अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021 का विषय क्या है?
इसे सुनेंरोकेंYoga Day 2021 theme: क्या है इस साल का थीम इसलिए संयुक्त राष्ट्र (UN) की ऑफिशियल वेबसाइट द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2021 का थीम रखा गया है ‘मानव तंदुरुस्ती और कल्याण के लिए योग’
योग का मूल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंयोग शब्द संस्कृत की युज धातु से बना है जिसका अर्थ जुड़ना या एकजुट होना या शामिल होना है। योग से जुड़े ग्रंथों के अनुसार योग करने से व्यक्ति की चेतना ब्रह्मांड की चेतना से जुड़ जाती है जो मन एवं शरीर, मानव एवं प्रकृति के बीच परिपूर्ण सामंजस्य का द्योतक है
योग क्या है इसके महत्व?
इसे सुनेंरोकेंशरीर में चुस्ती फुर्ती आती है। योग करने से बीमारियां दूर होती है तथा शुगर व बीपी कंट्रोल भी होता है। गर्भावस्था में भी योग करना लाभदायक होता है। विद्यार्थियों के लिए भी योग का बहुत अधिक महत्व है योग करने से मानसिक तनाव दूर होता है जिससे अध्ययन में सहायता मिलती है
2021 में कौनसा योग दिवस मनाया जाएगा 1 Point पांचवा छटा सातवा आठवा?
इसे सुनेंरोकेंपहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में की थी. जिसके बाद 21 जून को ”अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” (International Yoga Day 2021) घोषित किया गया
योग के कितने आसन होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंयोग शास्त्रों के परम्परानुसार चौरासी लाख आसन हैं और वर्तमान में बत्तीस आसन ही प्रसिद्ध हैं। इनका अभ्यास शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वास्थ्य लाभ व उपचार के लिए किया जाता है
योग का प्रमुख उद्देश्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंयोग का उद्देश्य योग का उद्धेश्य हमारे जीवन का समग्र विकास करना है। या इसे ऐसे कह सकते है कि जीवन का सर्वांगी विकास करना। सर्वांगी विकास से तात्पर्य यहाॅ शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक व सामाजिक विकास से है। योग जीवन जीने की कला है।
कठोपनिषद के अनुसार योग की क्या परिभाषा है?
इसे सुनेंरोकें’कठोपनिषद्’ में योग की परिभाषा बताते हुए कहा गया है कि “इन्द्रियों की स्थिर धारणा को ही योग कहा जाता है।” विषयक गुणों की सिद्धि होने पर योगाग्निमय शरीर प्राप्त कर लेने वाले साधक को न रोग होता है, न वृद्धावस्था होती है और न ही असामयिक मृत्यु प्राप्त होती है।