कैबिनेट मंत्री का क्या काम रहता है?
इसे सुनेंरोकेंकैबिनेट अपेक्षाकृत महत्वपूर्ण मंत्रियों का अधिक छोटा समुदाय है जो देश (अथवा प्रदेश) के शासन के संबंध में सारे महत्वपूर्ण मामलों में नीति का निर्धारण और निर्णय करता है। इसका आकार सरकार के विविध विभागों के कार्यभार के अनुसार घटता बढ़ता और देश-देश में बदलता रहता है।
कैबिनेट मंत्री का सैलरी कितना होता है?
इसे सुनेंरोकेंअगर मूल वेतन की बात करें, तो हर महीने 1,00,000 रुपए मिलते हैं. इसके अलावा कैबिनेट मंत्रियों को 2,000 रुपये बतौर सत्कार भत्ता डेली के हिसाब से मिलता है. जबकि राज्य मंत्री को 1000 रुपए और डिप्टी मंत्री को 600 रुपए प्रतिदिन मिलता है. वहीं, कार्यालय के कार्य के लिए 60,000 रुपये कार्यलयी भत्ता भी मिलता है.
राजस्थान के वित्त मंत्री कौन है 2021?
Rajasthan Mantrimandal List in Hindi 2021
अशोक गहलोत | मुख्यमंत्री गृह मंत्री वित्त मंत्री आईटी संचार विभाग सूचना प्रौद्योगिकी कार्मिक विभाग स्टेट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो कैबिनेट सचिवालय सामान्य प्रशासन कर विभाग एनआरआई |
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रामलाल जाट | राजस्व विभाग |
विश्वेंद्र सिंह | पर्यटन और नागरिक उड्डयन |
गोविंद राम मेघवाल | आपदा प्रबंध और राहत विभाग |
राजस्थान का सबसे बड़ा मंत्री कौन है?
इसे सुनेंरोकेंविश्वेंद्र सिंह राजस्थान के सबसे अमीर मंत्री
हमारे शिक्षा मंत्री का क्या नाम है?
इसे सुनेंरोकेंरमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) के इस्तीफे के बाद पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और स्टील मंत्रालय संभाल रहे धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) को अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई.
वर्तमान में भारत के खेल मंत्री कौन है?
इसे सुनेंरोकेंभारत के वर्तमान खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर हैं। (अक्टूबर 2021 तक)।
कैबिनेट मंत्री का अर्थ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारत के सापेक्ष में कैबिनेट मंत्री उन MPs (मेम्बर ऑफ पार्लियामेंट) को कहा जाता है जिन्हें मुख्य रूप से बड़े मंत्रालयों का कार्यभार सौंपा गया होता है। गृहमंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, वित्त मंत्री इत्यादि ये सब कैबिनेट मंत्री के उदाहरण है।
कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री में क्या फर्क है?
इसे सुनेंरोकेंराज्यमंत्री एक केबिनेट मंत्री के सहायक के रूप में कार्य करता है और कैबिनेट के मीटिंग में भाग नही ले सकता परन्तु सुविधाये उसे मंत्री वाली ही मिलती है जबकि स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री विभाग का स्वतंत्र प्रभारी होता हो और जरूरत पडने पर कैबिनेटकी मीटिंग में अपनी बात रख सकता है ।
भारत में मंत्री कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंभारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल में तीन प्रकार के मंत्री होते हैं. इनमें कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार तीन तरह के मंत्री होते हैं.