कृषि गहनता की गणना का सूत्र क्या है?

कृषि गहनता की गणना का सूत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंदूसरे शब्दों में एक वर्ष में एक ही कृषि क्षेत्र पर उगायी जाने वाली फसलों की संख्या शस्य गहनता कहलाती है। यदि एक क्षेत्र में वर्ष में एक ही फसल उत्पन्न होती है तो उसकी गहनता 100 मानी जायेगी, यदि दो फसलें उत्पादित की जायेगी तो शस्य गहनता 200 हो जायेगी।

फसल उत्पादन का पहला चरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंफसल के लिए मिट्टी तैयार करना पहली प्रक्रिया है। मिट्टी तैयार करने के लिए सर्वप्रथम खेत को हल से जुताई की जाती है। उसके बाद मिट्टी को बराबर किया जाता है। मिट्टी को जुताई करने से उसके आवांछनीय पौधे जड़ से उखड़ जाते हैं तथा मर जाते हैं।

हरी खाद के लिए सर्वोत्तम फसल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंहरी खाद के लिए दलहनी फसलों में सनैइ (सनहेम्प), ढैंचा, लोबिया, उड़द, मूंग, ग्वार आदि फसलों का उपयोग किया जा सकता है। इन फसलों की वृद्धि शीघ्र, कम समय में हो जाती है, पत्तियाँ बड़ी वजनदार एवं बहुत संख्या में रहती है, एवं इनकी उर्वरक तथा जल की आवश्यकता कम होती है, जिससे कम लागत में अधिक कार्बनिक पदार्थ प्राप्त हो जाता है।

फसल गहनता का सबसे कम प्रतिशत कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंफसल की गहनता में कमी: वर्तमान में भू-जल सिंचाई का उपयोग कर रहे क्षेत्रों में नहर सिंचाई को बढ़ाने से फसल गहनता में राष्ट्रीय स्तर पर 7% और कुछ प्रमुख स्थानों में 24% तक की गिरावट हो सकती है

फसल चक्र की गहनता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार उच्च फसल गहनता का अर्थ है कि एक कृषि वर्ष के दौरान शुद्ध बुआई क्षेत्र में एक से अधिक फसल उगायी जाए। यह एक कृषि वर्ष की अवधि में कृषि योग्य भूमि की प्रति इकाई उच्च उत्पादकता का संकेत भी देती है। फसल गहनता व्यापक स्थानिक विभेदों को दर्शाती है

सामान्य तौर पर कौन से समूह की फसलों को शीत ऋतु में बोया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंरबी की फसलें सर्दी के मौसम में उगाई जाती है। इनको “शरद ऋतु की फसलें” भी कहते हैं

हरी खाद कितने प्रकार के होते हैं?

हरी खाद बनाने के लिए सनई, ढैंचा, लोबिया, मूंग व ग्वार जैसी फसलों का उपयोग किया जाता है। आपको बता दें कि इस प्रकार की खाद बनाने के लिए ज़्यादा पानी और तापमान की ज़रूरत होती है। भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि होती है।…जानें, खाद एवं उर्वरकों में अंतर और इसके प्रकार

प्राकृतिक खाद रासायनिक खाद (उर्वरक)
जैविक खाद किफायती और सस्ती होती है। रासायनिक खाद महंगी होती हैं।

फलीदार पौधे मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनाते हैं?

इसे सुनेंरोकें2. रासायनिक खाद (केमिकल फर्टिलाइजर): यह खाद नाइट्रोजन, पोटाश और फॉस्फोरस के कंपाउंड वाली होती है। इसके इस्तेमाल से मिट्टी कम समय में ज्यादा उपजाऊ हो जाती है