भारत में कुल कितने कैदी है?
इसे सुनेंरोकेंआंकड़ों के अनुसार श्रेणी के आधार पर देखा जाए तो देश की जेलों में बंद 4 लाख 78 हज़ार 600 कैदियों में से 3 लाख 15 हज़ार 409 (65
कैदी कितने प्रकार के होते हैं?
यहां कैदी कृषि गतिविधियों में लगे हुए हैं।…विशेष जेल
- कैदी जिन्होंने जेल अनुशासन का गंभीर उल्लंघन किया है।
- हिंसा और आक्रामकता की प्रवृत्ति दिखाने वाले कैदी।
- आदतन अपराधियों के कठिन अनुशासन संबंधी मामले।
- पेशेवर/संगठित अपराधी के समूह से कठिन अनुशासन के मामले।
ब्रिटिश सरकार भारतीय लोगो को बीना वारंट ही जेल में डाल देते थे वोह कौन सा कानून था?
इसे सुनेंरोकेंराज्य ने बंदी प्रत्यक्षीकरण को सामान्य कानून के भाग के रूप में विरासत में पाया जब 1922 में यह ब्रिटेन से अलग हुआ, परन्तु इसके सिद्धांत की, 1922 से 1937 तक प्रभावी रहे आयरिश मुक्त राज्य के संविधान के अनुछेद 6 द्वारा भी गारंटी दी गई थी। एक ऐसे ही प्रावधान को तब शामिल किया गया था जब 1937 में वर्तमान संविधान को अपनाया गया।
जेल प्रबंधन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक निश्चित अवधि की सज़ा पूरी करने के लिए अपराधी को अब तो एक ऐसी नई जेल व्यवस्था के सुपुर्द कर देना चाहिए जिसके दोमुखी कत्र्तव्य हों – प्रथम, अपराधी को निश्चित सज़ा अवधि तक जेल में रखना तथा दूसरा, हर प्रकार की मानवीय सुविधाओं के साथ उसे लगातार सुधारवाद के मार्ग पर अग्रसर करना
अपराधियों को जेल में डालने के उद्देश्य से उनके वर्गीकरण से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंजेलों का मुख्य उद्देश्य अपराधियों को सज़ा देना एवं उनके व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन के लिये अवसर देना होता है। साथ ही उन्हें समाज से दूर रखना भी जेलों का एक उद्देश्य है, ताकि वे समाज को नुकसान न पहुँचा सकें। अक्सर देखा गया है कि अपराधी जेल से निकलने के बाद पुनः अपराध में संलग्न हो जाते हैं।
बंदी गृह में सुधार की प्रक्रिया का प्रारंभ कब कहां और किसके द्वारा किया गया?
इसे सुनेंरोकेंजून 1948 में मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के पश्चात यद्यपि संपूर्ण विश्व के कारागार प्रशासन में बन्दियों के सुधार एवं पुनर्वास पर तीव्रता आई, किन्तु विशेष तौर पर भारतीय कारागारों में जेल अधिकारी बन्दियों के सुधार एवं पुनर्वास के लिए गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों को …
रोलेट एक्ट क्या था समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंरोलेट एक्ट जिसे काला कानून भी कहा जाता है, भारत की ब्रिटानी सरकार द्वारा भारत में उभर रहे राष्ट्रीय आंदोलन को कुचलने के लिए बनाया गया। इस कानून से ब्रिटिश सरकार को ये अधिकार प्राप्त हो गया था, कि वह किसी भी भारतीय पर अदालत में बिना मुकदमा चलाए, उसे जेल में बंद कर सकती थी
आदर्श बंदीगृह क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसमाज के अधिकांश लोग इस विचार से सहमत थे कि अपराधियों को समाज से पृथक रखा जाये जहां पर उन पर कडा नियंत्रण रखा जा सके उनसे कठोर श्रम लिया जाये ताकि वे अपने कृ त्य पर प्रायश्चित करे सभ्य जीवन बिताने को अग्रसर हो सकें। इस प्रकार जिसे स्थान पर अपराधी को रखा जाता है उसे जेल या बंदीगृह कहा जाता था।
अपराध का मुख्य कारण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअपराध का मुख्य कारण पैसों का लालच है। कुछ लोगों में हाई सोसाइटी की लाइफ स्टाइल जीने की लालसा बढ़ रही है। इसके लिए राहजनी, लूटपाट करना आम बात हो गई है। किसी भी अपराध की प्राथमिक वजह स्वार्थ भी है
भारत में प्रथम केंद्रीय बंदी गृह की स्थापना कब और कहाँ हुई?
इसे सुनेंरोकेंइस हेतु अंग्रेजों द्वारा सेंट्रल इंडिया एजेंसी (C.I.A.) जेल (वर्तमान जिला जेल इंदौर) का निर्माण 1839 में किया गया, जिसका जेल भवन आज भी विद्यमान एवं उपयोग में है। भारतीय जेलों के सुधार हेतु बनाई गई प्रथम जेल समिति 1836-38 की अनुशंसाओं के अनुरूप प्रदेश में केन्द्रीय जेल तथा नए जेल भवन निर्मित किए गए
भारत में बंदी गृह सुधार समिति का गठन कब किया गया?
इसे सुनेंरोकें___कारागार (जेल) अधिनियम 1894 (IX of 1894) जेलों से संबंधित प्रावधानों को संशोधित करने के लिए लाया गया और इस अधिनियम को लाने का उद्देश्य भारत में जेलों से संबंधित कानूनों को संशोधित करना था। सन् 1919-1920 में भारतीय बंदीगृह समिति की स्थापना सर अलेकजेन्डर काडयूँ की अध्यक्षता में की गई।
जब रौलेट एक्ट पारित हुआ उस समय भारत का वायसराय कौन था?
इसे सुनेंरोकेंजब रौलेट एक्ट पारित हुआ था, उस समय भारत का वायसराय कौन था–लाँर्ड इर्विन, लाँर्ड रीडिंग, लॉर्ड चेम्सफोर्ड, लॉर्ड लेवेल …