भारत की प्रमुख सामाजिक समस्या क्या है?

भारत की प्रमुख सामाजिक समस्या क्या है?

इसे सुनेंरोकेंगरीबी, आतंकवाद, घुसपैठ, बाल श्रमिक, श्रमिक असंतोष, छात्र असंतोष, भ्रष्टाचार, नशाखोरी, जानलेवा बीमारियां, दहेज प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण बालिका हत्या, विवाह विच्छेद की समस्या, बाल अपराध, मद्यपान, जातिवाद, अस्पष्यता की समस्या ये सभी समाजिक समस्याओं के अन्तर्गत आती है।

विभिन्न प्रकार के मुद्दे क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआर्थिक सुधारों के पश्चात भी भारत के समक्ष अभी भी कई सामाजिक चुनौतियाँ है जिनमें से प्रमुख सामाजार्थिक मुद्दे हैं: गरीबी, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद व आतंकवाद, कुपोषण और अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा। इस सर्वेक्षण में थोड़े बहुत क्षेत्रों को छोड़ कर सम्पूर्ण भारत को शामिल किया जाता है।

सामाजिक बुराइयां कौन कौन सी हैं?

इसे सुनेंरोकेंहम लगातार बढ़ती जनसंख्या, काबू से बाहर होती महंगाई, गरीबी के कारण भुखमरी, समाज में जहर की तरह फैल रहा भ्रष्टाचार और देश के युवाओं को हर हफ्ते होता सच्चा प्यार जैसी समस्याओ की बात नहीं करेंगे।

सामाजिक समस्या का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक समस्या एक ऐसी अवस्था है जो किसी समूह के द्वारा स्वयं के सदस्यों के लिए असंतोश के उदगम के रूप में पाई जाती है तथा इसमें उन विकल्पों को मान्यता प्रदान की जाती है जिसके द्वारा कोई समूह अथवा इसका सदस्य किसी न किसी प्रकार का परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित होता है

प्रमुख सामाजिक समस्या कौन कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय समाज की प्रमुख समस्याओं में जनसंख्या मे़ बढ़ौत्तरी, निर्धनता, बेरोजगारी, असमानता, अशिक्षा, गरीबी, आतंकवाद, घुसपैठ, बाल श्रमिक, श्रमिक असंतोष, छात्र असंतोष, भ्रष्टाचार, नषाखोरी, जानलेवा बीमारियां, दहेज प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण बालिका हत्या, विवाह-विच्छेद की समस्या, बाल अपराध, मद्यपान, जातिवाद, अस्पृश्यता की समस्या …

रॉबर्ट ए निस्बेट ने सामाजिक समस्या की उत्पत्ति के कितने कारण बताये हैं?

इसे सुनेंरोकेंइसी प्रकार मर्टन और निस्बेट ने सामाजिक समस्या को किए जाने वाले किसी व्यवहार को अधिकांश समाज द्वारा एक या अधिक सामान्यतः स्वीकृत नियमों के उल्लंघन के रूप में देखे जाने के रूप में परिभाषित किया है।” ये दोनों परिभाषाएँ कुछ सामाजिक समस्याओं पर लागू होती है जैसे भ्रष्टाचार, नशे की आदत और सांप्रदायिकता।

सामाजिक संबंध कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवर्ग-विभाजन है, वहीं दूसरी ओर प्रजाति तथा (ब) सामाजिक प्रस्थिति-मान-सम्मान तथा जाति, क्षेत्र तथा समुदाय, जनजाति तथा लिंग समाज के अन्य व्यक्तियों की नज़रों में उच्च इत्यादि सामाजिक स्तरीकरण के आधार बने हैं। स्थान।

समाज में व्याप्त कुरीतियां कौन कौन सी हैं?

इसे सुनेंरोकेंआज भारतीय जीवन विभिन्न प्रकार की सामाजिक कुरूतियों से संकटग्रस्त हो चुका है। आज भारतीय जीवन मे अनेक प्रकार की सामाजिक अव्यवस्था – वर्णव्यवस्था , अंधविश्वास, जातिवाद, सम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद, प्रांतवाद, भाषा-बोली वाद, दहेज-प्रथा, बाल-विवाह प्रथा, सती -प्रथा, आदि रूढिया ओर कुरीतिया फैल चुकी है

ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक समस्याएं क्या है?

इसे सुनेंरोकेंग्रामीण समस्याएँ- (अ) ऋण की समस्या-गाँव के अधिकतर लोग खेती करते हैं। खेती के लिए आधुनिक यन्त्रों, उत्तम बीज, खाद तथा सिंचाई की व्यवस्था के लिए किसान के पास धन नहीं होता है। इसके लिए उसे ब्याज की सस्ती दर पर ऋण नहीं मिल पाता

सामाजिक विघटन क्या है इसकी प्रमुख विशेषताएं?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक विघटन का तात्पर्य किसी भी ऐसी स्थिति से है, जिसमें एक समूह के सदस्यों के सम्बन्ध टूट जाते हैं और इस प्रकार सामाजिक जीवन अव्यवस्थित हो जाता है। इस दृष्टिकोण से संगठन तथा विघटन की दशाएँ एक प्रक्रिया के रूप में क्रियाशील होने के बाद भी एक दूसरे से पूर्णतया भिन्न हैं

सामाजिक विघटन क्या है इसकी प्रमुख विशेषताएं लिखिए?