औद्योगिक क्रांति के लिए कौन कौन सी परिस्थितियां अनुकूल थी?

औद्योगिक क्रांति के लिए कौन कौन सी परिस्थितियां अनुकूल थी?

इसे सुनेंरोकें18 वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के लिए इंग्लैंड की परिस्थितियां बहुत अनुकूल थी। समुद्र पार के व्यापार के द्वारा जिसमें दासों का व्यापार भी शामिल है। जिससे इंग्लैंड ज्यादा मुनाफा कमाने लगा और यूरोपीय देशों के व्यापार की होड़ में एक ऐसी शक्ति के रूप में उभरा जिसका कोई प्रतिबंध नहीं था।

औधोगिक क्रांति से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअट्ठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध तथा उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में कुछ पश्चिमी देशों के तकनीकी, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक स्थिति में काफी बड़ा बदलाव आया। इसे ही औद्योगिक क्रान्ति (Industrial Revolution) के नाम से जाना जाता है। यह सिलसिला प्रारम्भ होकर पूरे विश्व में फैल गया।

औद्योगिक क्रांति से ब्रिटिश लोगों के सामाजिक तथा आर्थिक जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक प्रभाव औद्योगिक क्रांति से नए सामाजिक वर्गों का उदय हुआ जैसे- मज़दूर एवं पूंजीपति। श्रमिकों में सामाजिक चेतना का उदय। संयुक्त परिवार के स्थान पर एकल परिवारों की संख्या में वृद्धि। श्रमिकों के शोषण से वर्ग-संघर्ष की शुरुआत।

वीडियो की क्रांति से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक-विज्ञान हरित क्रांति: भारत की नई कृषि नीति सन् 1967-68 में लागू की गई, जिसमें अधिक उपज देने वाले बीजों को बोया गया तथा कृषि की नई तकनीकों का प्रयोग किया गया, जिससे फसल उत्पादन में तीव्र वृद्धि हुई, इसे ही हरित क्रांति कहा जाता है।

क्रांति से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकें”क्रान्ति” शब्द का प्रयोग राजनीतिक क्षेत्र से बाहर घटित हुए विशाल परिवर्तनों की ओर संकेत करने के लिए भी किया जाता है। ऐसी क्रान्तियां प्रायः राजनीतिक प्रणाली की अपेक्षा समाज, संस्कृति, दर्शन और प्रौद्योगिकी में अधिक परिवर्तन लाने के लिए पहचानी जाती हैं, इन्हें प्रायः सामाजिक क्रान्ति के नाम से जाना जाता है।

यूरोप में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत के क्या कारण थे?

इसे सुनेंरोकेंऔपनिवेशिक क्षेत्रों के शोषण व दास व्यापार से पर्याप्त पूंजी उपलब्ध हो सकी। कृषि क्रांति से छोटे कृषक स्वतंत्र मजदूर में परिवर्तित हो गए जिससे सस्ता श्रम उपलब्ध हुआ। तकनीकी व वैज्ञानिक क्षेत्र में व्यापक विकास एवं नए-नए आविष्कार, जैसे- वाष्प इंजन, फ्लाइंग शटल, स्पिनिंग जेनी आदि ने औद्योगिक क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया

औद्योगिक क्रांति कब और कहां हुई?

इसे सुनेंरोकें18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध और उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में कुछ पश्चिमी देशों के तकनीकी, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिति में काफी बड़ा बदलाव आया. इसे ही औद्योगिक क्रान्ति के नाम से जाना जाता है. (1) औद्योगिक क्रांति की शुरुआत इंग्‍लैंड में हुई

औद्योगिक क्रांति से आप क्या समझते हैं वह पहले इंग्लैंड में ही क्यों आरंभ हुई?

इसे सुनेंरोकेंभूमिका: 18वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आर्थिक व तकनीकी क्षेत्र में हुए व्यापक परिवर्तनों के कारण घरेलू उत्पादन प्रणाली का स्थान कारखाना उत्पादन प्रणाली ने ले लिया। इन परिवर्तनों से आधुनिक व्यापार प्रणाली का विकास हुआ व उत्पादन और व्यापार में अप्रत्याशित वृद्धि हुई, जिसे औद्योगिक क्रांति की संज्ञा दी जाती है

औद्योगीकरण से आप क्या समझते हैं भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका क्या प्रभाव पड़ा?

इसे सुनेंरोकेंऔद्योगीकरण की प्रमुख विशेषता श्रम-विभाजन और विशिष्टीकरण है। औद्योगीकरण तीव्र गति से सस्ते और बड़े पैमाने के उत्पादन पर बल देता है। औद्योगीकरण के फलस्वरूप प्रति व्यक्ति आय और राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है, जो आर्थिक विकास की परिचायक है। औद्योगीकरण राष्ट्र के सामाजिक और आर्थिक ढाँचे में आमूल-चूल परिवर्तन करता है