मोह फास का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंमोह-जल में फँसाना MEANING – NEAR BY WORDS उदाहरण : भारतीय मांसाहार के मोह जाल में फंसते जा रहे हैं. Usage : Her seduction by an older man.
मोह का क्या मतलब होता है?
इसे सुनेंरोकेंप्रेम; प्यार 2. स्नेह; ममता 3. मायाजाल 4. मूर्छा; बेहोशी 5.
ब्लॉकबस्टर मीनिंग?
इसे सुनेंरोकेंब्लॉकबस्टर इतने बड़े बम को कहा जाता था जिसमें एक शहर को बरबाद करने की क्षमता हो. यह पहली बार शहरों के एक क्षेत्र या इलाक़े जिसे ब्लॉक कहा जाता है उसे ‘बस्ट’ (bust) या ध्वस्त करने के शाब्दिक अर्थ में प्रयोग किया गया
मोह माया से मुक्ति कैसे पाए?
इसे सुनेंरोकेंकृष्ण रूपी परमात्मा को पाने के लिए जब सुदामा रूपी जीवात्मा बेचैन हो जाती है तो उसे मोक्ष मिल ही जाता है। स्वयं के मूल का बोध हो जाना ही माया से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करता है। जिस क्षण इसका बोध हो गया उसी क्षण जन्म माया मोह से मुक्त हो जाता है
प्रेम और मोह क्या है?
इसे सुनेंरोकेंप्रश्न उठता है कि प्रेम और मोह में अंतर कैसे किया जाए? इसे इस प्रकार समझ सकते हैं कि वह प्रेम जो कर्तव्य पालन में बाधा बन जाए, वह मोह है
मोह और प्रेम में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंप्रेम ऊपर उठाता है पर मोह नीचे गिराता है। अर्थात प्रेम में इंसान महान हो जाता है और मोह में पड़ कर गिर जाता है। प्रेम अटूट है कभी भंग नहीं होता, जबकि मोह भंग हो जाता है। मोह में पाने की इच्छा होती है, प्रेम में केवल समर्पण का भाव होता है
मोह का त्याग कैसे करे?
इसे सुनेंरोकेंहमें सब प्रकार की इच्छा का त्याग कर एक परमात्मा की प्राप्ति के लिए निस्वार्थ भाव से ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। नहीं तो मोह रूपी दलदल का तो कोई अंत नहीं है। इस दलदल से कोई बाहर नहीं निकल सकता। कबीर ने कहा था कि जैसे पंख होते हुए भी चतुर तोता पिंजरे में फंस जाता है उसी प्रकार मनुष्य भी मोह माया के चक्र में फंसा रहता है
मोह कैसे त्यागे?
ईश्वर की माया क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजब हम किसी चकित कर देने वाली घटना को देखते हैं, तो उसे ईश्वर की माया कह देते हैं। माया ब्रह्म की ही शक्ति है, जो सत्य को ढक लेती है। उसकी जगह किसी दूसरी चीज के होने का भ्रम पैदा कर देती है, जैसे रस्सी से सांप का भ्रम हो जाता है। संसार में जो दिखता है, वह सब माया है
आकर्षण और प्यार में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंप्यार में हम अपने चाहने वाले के लिए कुछ भी कर जाते है परंतु attraction में यह मुश्किल सा लगता है, इंसान सोच में पड़ जाता है कि मै अपने चाहने वाले की मदद करू या नहीं. आकर्षण वो है कि किसी इंसान को पसंद करना या पाने की इच्छा होना। इसका अर्थ है खुद को खुश रखना जबकि प्यार में प्रेमी चाहता है कि उसका पार्टनर खुश रहे।