कैंप 1 से कैंप 4 कितना दूर था तथा वहाँ से एवरेस्ट की दूरी कितने मीटर थी?
इसे सुनेंरोकेंकर्नल खुल्लर उस समय खुश हुए, जब रीता गोंबू तथा बचेंद्री पाल ने उन्हें अपने पहुँचने की सूचना दी क्योंकि कैंप-एक पर पँहुचने वाली केवल वे दो ही महिलाएँ थीं। अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा अंततः साउथ कोल पहुँच गए और 29 अप्रैल को 7900 मीटर पर उन्होंने कैंप-चार लगाया।
एवरेस्ट शिखर को लेखिका ने पहले कितनी बार देखा था *?
इसे सुनेंरोकें15-16 मई, 1984 को बुद्ध पूर्णिमा के दिन जब लेखिका ल्होत्से की बर्फीली सीधी ढलान पर नाइलॉन के बने तंबू के कैंप तीन में गहरी नींद में सोई हुई थी तभी रात में लगभग 12:30 बजे उसके सिर के पिछले हिस्से में एक ज़ोरदार धमाके के साथ कोई सख्त चीज टकराई। वह बर्फ का बड़ा विशालकाय पंज था
अभियान पूर्ण हो जाने पर अंगदोरजी की क्या प्रतिक्रिया थी एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा पाठ के आधार पर बताइए?
इसे सुनेंरोकेंलेखिका बचेंद्री पाल अंगदोरजी के साथ अभियान पर इसलिए चल पड़ी क्योंकि अंगदोरजी बिना आक्सीजन के चढ़ाई करने वाला था। इस कारण उसके पैर ठंडे पड़ जाते थे। वह ऊँचाई पर लंबे समय तक खुले में और रात्रि में शिखर कैंप पर नहीं जाना चाहता था। उसके साथ कोई और जाने को तैयार न था
एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा पाठ के आधार पर बताइए मई की रात को कैंप तीन में क्या घटना घटी और?
इसे सुनेंरोकेंउत्तरः 15-16 मई, 1984 को बुद्धपूर्णिमा के दिन जब लेखिका ल्होत्से की बर्फीली सीधी ढलान पर सुन्दर नाइलाॅन के बने तंबू के कैंप तीन में गहरी नींद में सोई हुई थी तभी रात में लगभग 12:30 बजे उसके सिर के पिछले हिस्से में एक जोरदार धमाके के साथ कोई सख्त चीज टकराई। वह बर्फ का बड़ा विशालकाय पुंज था।
शेरपा कुली की मृत्यु का कारण क्या था?
इसे सुनेंरोकेंखंभु हिमापात पर जाने वाले अभियान दल के रास्ते के बाईं तरफ सीधी पहाड़ी धसक गई थी। इस कारण ल्होत्से की ओर से एक बहुत बड़ी चट्टान नीचे खिसक आई थी, जिससे एक शेरपा कुली की मृत्यु हो गई थी।
लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय कैसे दिया?
इसे सुनेंरोकेंलेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय किस तरह दिया? उत्तर:- लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय यह कह कर दिया कि वह बिल्कुल ही नौसिखिया है और एवरेस्ट उसका पहला अभियान है
लेखिका को देखकर कौन हक्का बक्का रह गया?
इसे सुनेंरोकेंQuestion 4: की लेखिका को देखकर हक्का-बक्का क्यों रह गया? उत्तर: की को लेखिका की हिम्मत पर आश्चर्य हो रहा था। लेखिका को अभी ऊपर की चढ़ाई करनी थी लेकिन वह थकान की परवाह किये बिना अन्य साथियों की तलाश में नीचे आ गई थीं। लेखिका ने सबके लिए चाय भी बनाई थी।
एवरेस्ट शिखर पर लहराता प्लूम क्या था?
इसे सुनेंरोकेंलेखिका को सागरमाथा नाम अच्छा लगा क्योंकि सागर के पैर नदियाँ हैं तो सबसे ऊँची चोटी उसका माथा है और यह एक फूल की तरह दिखाई देता है, जैसे माथा हो। 3. लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा? लेखिका को एक बड़े भारी बर्फ़ का बड़ा फूल (प्लूम) पर्वत शिखर पर लहराता हुआ ध्वज जैसा लगा।
कितने शेरपा कुलियों में से एक की मृत्यु हो गई थी?
इसे सुनेंरोकेंसोलह शेरपा कुलियों के दल में से एक की मृत्यु हो गई और चार घायल हो गए थे।
अभियान दल के नेता कौन थे और उन्होंने बचेंद्री पाल और उनके साथियों को क्या समझाया?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- यह कथन अभियान दल के नेता कर्नल खुल्लर का है। उन्होंने शेरपा कुली की मृत्यु के समाचार के बाद कहा था। उन्होंने सदस्यों के उत्साहवर्धन करते हुए अभियान के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को वास्तविकता से परिचित करना चाहा। एवरेस्ट की चढ़ाई कोई आसान काम नहीं है, यह जोखिम भरा अभियान होता है