रामायण महाभारत की रचना कब हुई?

रामायण महाभारत की रचना कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंइन सम्पूर्ण तथ्यों से यह माना जा सकता है कि महाभारत निश्चित तौर पर ३१००-१२०० ईसा पूर्व रची गयी होगीं, जो महाभारत में वर्णित ज्योतिषीय तिथियों, भाषाई विश्लेषण, विदेशी सूत्रों एवं पुरातत्व प्रमाणों से मेल खाती है। परन्तु आधुनिक संस्करण की रचना ६००-२०० ईसा पूर्व हुई होगी।

वेदों का क्रम क्या है?

इसे सुनेंरोकें“वेद” शब्द “विद” से बना है जिसका अर्थ होता है: “जानना”. चार वेदों के नाम – ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद

महाभारत का पूरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमहाभारत का पुराना नाम “जयसहिंता” था इससे पहले इसे भारत महाकाव्य के नाम से जाना भी जाना जाता था। महाभारत में लगभग 1,10,000 श्लोक हैं। यह महाकाव्य जयसहिंता, भारत और महाभारत इन 3 नामों से लोकप्रिय हैं। इस ग्रंथ की रचना 3100 ईशा पूर्व की के लगभग मानी जाती है।

महाभारत के मुख्य पात्र आपके अनुसार कौन है?

इसे सुनेंरोकेंरानी सत्यवती, वेद व्यास, भीष्म पितामह, पाण्डव, कौरव, द्रौपदी, सभी महाभारत गाथा के मुख्य पात्र रहे। इन सभी के भीतर कुछ गुण और अवगुण थे। धृतराष्ट्र के पुत्रों को महाभारत गाथा में ‘खलनायक’ बताया गया है कितु उनमें भी कुछ गुण अवश्य ही थे, लेकिन नीच बुद्धि के कारण वे सभी लुप्त हो गए

रामायण महाभारत को कौन सा काल कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंभगवान राम और श्रीकृष्ण के बीच लगभ दो हजार वर्ष का फासला है। रामायण का काल महाभारत के काल के पहले का काल है

वेद का दूसरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवेदों को ‘श्रुति’ यानी ‘सुना हुआ’ भी कहते हैं। जबकि, अन्‍य हिन्‍दू ग्रंथों को ‘स्‍मृति’ कहते हैं, यानि मनुष्‍यों की बुद्धि या स्‍मृति पर आधारित ग्रंथ। वहीं वेद के सबसे प्राचीन भाग को ‘संहिता’ कहा जाता है। सुन और भली-भांति समझकर इसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाने के कारण ही इन्‍हें ‘श्रुति’ कहा जाता है

चारों वेदों के रचयिता कौन है?

इसे सुनेंरोकेंवैदिक सनातन वर्णाश्रम (हिन्दू) धर्म के अनुसार वैदिक काल में ब्रह्मा से लेकर वेदव्यास तथा जैमिनि तक के ऋषि-मुनियों और दार्शनिकों ने शब्द, प्रमाण के रूप में इन्हीं को माना है और इनके आधार पर अपने ग्रन्थों का निर्माण भी किया है. पराशर, कात्यायन, याज्ञवल्क्य, व्यास, पाणिनी आदि को प्राचीन काल के वेदवेत्ता कहते हैं

कौरवों की सेना में कितने सैनिक थे?

इसे सुनेंरोकेंएक अक्षौहिणी में २१,८७० रथ, २१,८७० हाथी, ६५,६१० सवार और १,०९,३५० पैदल सैनिक होते हैं।

रामायण का पुराना नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंब्रह्मा जी के कहे अनुसार वाल्मीकि ने भगवान श्री रामके वृतान्त को श्लोकबद्ध किया। महर्षि वाल्मीकि के द्वारा श्लोकबद्ध भगवान श्री राम की कथा को वाल्मीकि रामायण के नाम से जाना जाता है। वाल्मीकि को आदिकवि कहा जाता है तथा वाल्मीकि रामायण को आदि रामायण के नाम से भी जाना जाता है और यही सबसे प्रामाणिक भी है।

महाभारत के अनुसार कौन सा पात्र कौरव नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंकौरवों का जन्म कुन्ती के पुत्र युधिष्ठिर के जन्म होने पर धृतराष्ट्र की पत्नी गान्धारी के हृदय में भी पुत्रवती होने की लालसा जागी। गान्धारी ने वेद व्यास जी से पुत्रवती होने का वरदान प्राप्त कर लिया।

महाभारत के कौन से पात्र सबसे छोटे हैं?

पात्र

  • नकुल
  • सहदेव
  • द्रौपदी (अथवा पांचाली, कृष्णा , द्रुपदकन्या) )
  • दुर्योधन (धृतराष्ट्र और गांधारी का ज्येष्ठ पुत्र)
  • दुःशासन (दुर्योधन का भाई)
  • शकुनि (गांधार नरेश)
  • द्रोणाचार्य (पांडव और कौरवों के गुरु)
  • आचार्य-कृप