कैसे राजस्व घाटा निर्धारित किया जाता है?

कैसे राजस्व घाटा निर्धारित किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंइसकी गणना सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में की जाती है या आय के अतिरिक्त खर्च किये गए कुल धन के रूप में की जाती है। किसी भी स्थिति में आय के आंँकड़े में केवल कर और अन्य राजस्व को ही शामिल किया जाता है तथा राजस्व की कमी को पूरा करने के लिये उधार ली गई धनराशि को शामिल नहीं किया जाता है

राजकोषीय घाटा क्या है विभिन्न प्रकार के बजटीय घटकों का उल्लेख कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंराजकोषीय घाटे को एक वित्त वर्ष में ऋणों को छोड़कर कुल प्राप्तियों पर कुल व्यय के आधिक्य के रूप में परिभाषित किया जाता है। राजकोषीय घाटा सरकार के व्यय को पूरा करने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों की अतिरिक्त राशि को सूचित करता है। दो, यह सरकार की ब्याज का भुगतान तथा ऋण के भुगतान पर भावी देयताओं में वृद्धि का सूचक है।

बजट द्वारा निर्मित घाटा कितने प्रकार के होते हैं?

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वर्तमान में राजकोषीय घाटा कितना है?

इसे सुनेंरोकेंनिरपेक्ष रूप से राजकोषीय घाटा 18,21,461 करोड़ रुपये बैठता है जो प्रतिशत में जीडीपी का 9

क्या सार्वजनिक ऋण पहुंच बनता है व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: हाँ सार्वजनिक ऋण एक बोझ बनता है। आवर्ती उधार भावी पीढ़ी के लिए राष्ट्रीय ऋणों को संचित करता है। इसके फलस्वरूप सकल राष्ट्रीय उत्पाद का एक बड़ा हिस्सा ऋणों के पुनर्भुगतान या ब्याज भुगतान के लिए खपत होती है और घरेलू निवेश निचले स्तर पर बनी रहती है

बजट द्वारा निर्मित घाटा कितने प्रकार का होता है?

इसे सुनेंरोकेंचालू वित्‍त वर्ष के राजकोषीय घाटे से पिछली उधारी के ब्‍याज को घटाने पर प्राथमिक घाटा मिलता है. वहीं, प्राथमिक घाटे यानी प्राइमरी डेफिसिट में ब्‍याज के भुगतान को शामिल नहीं किया जाता है. प्राइमरी डेफिसिट का मतलब यह हुआ कि सरकार को ब्‍याज के भुगतान को हटाकर खर्चों को पूरा करने के लिए कितने उधार की जरूरत है

मुद्रीकृत घाटा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंबजट घाटे की पूर्ति दो प्रकार से की जा सकती है; अर्थात जनता से कर्ज लेकर अथवा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से कर्ज लेकर । जब इसकी पूर्ति या वित्त पोषण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से किया जाता है तब इसे मुद्रीकृत घाटा कहते हैं । दूसरे शब्दों में, इससे सरकार पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के शुद्ध ऋण में बढ़ोतरी होती है ।