शीघ्र पहचान और शीघ्र हस्तक्षेप के महत्व क्या है?

शीघ्र पहचान और शीघ्र हस्तक्षेप के महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंशीघ्र पहचान करने का मुख्य उद्देश्य गम्भीर जन्म दोष, शारीरिक विकृतियों का शीघ्र निदान व उपचार या ऐसे गम्भीर रोग से ग्रसित बच्चे की जन्म की रोकथाम करना है। शीघ्र हस्तक्षेप बाह्य उद्दीपक देने की वह कला है जिससे विलम्ब से विकास करने वाले बच्चे की विकासात्मक कमी को पूरा किया जा सके

प्रारंभिक हस्तक्षेप में समुदाय की क्या भूमिका है?

इसे सुनेंरोकेंप्रारंभिक शुरुआत सेवाओं को प्रत्येक शिशु / बच्चे की जरूरतों और परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और “प्राकृतिक वातावरण”, अर्थात, घर और सामुदायिक सेटिंग्स में प्रदान किया जाता है जिसमें बिना विकलांग बच्चे भाग लेते हैं।

शैक्षिक हस्तक्षेप क्या है?

इसे सुनेंरोकेंतंत्रिका विकासात्मक निःशक्तताएँ निःशक्तताओं का एक समूह है जिसमें मुख्य तंत्रिका तंत्र का विकास विकृत होता है। एक शिक्षार्थी शिक्षक के रूप में आपको शैक्षिक कार्यक्रमों की योजना एवं क्रियान्वयन हेतु विभिन्न तंत्रिका विकासात्मक विकारों की प्रकृति एवं आवश्यकताओं को समझना आवश्यक है।

अधिगम अक्षमता के लक्षण क्या है?

डिस्लेक्सिया

  • वर्णमाला अधिगम में कठिनाई
  • अक्षरों की ध्वनियों को सीखने में कठिनाई
  • एकाग्रता में कठिनाई
  • पढ़ते समय स्वर वर्णों का लोप होना
  • शब्दों को उल्टा या अक्षरों का क्रम इधर – उधर कर पढ़ा जाना, जैसे नाम को मान या शावक को शक पढ़ा जाना
  • वर्तनी दोष से पीड़ित होना
  • समान उच्चारण वाले ध्वनियों को न पहचान पाना
  • शब्दकोष का अभाव

अक्षम क्षेत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंक्षमा का अर्थ है किसी के द्वारा किये गये अपराध या गलती पर स्वेच्छा से उसके प्रति भेदभाव और क्रोध को समाप्त कर देना।

प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा में विद्यालय पूर्व केंद्र का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंबच्चे के विद्यालय जाने से पूर्व ही उनकी शिक्षा आरंभ हो जाती है। व्यापक प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा का उद्देश्य जन्म से छह वर्ष की आयु तक के बच्चों की समग्र रूप से वृद्धि, विकास और उनके शिक्षण को प्रोत्साहित करना है।

प्रारंभिक हस्तक्षेप प्रक्रिया में विशेष शिक्षक की भूमिका क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअभिभावकों और शिक्षकों को इन बच्चों को बोलना सिखाने, चलने-फिरने, मित्र बनाने और वे कौशल और संकल्पनाएँ, जो सामान्य बच्चे विकास के दौरान सहज रूप से प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें अर्जित करने और सिखाने के लिए विशेष प्रयास करने होते हैं।

अधिगम अक्षमता के कारण कौन कौन से हैं?

बिना सोचे – विचारे कार्य करना

  • उपयुक्त आचरण नहीं करना
  • निर्णयात्मक क्षमता का अभाव
  • स्वयं के प्रति लापरवाही
  • लक्ष्य से आसानी से विचलित होना
  • सामान्य ध्वनियों एवं दृश्यों के प्रति आकर्षण
  • ध्यान कम केन्द्रित करना या ध्यान का भटकाव
  • भावात्मक अस्थिरता