शुद्ध वर्तनी शब्द क्या होते हैं?

शुद्ध वर्तनी शब्द क्या होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंशुद्ध वर्तनी लिखने के प्रमुख रुप सर्वनाम और उसकी विभक्ति के बीच ‘ही ‘और ‘तक’ आदि अव्यय हो तो विभक्ति सर्वनाम से अलग लिखी जाती है । जैसे :आप ही के लिए ,आप तक को ,मुझ तक को ,उसी के लिए आदि। सर्वनाम के साथ दो विभक्ति चिन्ह होने पर पहला विभक्ति चिन्ह सर्वनाम में मिलकर लिखा जाता है एवं दूसरा अलग लिखा जाता है

हिंदी में वर्तनी प्रयोग के प्रमुख नियम कौन कौन से हैं?

संस्कृत के जिन शब्दों में विसर्ग का प्रयोग होता है, वे यदि तत्सम रूप में प्रयुक्‍त हों तो विसर्ग का प्रयोग अवश्य किया जाना चाहिए, जैसे कि:

  • तत्सम शब्दों के अंत में प्रयुक्‍त विसर्ग का प्रयोग अनिवार्य है, जैसे कि:
  • ‘ह’ का अघोष उच्चरित रूप विसर्ग है, अत: उसके स्थान पर (स) घोष ‘ह’ का लेखन किसी हालत में न किया जाए, जैसे कि:
  • हिंदी के मानकीकरण के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं संकल्प में बताइये?

    इसे सुनेंरोकेंमानकीकरण संस्थाएं एवं प्रयास तदनुसार, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने १९६१ में हिन्दी वर्तनी की मानक पद्धति निर्धारित करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति नियुक्त की। इस समिति ने अप्रैल १९६२ में अंतिम रिपोर्ट दी। ये केन्द्रीय हिन्दी संस्थान से एवं भारत के सभी सरकारी कार्यालयों में प्रसारित किए गए हैं।

    शुद्ध शब्द कौन है?

    साधारण प्रचलित अशुद्ध वर्तनियाँ

    अशुद्ध शुद्ध
    पुरुस्कार पुरस्कार
    सप्ताहिक साप्ताहिक
    अतिश्योक्ति अतिशयोक्ति
    आर्शीवाद आशीर्वाद

    वर्तनी वाले शब्द क्या होते हैं?

    इसे सुनेंरोकेंपरिभाषा: वर्तनी शब्द का अर्थ है- अनुसरण करना, अर्थात पीछे-पीछे चलना। भाषा के उच्चरित रूप या बोलने में जो कहा जाता है अथवा उच्चरित किया जाता है, उसी के अनुरूप या अनुसार लिखा भी जाता है; इसे ही वर्तनी कहते हैं।

    वर्तनी वाले शब्द कौन कौन से होते हैं?

    लिखने की रीति को वर्तनी या अक्षरी कहते हैं। यह हिज्जे (Spelling) भी कहलाती है।…Detailed Solution.

    अशुद्ध शुद्ध
    तिथी तिथि
    तबियत तबीयत
    ताबुत ताबूत

    हिंदी वर्तनी का दूसरा नाम क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंवर्तनी- लिखने की रीति को वर्तनी या अक्षरी कहते हैं। यह हिज्जे (Spelling) भी कहलाती है। किसी भी भाषा की समस्त ध्वनियों को सही ढंग से उच्चरित करने के लिए ही वर्तनी की एकरूपता स्थिर की जाती है।

    वर्तनी प्रयोग का क्या महत्व है?

    इसे सुनेंरोकेंकिसी भी भाषा की समस्त ध्वनियों को सही ढंग से उच्चरित करने के लिए ही वर्तनी की एकरूपता स्थिर की जाती है। जिस भाषा की वर्तनी में अपनी भाषा के साथ अन्य भाषाओं की ध्वनियों को ग्रहण करने की जितनी अधिक शक्ति होगी, उस भाषा की वर्तनी उतनी ही समर्थ समझी जायेगी। अतः वर्तनी का सीधा सम्बन्ध भाषागत ध्वनियों के उच्चारण से है।

    अनुकूल की शुद्ध वर्तनी क्या है?

    शुद्ध अशुद्ध शब्द निम्नलिखित हैं

    अशुद्ध शुद्ध
    अनुकुल अनुकूल
    अहार आहार
    एक्य ऐक्य
    क्षत्रीय क्षत्रिय

    निम्नलिखित में से सही वर्तनी वाला शब्द कौन है?

    इसे सुनेंरोकेंउपर्युक्त विकल्पों में से शुद्ध वर्तनी वाला शब्द ‘नियुक्ति’ होगा। ‘युक्ति’ शब्द में ‘नि’ उपसर्ग को जोड़कर ‘नियुक्ति’ शब्द बना है। नियुक्ति का अर्थ ‘तैनाती’ होता है।