समय समाप्त हो जाने पर फर्म का विघटन क्या कहलाता है?

समय समाप्त हो जाने पर फर्म का विघटन क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंअनिवार्य विघटन : फर्म का अनिवार्य विघटन निम्न परिस्थितियों में होता है: (अ) जब कोई एक साझेदार या सभी साझेदार दिवालिया हो जाएँ, या किसी अनुबंध को करने में अक्षम हो जाएँ: (ब) जब फर्म का व्यवसाय गैर-कानूनी हो जाए; अथवा (स) जब कोई ऐसी स्थिति पैदा हो जाए कि साझेदारी फर्म का व्यवसाय गैर-कानूनी हो जाए, उदाहरणार्थ जब एक …

साझेदारी संलेख के अभाव में ऋण पर ब्याज की दर क्या होगी?

इसे सुनेंरोकें(A) साझेदारों की पूँजी पर ब्याज–साझेदारी संलेख में उल्लेख न होने पर साझेदारों को पूँजी पर ब्याज नहीं दिया जायेगा । (C) साझेदारों के ऋण पर ब्याजं–साझेदारों के ऋण पर 6 प्रतिशत वार्षिक की दर से ब्याज दिया जायेगा। (D) साझेदारों को लाभ-विभाजन अनुपात सभी साझेदारों के मध्य लाभ का विभाजन समान अनुपात में होगा।

फर्म का विघटन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसाझेदारी अधिनियम, 1932 की धारा 39 के अनुसार, “फर्म के सभी भागीदारों के बीच साझेदारी के विघटन को फर्म का विघटन कहा जाता है।” भारतीय भागीदारी अधिनियम, 1932 ‘साझेदारी के विघटन’ और ‘फर्म के विघटन’ के बीच अंतर को पहचानता है। एक फर्म के विघटन में भागीदारी संबंध का पूर्ण विघटन शामिल है।

साझेदारी फर्म का विघटन से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंएक साझेदारी फर्म के विघटन के रूप में जानी जाने वाली प्रक्रिया में फर्म की सभी संपत्तियों की बिक्री या समाधान, इसकी सभी देनदारियों का अंतिम समझौता और खातों का समझौता शामिल है। व्यवसाय में लगाई हुई जो भी राशि शेष बची हुई है, उसे फिर साझेदारी फीड में उल्लिखित लाभ-साझाकरण अनुपात में भागीदारों को हस्तांतरित कर दिया जाता है

साझेदारी संलेख क्या?

इसे सुनेंरोकेंसाझेदारी विलेख क्या हैं साझेदारी विलेख एक लिखित, पंजीकृत या अपंजीकृत समझौता प्रलेख है जिसमें साझेदारों के पारस्परिक अधिकार, कर्तव्य, दायित्व, व्यवसाय का उद्देश्य, साझेदारों की पूंजी आदि का उल्लेख रहता है इसे साझेदारी का अन्तर्नियम Article of Partnership कहते हैं।

आहरण पर ब्याज की गणना की कौन कौन सी विधियां है?

इसे सुनेंरोकें1. यदि कोई सझेदार प्रत्येक माह के प्रारंभ में निश्चित राशि का आहरण करता है और आहरण की राशि एकसमान हैं तो ब्याज की गणना आहरण की कुल राशि पर 6 पूर्णांक 1/2 माह के लिए की जाएगी। 2. यदि कोई साझेदार प्रत्येक माह के अंत में निश्चित राशि का आहरण करता है तो ब्याज की गणना आहरण के कुल राशि पर 5 पूर्णांक 1/2 माह के लिए की जाएगी।

लाभ के अलावा साझेदार फर्म से क्या प्राप्त कर सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंदूसरे, सभी साझेदारों के बीच आपस में एक पारस्परिक एजेंसी का संबंध विद्यमान है। प्रत्येक साझेदार व्यवसाय चलाने के लिए प्रमुख होने के साथ-साथ दूसरे साझेदारों के लिए एक अभिकर्ता भी है। वह अपने काम के द्वारा दूसरों को फर्म के व्यवसाय के हित में आबद्ध कर सकता है तथा दूसरों के कामों से उनके साथ संबद्ध हो सकता है।