मौखिक निर्देशों का क्या अर्थ है एक शुरुआत के लिए कैसे महत्वपूर्ण हैं?

मौखिक निर्देशों का क्या अर्थ है एक शुरुआत के लिए कैसे महत्वपूर्ण हैं?

इसे सुनेंरोकेंनिर्देश (Suggestion) व्यक्तिविशेष के चित्त में किसी प्रकार की अभीप्सित प्रतिक्रिया अथवा भावना को प्रत्यक्ष रीति से जगाने के लिए वैचारिक संप्रेषण निर्देश है। “आदेश’ का पालन अनिच्छापूर्वक भी हो सकता है किंतु निर्देश का स्वेच्छया पालन होता है।

परामर्श का उद्देश्य क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंपरामर्श प्रक्रिया का उद्देश्य छात्र को अपनी समस्यायें स्वतंत्र रूप से हल करने योग्य बनाना है। * परामर्श एक प्रशिक्षित व्यक्ति का व्यावसायिक कार्य है। (i) विषय के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी होने के कारण समस्या समाधान करने की योग्यता का विकास हो जाता है। (ii) छात्रोंकी समस्याओं को दूर करने का गुण होना चाहिए।

निर्देश से आपका क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंनिर्देशन का सामान्य अर्थ संचालन से है। प्रत्येक स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारियों का मार्गदर्शन करना, उनको परामर्श देना, प्रोत्साहन करना तथा उनके कार्यों का निरीक्षण करना निर्देशन कहलाता है

मौखिक निर्देशों का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंमौखिक और लिखित आदेश: मौखिक आदेश जारी किए जाते हैं, कुछ नौकरियों को तुरंत पूरा करने के लिए और किसी भी लिखित रिकॉर्ड को बनाए रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। लिखित आदेश तब जारी किए जाते हैं जब इसका रिकॉर्ड रखना आवश्यक होता है और नौकरी दोहराई जाती है, आदि

लेखन कला का क्या महत्व?

इसे सुनेंरोकेंलेखन-कला (Penmanship) की परिभाषा प्रत्येक व्यक्ति दूसरों पर अपने मन के भावों को प्रकट करने के लिए वाक्य बोलता है। जो व्यक्ति बोलने की कला भली-भाँति जानता है, उसके वाक्यों का दूसरों पर अधिक प्रभाव पड़ता है। लिखना बोलने से अधिक महत्त्वपूर्ण होता है

सीखने के प्रतिफल का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंस्पष्ट रूप से परिभाषित सीखने के प्रतिफल विभिन्न साझेदारों की ज़िम्मेदारी तथा उत्तरदायित्वों को सुनिश्चित करते हुए और दिशा-निर्देश दे सकता है ताकि विभिन्न पाठ्यचर्या क्षेत्र से अपेक्षाओं की पूर्ति हो सके। गया। इसमें शिक्षक की प्राथमिक भूमिका सीखने की प्रक्रिया में सुगमकर्ता के रूप में होती है।

परामर्श का अंतिम लक्ष्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपरामर्श के माध्यम से व्यक्ति अपने संकीर्ण चिन्तन से मुक्त होता है। इसके अतिरिक्त, उपबोधन, व्यक्ति को सामाजिक जीवन के साथ समायोजित करने में भी सहायक होता है। निष्कर्ष रूप में, सामाजिक सामंजस्य की प्राप्ति में व्यक्ति की सहायता करनी, उपबोधन का अन्तिम महत्वपूर्ण लक्ष्य माना जाता है

परामर्श कितने प्रकार के हैं?

परामर्श के प्रकार

  • निदेशात्मक परामर्श-इस प्रकार के परामर्श में परामर्शक ही सम्पूर्ण प्रक्रिया का निर्णायक होता है।
  • अनिदेशात्मक परामर्श-इस प्रकार के परामर्श में परामर्श प्रार्थी का विशेष महत्व होता है।
  • समन्वित परामर्श-इसमें परामर्शक न अति सक्रिय रहता है और न अति उदासीन रहता है।

निर्देशक के रूप में शिक्षक की क्या भूमिका होती है स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंपरामर्श एवं निर्देशन मे शिक्षक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है । बालक को प्रत्येक स्थिति पर निर्देशन की आवश्यकता होती है , और बालक के शैक्षिक विकास की जानकारी सबसे ज़्यादा एक अध्यापक को होती है , अत एक शिक्षक है जो अपने बालक को सबसे सही निर्देशन दे सकती है।

निर्देश से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दीशब्दकोश में निर्देश की परिभाषा किसी पदार्थ को बतलाना या दिखाना । संकेत करना । २. ठहराना या निश्चित करना ।

लेखन से क्या तात्पर्य है?

इसे सुनेंरोकेंलैटिन लिपि से, लेखन की अवधारणा क्रिया लिखने की क्रिया और परिणामों से जुड़ी हुई है, जिसमें संकेतों के उपयोग के माध्यम से एक पेपर या अन्य सामग्री समर्थन में विचार व्यक्त करना शामिल है । ये संकेत, सामान्य रूप से, अक्षर हैं जो शब्द बनाते हैं।

लेखन शिक्षण से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंछात्र सोचने एवं निरीक्षण करने के उपरान्त भावों को क्रमबद्ध रूप से व्यक्त कर सकेगा। छात्र सुपाठ्य लेख लिख सकेगा। शब्दों की शुद्ध वर्तनी लिख सकेगा।