उत्प्रेरक गुण क्या है?

उत्प्रेरक गुण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजब किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति किसी पदार्थ की उपस्थिति मात्र से बढ जाती है तो इसे उत्प्रेरण (Catalysis) कहते हैं। जिस पदार्थ की उपस्थिति से अभिक्रिया की गति बढ जाती है उसे उत्प्रेरक (catalyst) कहते हैं। उत्प्रेरक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल क्रिया की गति को प्रभावित करता है।

उत्प्रेरक कितने प्रकार के होते हैं समझाइए?

उत्प्रेरक (catalyst) के प्रकार :

  • (i) सकारात्मक उत्प्रेरक (Positive catalyst): उत्प्रेरक जो प्रतिक्रिया की दर को सक्रिय करता है उसे सकारात्मक उत्प्रेरक कहते है।
  • (ii) ऋणात्मक उत्प्रेरक (Negative catalyst): उत्प्रेरक जो प्रतिक्रिया की दर को निष्क्रिय कर देता है उसे ऋणात्मक उत्प्रेरक कहते है।

रासायनिक और जैविक उत्प्रेरक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजैव-उत्प्रेरक यह एक एंजाइम या प्रोटीन (Enzyme or Protein) होता है जो जैव रासायनिक प्रतिक्रिया (Biochemical Reaction) की दर को बढ़ाता है या उत्प्रेरित करता है। एमाइलेज-आधारित जैव-उत्प्रेरक एक प्रोटीन की तरह होता है जो स्टार्च को सरल शुगर अणुओं में तोड़कर जैव रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को बढ़ाता है

संक्रमण धातु एक उत्प्रेरक का कार्य करती है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंउत्प्रेरक की सतह पर जहाँ अभिक्रिया होती है वहाँ अभिकारकों का अधिशोषण हो जाता है। (ब) रंगीन आयन बनाने की प्रवृत्ति (Tendency to form Coloured Ions)—अधि कांश संक्रमण धातु आयन एवं उनके यौगिक रंगीन होते हैं। संक्रमण धातु आयनों का रंग, अपूर्ण d-कक्षक एवं अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति के कारण होता है।

कौन सा पदार्थ अभिक्रिया को बाधित करता है?

इसे सुनेंरोकेंइसी प्रकार, जो पदार्थ रासायनिक अभिक्रिया में अन्य पदार्थों को अपचयित कर देता है, वह अपचायक कहलाता है

हाऊबेन हॉस अभिक्रिया में कौन सा उत्प्रेरक प्रयुक्त होता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: जब किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति किसी पदार्थ की उपस्थिति मात्र से बढ जाती है तो इसे उत्प्रेरण (Catalysis) कहते हैं। जिस पदार्थ की उपस्थिति से अभिक्रिया की गति बढ जाती है उसे उत्प्रेरक (catalyst) कहते हैं। उत्प्रेरक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल क्रिया की गति को प्रभावित करता है

भौतिक अवस्था के आधार पर उत्प्रेरक कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्प्रेरकों को भौतिक अवस्था के आधार पर तथा उनकी क्रिया के आधार पर विभाजित किया जाता है। यदि किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वले अभिकारक, उत्प्रेरक तथा उत्पाद तीनों एक ही अवस्था में होते हैं तो ऐसे उत्प्रेरक को समांगी उत्प्रेरक कहा जाता है

उत्प्रेरक की विशेषताएं तथा उत्प्रेरक के प्रकारों के बारे में आप क्या जानते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्प्रेरक की विशेषताएँ: क्रिया के अंत में उत्प्रेरक अपरिवर्तित बच रहता है। उसके भौतिक संगठन में चाहे जो परिवर्तन हो जाएँ, परंतु उसके रासायनिक संगठन में कोई अंतर नहीं होता। उत्प्रेरक पदार्थ की केवल थोड़ी मात्रा ही पर्याप्त होती है। उत्प्रेरक की यह विशेषता इस तथ्य पर निर्भर है कि वह क्रिया के अंत में अपरिवर्तित रहता है

विषमांगी उत्प्रेरक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविषमांगी उत्प्रेरक -जब क्रियाकारक पदार्थ और उत्प्रेरक की प्रावस्थाएँ अलग- अलग हों, तो ऐसे उत्प्रेरक विषमांगी उत्प्रेरक कहलाते हैं

एंजाइम क्या है इन हिंदी?

इसे सुनेंरोकेंएंजाइम किसे कहते हैं, महत्त्व, प्रकार और फायदे – Enzyme kya hai in Hindi. एंजाइम एक तरह का प्रोटीन है जो कोशिकाओं के अंदर पाया जाता है। एंजाइम मानव शरीर में कैमिकल (रसायनिक) प्रतिक्रियाओं को तेज करने में मदद करते हैं। ज्यादातर एंजाइम पेनक्रियाज (अग्नाशय), पेट और छोटी आंत में बनते हैं