पंजाबियों का अंतिम संस्कार कैसे होता है?

पंजाबियों का अंतिम संस्कार कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंशव को स्नान कराया जाता है और सिक्खों के पांच (कक्कों) से उसे सज्जित किया जाता है। प्रार्थनाओं की बीच दाह संस्कार किया जाता है। शोक करने वाले जब घर लौटते हैं तब श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ शुरू होता है। अरदास के बाद कड़ाह प्रसाद दिया जाता है, और भजन-कीर्तन किया जाता है।

मेसोपोटामिया में मुर्दे का अंतिम संस्कार कैसे किया जाता था?

इसे सुनेंरोकेंइसी प्रकार कम वनस्पति वाले क्षेत्रों जैसे कि रेगिस्तानी सभ्यताओं इराक, ईरान, अरब इत्यादि में मृतकों को जमीन में दफनाने का तरीका इस्तेमाल में लाया गया। दक्षिण अमेरिका की कई सभ्यताओं ने अधिक जलराशि व नदियों के प्रचुर बहाव के क्षेत्रों में मृतकों को जल में प्रवाहित कर उनका अंतिम संस्कार किया जाता रहा है।

ईसाइयों को कैसे दफनाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसीरियाई ईसाई शव को दफनाते समय उसका सिर पश्चिम की ओर रखते हैं। जिससे उसका मुंह पूर्व की ओर रहे, क्योंकि उसका दृढ़ विश्वास है कि मसीह यरुशलम के पास से आएगा। शव पर तेल का लेप, पादरी का सलीब का चिह्न बनाना और फिर शव को पश्चिम की ओर सिर करके कब्र में गाड़ना ये सभी सांक्रांतिक संस्कार हैं ।

पारसियों का कब्रिस्तान?

इसे सुनेंरोकेंदखमा या ‘टॉवर ऑफ साइलेंस’ (निस्तब्धता का दुर्ग) पारसियों के कब्रिस्तान को कहते हैं। यह गोलाकार खोखली इमारत के रूप में होता है जिसमें शव कौओं, चीलों आदि के खाने के लिए फेंक दिये जाते हैं। यहां पर पारसी लोग अपने मृत जनों का अंतिम संस्कार करते हैं।

Sikh धर्म के संस्थापक कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंआज (30 नवंबर 2020) सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की 551वीं जयंती गुरु परब है. उनका जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. नानक ने सिख धर्म में हिन्दू और इस्लाम दोनों की अच्छाइयों को शामिल किया.

सिख धर्म में मरने के बाद क्या किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंदाह संस्कार के समय, कुछ शबद गाए जाते हैं और मृत व्यक्ति के बारे में अंतिम भाषण दिया जाता है। फिर कीर्तन सोहिला (रात के समय की प्रार्थना) का पाठ किया जाता है और अंत में अरदास को “अन्तिम अरदास” (“अंतिम प्रार्थना”) कहा जाता है।

बौद्ध धर्म में मृत्यु के बाद क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमहात्मा बुद्ध के समय की बात है। उन दिनों मृत्यु के पश्चात आत्मा को स्वर्ग में प्रवेश करवाने के लिए कुछ विशेष कर्मकांड करवाए जाते थे। होता यह था कि एक घड़े में कुछ छोटे-छोटे पत्थर डाल दिए जाते और पूजा-हवन इत्यादि करने के बाद उस पर किसी धातु से चोट की जाती।

इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म की ही तरह सिख धर्म में भी मृतक का अंतिम संस्कार उसके शव को अग्नि के हवाले करके किया जाता है। अंतिम संस्कार से पहले मृतक के शरीर को नहलाया जाता है। जिसके बाद सिख पंथ के पांच चिन्ह- कृपाण, कंघा, कटार, कड़ा और केश कोअच्छे से संवारा जाता है। इसके बाद अर्थी पर ही शव को श्मशान घाट तक ले जाया जाता है।

पारसी लोग अंतिम संस्कार कैसे करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंक्‍या है पारसी धर्म में अंतिम संस्‍कार करने का तरीका पारसी धर्म में टावर ऑफ साइलेंस में अंतिम संस्कार किया जाता है. इसे दोखमेनाशिनी या दखमा भी कहा जाता है. यह एक खास गोलाकार जगह होती है जिसकी चोटी पर शवों को रखकर छोड़ दिया जाता है और आसमान के हवाले कर दिया जाता है. फिर गिद्ध उस शव का सेवन करते हैं.

पारसी धर्म में अंतिम संस्कार कैसे होता है?

अंतिम संस्कार में क्या क्या सामान लगता है?

इसे सुनेंरोकेंइस किट के साथ दावा है कि इसमें क्वालिटी और डिग्निटी का भी पूरा ध्यान रखा गया है। अब सामान पर भी नजर डाल लें : इस पैकेट पर अंतिम संस्कार से जुड़े 35 सामान उपलब्ध करवाने का दावा किया गया है। इनमें 5 मीटर कपड़ा, शॉल, चटाई, मिट्‍टी का बर्तन, गंगाजल, हल्दी, कुमकुम आदि उपलब्ध करवाने की बात कही गई है।

मुसलमानों का अंतिम संस्कार कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंदफ़न : मुस्लिम समुदाय में शवों को क़ब्रिस्तान में खनन करने की विधी है. जैसे हिन्दू धर्म में अंत्येष्टि की प्रक्रिया होती है. इस विधी में मृत व्यक्ति को जमीन में रखा जाता है। यह आमतौर पर एक गड्ढे या खाई को खोदकर, उसमें मृतक रखकर, और इसे ढंक कर पूरा किया जाता है।

दाह संस्कार कैसे करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपार्थिव शरीर की परिक्रमा का नियम : श्मशान ले जाने से पूर्व घर पर कुटुंब के लोग मृत व्यक्ति के पार्थिव शरीर की परिक्रमा करते हैं। बाद में दाह संस्कार के समय संस्कार करने वाला व्यक्ति छेद वाले घड़े में जल लेकर चिता पर रखे पार्थिव शरीर की परिक्रमा करता है। जिसके अंत में पीछे की ओर घड़े को गिराकर फोड़ दिया जाता है।