तीन बुनियादी आर्थिक समस्याएं क्या है?
इसे सुनेंरोकें’आर्थिक समस्या’ को ही ‘मूलभूत आर्थिक समस्या’ भी कहते हैं। (१) क्या पैदा किया जाय? (२) कैसे पैदा किया जाय? (३) किसके लिए पैदा किया जाय?
आर्थिक समस्या से क्या अभिप्राय है आर्थिक समस्या क्यों उत्पन्न होती है?
इसे सुनेंरोकेंकक्षा-12 विषय अर्थशास्त्र पाठ-1 Page 3 आर्थिक समस्या (चयन की समस्या)- आर्थिक समस्या मूल रूप से साधनों की दुर्लभता (सीमितता) की समस्या है। सीमितता का अर्थ है–साधनों की कुल पूर्ति उनकी कुल मांग से कम होना है ( मांग > पूर्ति ) मांग तथा पूर्ति में असंतुलन के कारण आर्थिक समस्या उत्पन्न होती है
विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं में केन्द्रीय समस्याओं का समाधान कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंउत्पादन के विभिन्न साधनों पर सम्पूर्ण समाज का नियंत्रण होता है तथा आर्थिक क्रियाओं का संचालन सभी के हित में किया जाता है। इसलिए इसमें आर्थिक स्वतंत्रता नहीं पायी जाती। समाज की आवश्यकताओं के आधार पर प्राथमिकता देते हुए केंद्रीय समस्याओं का समाधान किया जाता है
मूलभूत आर्थिक समस्याएं कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंसंसाधनों की दुर्लभता – सीमित साधन- हमारे साधन सीमित है। कितना क्रय खरीदना है, यह हमारी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है। आय व्यक्ति के लिये वह संसाधन है, जिससे वह अपनी आवश्यकताओं की संतुष्टि करता है। किसी भी व्यक्ति की आय असीमित नही हो सकती।
व्यष्टि अर्थशास्त्र के जनक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंएडम स्मिथ को अर्थशास्त्र का जनक क्यों कहा जाता है?7 जून 2021
अवसर लागत क्या है इसका उत्तर?
इसे सुनेंरोकेंअवसर लागत क्या है? (What is Opportunity Cost in hindi) – इस प्रकार साधन विशेष के वैकल्पिक प्रयोग के अवसर के त्याग को ही अर्थशास्त्र में अवसर लागत (Opportunity Cost) कहा जाता है। अर्थात “अर्थव्यवस्था की दृष्टि से किसी एक वस्तु की अतिरिक्त मात्रा की अवसर लागत, दूसरी वस्तु की त्याग की गई मात्रा होती है।”1 फ़र॰ 2021
क्या समाजवादी अर्थव्यवस्था में केन्द्रीय समस्याओं का हल संभव है यदि हां तो कैसे?
इसे सुनेंरोकेंExplanation: समाजवादी अर्थव्यवस्था की प्रमुख विशेषता यह होती है कि इस अर्थव्यवस्था के अंतर्गत उत्पादकों को कुछ प्रश्न जैसे- क्या उत्पादन होगा, कैसे होगा तथा किसके लिए किया जाएगा आदि के विषय में सोचने की आवश्यकता नहीं होती। इन सभी समस्याओं के समाधान की ज़िम्मेदारी राज्य अथवा आर्थिक नियोजन समिति की होती है
अर्थशास्त्र की मूलभूत केंद्रीय समस्याएं कौन कौन सी है?
अर्थव्यवस्था की मूलभूत समस्याएं
- संसाधनों की दुर्लभता – असीमित आवश्यकताएं- मानवीय आवश्यकताएं असीमित होती है तथा समय के साथ-साथ बढ़ती जाती है ।
- संसाधनों की दुर्लभता अर्थशास्त्र के सदंर्भ में संसाधनों की दुर्लभता का अर्थ सीमित साधन है।
- संसाधनों का वैकल्पिक प्रयोग
- आर्थिक समस्या