संक्रामक बीमारी क्या है?

संक्रामक बीमारी क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसंक्रामक रोग, रोग जो किसी ना किसी रोगजनित कारको (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ, कवक, जीवाणु, वाइरस इत्यादि के कारण होते है। संक्रामक रोगों में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। मलेरिया, टायफायड, चेचक, इन्फ्लुएन्जा इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं।

रोग फैलने के कौन कौन से साधन है?

इसे सुनेंरोकेंसंचरणीय रोग ये रोग कुछ जैव कर्मको जैसे वायरस, बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ, कवक आदि के द्वारा उत्पन्न होते है संक्रामक रोग विभिन्न तरीको जैसे जल, वायु, भोजन और रोगवाहको द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति मे फैल सकते है। संकामक रोग, रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में संचारित होते है वे संचरणीय रोग कहलाते है।

कौन विषाणु जनित बीमारी है?

इसे सुनेंरोकेंजीवाणुभोजी विषाणु एक लाभप्रद विषाणु है, यह हैजा, पेचिश, टायफायड आदि रोग उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर मानव की रोगों से रक्षा करता है। कुछ विषाणु पौधे या जन्तुओं में रोग उत्पन्न करते हैं एवं हानिप्रद होते हैं। एचआईवी, इन्फ्लूएन्जा वाइरस, पोलियो वाइरस रोग उत्पन्न करने वाले प्रमुख विषाणु हैं।

निम्नलिखित में से कौनसी बीमारी गैर संक्रामक के अंतर्गत आती है?

इसे सुनेंरोकेंगैर-संचारी रोगों में पार्किंसन रोग, स्वप्रतिरक्षित रोग, स्ट्रोक, अधिकांश हृदय रोग, अधिकांश कर्कट रोग, मधुमेह, गुर्दे की पुरानी बीमारी, अस्थिसंध्यार्ति, ऑस्टियोपोरोसिस, अल्जाइमर रोग, मोतियाबिंद और अन्य शामिल हैं।

संक्रामक बीमारी कैसे फैलती है?

इसे सुनेंरोकें(1) आपसी संपर्क से होने वाले संक्रामक रोग – ये वे बीमारियाँ हैं जो त्वचा के संपर्क से, वस्त्र के संपर्क से या यौन-संबंधों से फैलते हैं। यौन रोग जैसे- सिफिलिस, गोनोरिया, एड्स, सुजाक आदि ।

संचारी रोग का मुख्य कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंयह तब होता है जब संक्रमण युक्त व्यक्ति खांसते या छींकते हैं। यह संक्रमण युक्त व्यक्तियों के शारीरिक द्रवों से संपर्क होने से भी फैलता है जैसे नाक का पानी गिरना। जीवाणु संक्रमण के आरंभ से 7 से 17 दिनों के बाद इसके लक्षण विकसित हो पाते हैं।

हमें बीमारी क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंआपदा घटित होने के पश्चात् कितने समय तक विभिन्न है। ऐसा कोई भी कारक जो कोशिकाओं एवं ऊतकों प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ पैदा होती रहेंगी? को उचित प्रकार से कार्य करने से रोकता है, वह हमारे पहली स्थिति में (आपदा के समय) स्वास्थ्य पर शरीर की समुचित क्रिया में कमी का कारण होगा।

रोगों के अध्ययन को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंचिकित्साशास्त्र के क्षेत्र में नाना प्रकार के रोगों के विभिन्न कारणों को वैज्ञानिक विवेचन हेतुकी अथवा हेतुविज्ञान (Etiology) कहा जाता है।

कवक जनित रोग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआंद्रता के बढ़ने पर विशेषकर वर्षा ऋतु के प्रारंभ होते ही वातावरण में फफूंद के जीवाणु फैलने लगते हैं। मछली के अंडे, स्पान तथा नवजात शिशु तथा धायल बड़ी मछलियां फफूंद से जल्दी संक्रमित होते हैं। वास्तव में फफूंद द्वितीय रोगजनक है जो अनुकूल मौसम में शरीर के धायल अंगों पर आश्रय पाकर फलते-फूलते हैं।

जीवाणु जनित रोग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअनेक प्रकार के परजीवी जीवाणु कई रोग उत्पन्न करते हैं, जैसे – हैजा , मियादी बुखार, निमोनिया , तपेदिक या क्षयरोग, प्लेग इत्यादि.

निम्नलिखित में से कौनसी बीमारी गैर संक्रामक के अंतर्गत आती है डायबिटीज मेलिटस मोटापा कैंसर ऊपर के सभी?

इसे सुनेंरोकेंगैर-संचारी रोग ऐसी दीर्घकालिक बीमारियाँ हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलते हैं जैसे- कैंसर, मधुमेह और हृदय रोग, जबकि संचारी रोग तेज़ी से संक्रमण करते हैं तथा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अति शीघ्र फैलते हैं जैसे- मलेरिया, टायफायड, चेचक, इन्फ्लुएन्ज़ा आदि