कार्ड से कौन सा लेनदेन नहीं किया जा सकता है?
इसे सुनेंरोकेंएटीएम/डबल्यूएलए में कभी भी कार्ड न छोड़ें। कार्ड धारक को एटीएम/डबल्यूएलए लेनदेन संबंधी चेतावनी प्राप्त करने के लिए कार्ड जारी करने वाले बैंक में अपना मोबाइल नंबर पंजीकृत करवाना चाहिए। यदि खाते में कोई भी अनधिकृत कार्ड लेनदेन पाया जाता है तो इसकी सूचना तुरंत कार्ड जारी करने वाले बैंक को दी जानी चाहिए।
गैर वित्तीय लेनदेन क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर: ऑटोमेटेड टेलर मशीन एक कंप्यूटरीकृत मशीन है जो कि बैंक के ग्राहकों को बैंक शाखा जाने की जरूरत के बिना ही नकदी निकालने एवं अन्य वित्तीय और गैर वित्तीय लेनदेन के लिए अपने खाते तक पहुँचने (accessing) की सुविधा प्रदान करती है।
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम कब लागू हुआ?
इसे सुनेंरोकेंविदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999.
विदेशी मुद्रा नियंत्रण के क्या उद्देश्य है?
इसे सुनेंरोकेंआपको याद रखना चाहिए कि भारत में विदेशी मुद्रा नियंत्रण का मुख्य उद्देश्य विदेशी मुद्रा साधनों का संरक्षण करना तथा देश के आर्थिक विकास के लिए उनका उचित उपयोग करना है। विकास कार्यों के लिए भारत को विदेशी मुद्रा की अत्यधिक आवश्यकता थी।
घरेलू ईकॉम लेन देन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपिछले कुछ सालों में डेबिट और क्रेडिट कोर्डों से ट्रांजैक्शन बढ़ा है. ऐसे में कार्ड ट्रांजैक्शन को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. डेबिट या क्रेडिट कार्ड से लेनदेन की सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने 15 जनवरी 2020 को एक अधिसूचना जारी की थी
फेरा कब लागू हुआ?
इसे सुनेंरोकेंबाहरी व्यापार तथा भुगतान को सुगम बनाने तथा भारत में विदेशी मुद्रा के व्यवस्थित विकास एवं रख-रखाव के उद्देश्य हेतु विदेशी मुद्रा से सम्बन्धित कानून में संशोधन हेतु । फेमा, 1999 जून 1, 2000 से लागू हुआ तथा फेरा, 1973 निरसित किया गया ।