अपमार्जक और साबुन में क्या अंतर है?
इस पदार्थ को अपमार्जक अथवा साबुनरहित साबुन कहते हैं।…
साबुन और अपमार्जक में अंतर | |
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साबुन | अपमार्जक |
3. इसकी अधिकता नदियों में जाकर किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं करती, क्योंकि ये जैव निम्नकरणीय पदार्थ है। | 3. इसकी अधिकता नदियों में जाकर प्रदूषण करती है, क्योंकि ये जैव निम्नकरणीय नहीं है। |
अपमार्जक से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंये पदार्थ आमतौर पर एल्किलबेंजीन सल्फोनेट, यौगिकों का एक परिवार जो साबुन के समान होता है लेकिन भारी पानी में अधिक घुलनशील होता है, क्योंकि पोलर सल्फोनेट (डिटर्जेंट का) पोलर कार्बोक्जिलेट (साबुन के) की तुलना में भारी पानी में पाए जाते कैल्शियम और अन्य आयनों से बंधने की संभावना कम होती है।
साबुनीकरण प्रक्रिया क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसाबुनीकरण की क्रिया में वनस्पति तेल या वसा एवं कास्टिक सोडा या कास्टिक पोटाश के जलीय घोल को गर्म करके रासायनिक प्रतिक्रिया के द्वारा साबुन का निर्माण होता तथा ग्लीसराल मुक्त होता है। साधारण तापक्रम पर साबुन नरम ठोस एवं अवाष्पशील पदार्थ है। यह कार्बनिक मिश्रण जल में घुलकर झाग उत्पन्न करता है।
संश्लेषित अपमार्जक क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंयह एक विशेष प्रकार का कृत्रिम आयनिक कार्बनिक पदार्थ है जिसमें साबुन की तरह मैल घोलने का गुण पाया जाता है। इसका प्रयोग कठोर एवं मृदु दोनों प्रकार के जल के साथ किया जा सकता है। यह प्रबल कार्बनिक अम्ल और प्रबल कार्बनिक क्षारक से बने हुए अति उच्च अणुभार के लवण होते हैं
डिटर्जेंट के कारण कौन सा प्रदूषण होता है?
इसे सुनेंरोकेंमिट्टी में हानिकारक विषैले पदार्थो के एकत्रित होने को मृदा प्रदूषण कहते हैं। असीमित जनसंख्या बढ़ने से भूमि प्रदूषण को खतरा बढ़ गया है। 1- कचरा 2- वाहित मल 3- घरेलू अपमार्जक -जैसे – सर्फ, साबुन आदि 4- औद्योगिक वर्ण्य पदार्थ ।
अपमार्जक ने साबुन का स्थान क्यों ले लिया है?
इसे सुनेंरोकेंअपमार्जक (Detergents): साबुन द्वारा कपड़ों की धुलाई में अधिक परिश्रम करना पड़ता है तथा कठोर जल के साथ यह कठिनाई और अधिक हो जाती है। इस कठिनाई को दूर करने के लिए रसायनशास्त्रियों ने अनेक प्रयास किए। अंततः वे साबुन से भिन्न प्रकार की सफाई करने वाले पदार्थ के निर्माण में सफल हुए
कृत्रिम अपमार्जक क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअजैव-निम्नीकृत अपमार्जक- इनमें उच्चतम शाखित हाइड्रोकार्बन श्रृंखला होती है, जिससे वे बैक्टीरिया द्वारा सरलता से निम्नीकृत नहीं होते हैं और ये जल प्रदूषण करते हैं। कठोर जल में कैल्सियम व मैग्नीशियम लवण होते हैं । अतः कठोर जल में पदार्थ अघुलनशील कैल्सियम व मैग्नीशियम साबुन में अवक्षेपित हो जाता है
साबुन कैसे बनता है नहाने वाला?
नहाने का साबुन बनाने की प्रक्रिया (Making process)
- सबसे पहले 50 किलोग्राम सोप नूडल्स को मिक्सर में डाल कर लगभग नूडल को टूटने के लिए छोड़ दें.
- कुछ समय के बाद इसमें स्टोन पाउडर डालें.
- स्टोन पाउडर देने के बाद साबुन में आवश्यकतानुसार रंग और परफ्यूम डालें.