कार्य सूची से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकार्यसूची को अंग्रेजी में Agenda कहा जाता है। किसी बैठक के आयोजन के पूर्व बैठक में भाग लेने वाले सदस्यों को बैठक में की जाने वाली चर्चा हेतु संक्षेप में दिए जाने वाले विषयों या मुद्दों का विवरण दिया जाता है उसे कार्यसूची कहा जाता है।
कार्यसूची कैसे लिखें?
इसे सुनेंरोकेंएजेंडा(कार्यसूची) − मीटिंग में चर्चा का विषय। मीटिंग में उठाए गए मुद्दे − वक्ताओं के नाम और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे। सुझाव − वक्ताओं के नाम के साथ उनके सुझाव। फैसला − मीटिंग में लिया गया निर्णय।
कार्यसूची कैसे लिखते हैं?
कार्यसूची –
- पिछली 5 वर्षीय बैठक के कार्यवृत्त की संपुष्टि।
- पिछली बैठकों में लिए गए निर्णय के अनुपालन की समीक्षा।
- वार्षिकोत्सव में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर चर्चा।
- मुख्य अतिथि , विशिष्ट अतिथि निमंत्रण पर चर्चा।
- विद्यालय प्रबंधन समिति के सुझाव।
- वार्षिकोत्सव पर होने वाले व्यय पर चर्चा।
कार्यवृत्त और कार्य सूची में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंये ये किसी संस्था की बैठक की कार्यसूची है। कार्यसूची के बिंदुओं पर जो भी चर्चा व समीक्षा होगी और जो भी निर्णय लिए जाएंगे, वह सब का कार्यवृत्त कहलाए जाएंगे। उन सभी निर्णय का भी क्रमानुसार विवरण दिया जाएगा और उसके नीचे संबंधित अधिकारियों का हस्ताक्षर द्वारा उसे प्रस्तुत किया जायेगा।
कार्य सूची के अनुसार लिए गए निर्णय का लेखा जोखा क्या कहलाता है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी भी बैठक (मीटिंग) के बाद उसमें की गई चर्चा/परिचर्चा तथा निर्णयों का लेखा-जोखा कार्यवृत्त (मिनिट्स) सदस्य–सचिव द्वारा तैयार किया जाता है जो अध्यक्ष के अनुमोदन के बाद सूचनार्थ अथवा कार्य निष्पादन के लिए भेजा जाता है। प्रत्येक बैठक की कार्यसूची पहले से तैयार की जाती है।
प्रतिवेदन कैसे लिखते हैं?
प्रतिवेदन लिखने का तरीका निम्नलिखित है,
- सबसे पहले संस्था का नाम लिखना है.
- उसके बाद बैठक/सम्मेलन/सभा का नाम और उद्देश्य
- आयोजन-स्थल का नाम
- आयोजन के दिनांक और समय की सूचना
- फिर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की जानकारी-अध्यक्षता, मंच-संचालन, वक्ता, सुझाव देने वाले, आमंत्रित अतिथि तथा प्रतिभागी सदस्य
कार्यसूची की क्या आवश्यकता है?
इसे सुनेंरोकेंकार्यसूची की आवश्यकता… कार्यसूची से किसी बैठक की रूपरेखा तय होती है। कार्यसूची से किसी बैठक में चर्चित किये जाने वाले बिंदुओं के तैयार कर लिया जाता है। कार्यसूची से चर्चा किये जाने वाले विषयों की रूपरेखा तैयार कर ली जाती है, ताकि उसके अनुसार पर्याप्त पूर्व तैयारी करके बैठक में समय की बचत की जा सके।
कार्यवृत्त का क्या तात्पर्य है कार्यवृत्त कैसे लिखते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकिसी बैठक की चर्चा का या किसी सुनवाई का तात्कालिक लिखित विवरण कार्यवृत्त (Minutes, या protocols) कहलाता है। कार्यवृत्त से बैठक में हुए कार्यकलापों का एक सार मिल जाता है। इसमें मुख्यतया मिटींग के कारण, उपस्थित लोगो की सूची, प्रतिभागियो द्वारा की गई विषय से संबंधित कोई टिप्पणी,इसका जवाब या निर्णय आदि होते है।