क्यों शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है?

क्यों शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत सरकार द्वारा शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया गया। ► हालाँकि, आत्मरक्षा में, फसल की क्षति को रोकने के लिये या आदमखोर जानवरों को मारने के लिये शिकार की इज़ाज़त है, लेकिन भारत में खेल के लिये शिकार करना निषिद्ध है।

शिकार करने वाले समुदाय की विशेषताएं क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइस आदिम जनजाति समूह की खास विशेषता यह है कि ये लोग मधुमखियों की तरह सूर्य का इस्तेमाल दिशा ज्ञान के लिए करते हैं। । यह कृषि या मवेशी पालन पर आधारित उन समाजों से बहुत भिन्न होते है जो पाले या उगाए गए पेड़-पौधों और जानवरों से अपना आहार प्राप्त करते हैं।

निगरानी और विरोधी अवैध शिकार प्रणाली क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअवैध शिकार या Poaching उन जीवों के शिकार को कहते हैं जो क़ानून द्वारा संरक्षित हैं और जिनके शिकार पर या तो राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाबन्दी लगाई गई हो। इसमें जंगली पौधों या जानवरों को शिकार, कटाई, मछली पकड़ने, या फँसाने के माध्यम से अवैध या गैरकानूनी रूप से ले जाना शामिल है। कानून व्यवस्था का ढीला ढाला होना।

जंगली जानवर तथा पशु पक्षियों का शिकार करना गलत क्यों है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य ने तरह-तरह के शौक पाल रखे हैं उनमें से एक शौक जंगली जीवो का शिकार करना है। अपने शौक के लिए किसी जीव की हत्या कर देना पाप है, अपराध है। आज जंगली जीवो की संख्या दिन प्रतिदिन घटती ही जा रही है। निर्दोष जंगली जीवो का शिकार किया जा रहा है

लोग शिकार क्यों करते हैं बताओ?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: जंगली जीवों या घरेलू जानवरों का शिकार आम तौर पर मनुष्यों द्वारा भोजन, मनोविनोद, उन शिकारी जानवरों को हटाने के लिए जो मनुष्यों या घरेलू जानवरों के लिए खतरनाक हैं, या व्यापार के लिए किया जाता है। वैध शिकार अवैध शिकार से अलग है, जो प्रजातियों की अवैध हत्या, फँसाना या कब्जा करना है

जनजाति क्या है इसकी प्रमुख समस्याओं का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंजनजाति की मुख्य समस्या भूमि से अगल होना है। जैसा की हम जानते है जनजातियां आज भी सभ्य समाज से दूर जंगलों और पर्वतों में अधिक निवास करती है। जनजातियों की प्रमुख समस्या भूमि से अलग हो जाने की रही है। प्रशासनिक अधिकारी, वन विभाग के ठेकेदार, महजानों इत्यादि के प्रवेश से उनका शोषण प्रारंभ हुआ है

लोग शिकार क्यों करते हैं?

शिकारी ने कौन सा दृश्य देखा?

इसे सुनेंरोकेंशिकारी ने देखा कि गोली की आवाज़ सुनकर हिरणी भागी नहीं और उसकी आँखों से आँसू निकल आए हैं। शिकारी को ताज्जुब हुआ और वह फ़ौरन हिरणी के पास गया। शिकारी दृश्य देखकर बहुत पछताया।

पशु पक्षियों का शिकार क्यों नहीं करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसंस, पलवल : पशु-पक्षी कष्ट निवारण समिति के संयोजक स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि यजुर्वेद में कहा गया है कि पशु-पक्षियों को नहीं मारना चाहिए, उनकी रक्षा करनी चाहिए। पशु पशु हमारे मित्र हैं, हितकारक हैं। इस धरती पर सभी को जीने का समान अधिकार है।

निम्न प्रश्नों के उत्तर दो प्र 1 जंगली पशु एवं पक्षियों का शिकार करना गलत है तो क्यों अपने विचार लिखो?

इसे सुनेंरोकेंहालांकि, निवास की कमी और गिरावट तथा वन्य जीवों के अवैध शिकार की वजह से कई जानवर और पक्षियों के अस्तित्व खतरे में पड़ गये हैं या तो पड़ने की संभावना है। उनमें से कुछ तो विलुप्त भी हो गए हैं। वन्यजीव मानव कल्याण के लिए आवश्यक है। हम उनके बिना नहीं रह सकते हैं