नीम से क्या क्या बनाया जा सकता है?
इसे सुनेंरोकें६- नीम के द्वारा बनाया गया लेप बालो में लगाने से बाल स्वस्थ रहते हैं और कम झड़ते हैं। ८- नीम की पत्तियों के रस और शहद को २:१ के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।
मालाबार नीम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमालाबार नीम का पेड़ (Malabar Neem tree) यह मालाबार नीम का पेड़ है जो साधारण नीम से थोड़ा अलग होता है. इसकी खेती सभी तरह की मिट्टी में आसानी से की जा सकती है. इसके लिए ज्यादा पानी की भी आवश्यकता नहीं पड़ती ये कम पानी में ही अच्छे से ग्रो कर सकता है. इसका बीज मार्च व अप्रैल माह के दौरान बोना सबसे अच्छा माना जाता है
नीमा का खेती कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंजैविक खेती (Organic farming) में इसका सर्वाधिक उपयोग होता है। सबसे पहले एक बड़ी बाल्टी या टब लीजिए। उसमें नीम की सूखी फली (निम्बोलियां) डालें और फिर वेस्ट डीकम्पोज़र सॉल्यूशन (कचरा अपघटक) मिला दें। ध्यान रहे कि डीकम्पोज़र सॉल्यूशन खली के ऊपर तक भरा हो, ताकि वह उसे अच्छी तरह से सोख ले
नीम के पेड़ को विद्या क्यों कहते है?
इसे सुनेंरोकेंO O. उसके कारण आसपास की हवा शुद्ध रहती है वह अपने औषधीय गुणों से हमें स्वस्थ रखता है9 दिस॰ 2020
नीम के पत्तों को उबालकर पीने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंइसका एंटी-बैक्टीरियल गुण पेट के कीड़ों को खत्म करता है. प्रसव के दौरान होने वाली दर्द को कम करने के लिए नीम का पानी पीना फायदेमंद होता है. प्रसव के बाद भी इसका सेवन करने से खून साफ होता है और संक्रमण से बचाव होता है. नीम का पानी रोजाना पीने से मलेरिया, वायरल फीवर, फ्लू और अन्य संक्रामक रोग दूर हो सकते हैं
चंदन की लकड़ी का भाव क्या है?
इसे सुनेंरोकेंचंदन की लकड़ी को सबसे महंगी लकड़ी माना जाता है. इसका बाजार मूल्य करीब 26 हजार से 30 हजार रुपये प्रति किलो तक है. एक पेड़ से किसान को 15 से 20 किलो लकड़ी आराम से मिल जाता है. ऐसे में उसे एक पेड़ से 5 से 6 लाख रुपये तक आसानी से प्राप्त हो जाते हैं
महोगनी की लकड़ी की कीमत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवर्तमान में इसकी लकड़ी की कीमत 2000 से 5000 फीट तक है । इस प्रकार अपने जीवन काल में एक पेड़ लगभग 200000 रु. की आमदनी प्रदान करता है। पौधे की वृद्धि एवं उत्पादन इसके रखरखाव पर निर्भर करती है
नीम के पेड़ को बड़ा चिकित्सक क्यों कहा जाता है?
इसे सुनेंरोकेंयह औषधीय गुणों से भरपूर होता है, इसलिए आम जीवन में इसका खूब प्रयोग होता है. इसकी पत्तियों से लेकर इसके बीज तक सब कुछ अत्यंत उपयोगी होते हैं. त्वचा, पेट, आँखें और विषाणु जनित समस्याओं में इसका प्रयोग अद्भुत होता है. इसकी पत्तियाँ किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोक सकती हैं
नीम के पेड़ को बीमारियां भगाने वाला पेड़ क्यों कहा जाता है?
इसे सुनेंरोकेंआयुर्वेद में ‘नीम’ बेमिसाल औषधि मानी जाती है, क्योंकि नीम से हर तरह के रोगों का इलाज संभव है। नीम में एंटीबायोटिक तत्व भरपूर मात्रा में होता है, जो रोगों को दूर रखने का काम करता है। नीम स्वाद में कितना भी कड़वा हो लेकिन बीमारियों के लिए उतना ही लाभकारी होता है
नीम के पानी से बाल धोने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंनीम के पानी में नहाने से एक्ने, पिंपल और फुंसी इत्यादि जैसी समस्याएं भी नहीं होती। नीम के पानी में सिर धोने से डैंड्रफ और खुजली की समस्या से भी दूर रहा जा सकता है