ब्रेस्टफीडिंग के लिए क्या खायें?

ब्रेस्टफीडिंग के लिए क्या खायें?

इसे सुनेंरोकेंसाबुत अनाज वाले आहार विटामिन और आहार-संबंधी रेशों से भरपूर होते हैं, जो आपको कब्‍ज़ नहीं होने देते। रिफ़ाइंड चावल अथवा सफेद ब्रेड की अपेक्षा साबुत अनाज वाले उत्‍पाद चुनें, जैसे भूरे चावल, ब्रेड अथवा ओट्स। पर्याप्‍त मात्रा में सब्ज़ियां और फल खाएं: सब्ज़ियां और फल विटामिन और खनिजों के अच्‍छे स्रोत होते हैं।

मां के दूध को नवजात शिशु के लिए सबसे अच्छा क्यों माना जाता है?

इसे सुनेंरोकेंयह शिशु के जीवन के लिए जरूरी है, क्योंकि मां का दूध सुपाच्य होता है और इससे पेट की गड़बड़ियों की आशंका नहीं होती। मां का दूध शिशु की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक होता है। स्तनपान से दमा और कान की बीमारी पर नियंत्रण कायम होता है, क्योंकि मां का दूध शिशु की नाक और गले में प्रतिरोधी त्वचा बना देता है।

बच्चों को कब तक दूध पिलाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंविश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार, 6 महीने तक ही शिशु को मां का दूध पिलाना चाहिए और इसके बाद दो साल की उम्र तक उसे धीरे-धीरे ठोस आहार देना शुरू करना चाहिए। यदि आप दो साल की उम्र के बाद भी अपने बच्‍चे को दूध पिलाती हैं तो इससे मां और बच्‍चे को कई फायदे मिलते हैं

मां के दूध में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंदूध में दो प्रकार के प्रोटीन पाए जाते हैं। इनमें से अधिकतम स्थान केसीन का होता है जो अस्सी प्रतिशत है जबकि वेह प्रोटीन बाकी के बीस प्रतिशत में पाया जाता है। यहाँ ये ध्यान रखना जरूरी है कि केसीन प्रोटीन दूध में चार प्रकार से प्राप्त किया जाता है। इनकी मात्रा अलग होती है लेकिन ये केसीन प्रोटीन का हिस्सा होते हैं

शिशु के लिए आहार की योजना बनाने के लिए एक मां को आप क्या सलाह देंगे?

इसे सुनेंरोकेंइसलिए, यह सलाह दी जाती है कि, पूरक आहार के साथ-साथ, स्तनपान कम से कम दो वर्ष की आयु तक जारी रखना चाहिए। सबसे उपयुक्त पूरक खाद्य पदार्थ ऐसे ठोस, अर्ध-ठोस या नरम खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें छह महीने के बाद माँ के दूध के साथ शिशुओं को दिया जाता है।

गाय के दूध से मां के दूध की तुलना क्यों नहीं की जा सकती है?

इसे सुनेंरोकेंमानव दूध में जीएमएल की मात्रा 3,000 माइक्रोग्राम प्रति मिलीलीटर होता है, जबकि गायों के दूध में सिर्फ 150 माइक्रोग्राम प्रति मिलीलीटर और डिब्बा बंद दूध मेंबिलकुल नहीं होती | गौरतलब है कि ग्लिसरॉल मोनोलॉरेट, जो प्राकृतिक रूप से मां के दूध में मौजूद होता है, इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बेहतरीन खाद्य घटक के रूप में ..

बच्चे को बोतल से दूध कैसे पिलाएं?

इसे सुनेंरोकेंयदि कोई और विकल्प न हो और मजबूरी में देना ही हो तो बच्चे को सही पोजिशन में रखकर ही बोतल का दूध पिलाएं। दूध पीते समय बच्चे को मां का दूध पिलाने वाले पोजिशन में ही रखें। यानि बच्चे को गोद में इस तरह रखें, जिससे उसका सिर उठा हुआ हो। उसे बेड पर सुलाकर दूध न पिलाएं