एक्स रे का कोर्स कितने साल का होता है?

एक्स रे का कोर्स कितने साल का होता है?

इसे सुनेंरोकेंसर्टिफिकेट कोर्स की अवधि एक साल, डिप्लोमा कोर्स की अवधि 2 साल और बैचलर डिग्री कोर्स की अवधि 3 साल तक होती है. एक्स रे टेक्नीशियन के तौर पर करियर: मेडिकल फील्ड में एक्स रे टेक्नीशियन की एक खास भूमिका होती है. इसीलिए एक्स रे टेक्नीशियन का कोर्स इन दिनों काफी पॉपुलर है

रेडियोलाजिस्ट कैसे बने?

इसे सुनेंरोकेंसाइंस से 12वीं करने के बाद एक रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए आप रेडियोलॉजी में बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc), रेडियोलॉजी में मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc) भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं इसके साथ-साथ आप रेडियोलॉजी में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट भी कर सकते हैं। इसके लिए आप विभिन्न प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं

डिप्लोमा इन क्ष रे टेक्नोलॉजी क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएक X Ray Technician का मुख्य कार्य एक्स रे आदि करते समय रेडियोएक्टिव किरणों से मरीज और आसपास के लोगों का बचाव करना होता है। अन्य कार्य है रेडियोग्राफिक उपकरणों एवं मशीनों की देखभाल करना। इसके अलावा X Ray Technician के पास मरीज को समझने की क्षमता, हार्डवर्किंग, सतर्कता और धैर्य का होना भी आवश्यक है।

असिस्टेंट रेडियोग्राफर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंRajasthan Radiographer Recruitment 2021 राजस्थान सरकार ने रेडियोग्राफर (Rajasthan AssistantRadiographer) Rajasthan Radiographer Notification 2021 के 1058 पदों के लिए भर्ती निकाली हैं | यह बेरोजगार उम्मीदवारो के लिए सुनहरा मौका है, राजस्थान रेडियोग्राफर भर्ती 2021 के लिए योग्य उम्मीद्वार आवेदन करने तिथि के पहले तक आवेदन ..

बीएससी नर्सिंग कोर्स क्या है?

इसे सुनेंरोकेंबैचलर ऑफ़ साइंस इन नर्सिंग (नर्सिंग में विज्ञान स्नातक) जिसे आमतौर पर बीएससी नर्सिंग के रूप में जाना जाता है, चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में 4 साल का स्नातक पाठ्यक्रम है। नर्सिंग लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र के साथ काम करने और जरूरतमंद लोगों की मदद करने और उनकी सेवा करने का अवसर प्रदान करती है

कैसे भारत में एक रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए?

इसे सुनेंरोकेंएक सफल व कुशल रेडियोलॉजिस्ट के लिए चिकित्सा और साथ ही तकनीकी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त होनी चाहिए। कुशल कम्प्यूटर कौशल, सकारात्मक दृष्टिकोण, समर्पण संग सेवाभाव, बेहतरीन और धाराप्रवाह संचार कौशल का ज्ञान होना जरूरी है क्योंकि उसे एक टीम के रूप में काम करना होता है। रेडियोलॉजिस्ट में टीम भावना का होना अहम है