श्रव्य दृश्य सहायक सामग्री क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसहायक सामग्री का प्रयोग शिक्षक के लिए वांछनीय ही नहीं वरन् अनिवार्य भी है। श्रव्य-दृश्य- सामग्री, “वे साधन हैं, जिन्हें हम आँखों से देख सकते हैं, कानों से उनसे सम्बन्धित ध्वनि सुन सकते हैं। वे प्रक्रियायें जिनमें दृश्य तथा श्रव्य इन्द्रियाँ सक्रिय होकर भाग लेती हैं, श्रव्य-दृश्य साधन कहलाती हैं।
पाठ्य सामग्री क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपाठ को ठीक से समझाने के लिए शिक्षक जिन-जिन सामग्रियों का प्रयोग करता है वह शिक्षण सामग्री (instructional materials) या ‘शिक्षण-अधिगम सहायक सामग्री’ (टीचिंग-लर्निंग एड्स) कहलाती है। इसमें पाठ्यपुस्तक आदि परम्परागत सामग्रियाँ तो हैं ही, एनिमेशन (animation) आदि नयी सामग्री भी इसमें जुड़ गयी है।
वृत्त चित्र कौन सी सहायक सामग्री है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी वृत्त अर्थात समाचार या सत्य घटना पर आधारित फ़िल्म को वृत्तचित्र (डॉकुमेण्टरी फिल्म) कहते हैं। इसमें कलात्मकता, अभिनय और मनोरंजन के स्थान पर वृत्त के विषय और उद्देश्य पर अधिक ध्यान रखा जाता है।
इतिहास शिक्षण हेतु उपयोगी सहायक सामग्री कौन कौन सी है?
• शिक्षण अधिगम सामग्री के प्रकार (Types of TLM)
- श्रव्य सहायक सामग्री – मौखिक उदाहरण, रेडियो, टेप रिकॉर्डर, ग्रामोफोन आदि।
- दृश्य सहायक सामग्री – श्यामपट्ट, बुलेटिन बोर्ड, फ्लेनील बोर्ड, मानचित्र, ग्लोब, चित्र, रेखाचित्र, कार्टून, मॉडल, पोस्टर, सलाइड्स, फिल्म स्ट्रिप्स आदि।
पाठ्य पुस्तक से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंपाठ्यपुस्तक textbook का अर्थ हैं – पाठ्य+पुस्तक अर्थात पाठ से संबंधित जो पुस्तकें होती हैं उन्हें पाठ्यपुस्तक कहते हैं। यह अध्यापक का मार्गदर्शन करने का कार्य करती है और इसके द्वारा छात्रों में स्वाध्याय प्रणाली का विकास होता हैं। पाठ्यपुस्तक द्वारा किसी क्षेत्र विशेष की गतिविधियों को एकजुट कर पाना संभव हो पाता हैं।
शिक्षण सामग्री की शिक्षा में क्या भूमिका है?
इसे सुनेंरोकेंपिछड़े बालकों को सहायता:- शिक्षण सामग्री द्वारा पढ़ने से पिछड़े बालकों को सीखने का सहायता मिलती है। निरीक्षण शक्ति का विकास:- शिक्षण सामग्री द्वारा पढ़ने से बच्चों में निरीक्षक शक्ति का विकास होता है। विद्यार्थियों को सक्रिय बनाने में सहायक :- शिक्षा सामग्री द्वारा पढ़ने से विद्यार्थी कक्षा में सक्रिय रहते हैं।