राष्ट्रवाद से क्या आशय है स्पष्ट करें?
इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रवाद (nationalism) यह विश्वास है कि लोगों का एक समूह इतिहास, परंपरा, भाषा, जातीयता या जातिवाद और संस्कृति के आधार पर खुद को विभाजित करता है। राष्ट्रवाद के आधार पर बना राष्ट्र कल्पना में तब तक बना रहता है जब तक कि वह राष्ट्र-राज्य में तब्दील नहीं हो जाता।
हखामनी वंश का संस्थापक कौन था?
इसे सुनेंरोकेंदारा प्रथम या डेरियस प्रथम (पुरानी फ़ारसी: Dārayava(h)uš, नव फ़ारसी भाषा: داریوش दरायुस; हिब्रू: דָּֽרְיָוֶשׁ, दारायावेस; c. 550–486 ईसा पूर्व) प्राचीन ईरान के हख़ामनी वंश का प्रसिद्ध शासक था जिसे इतिहास में धार्मिक सहिष्णुता तथा अपने शिलालेखों के लिए जाना जाता है।
भारतीय राष्ट्रवाद से क्या अभिप्राय है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय राष्ट्रवाद अपने समकालीन यूरोप के राष्ट्रवाद से नितान्त भिन्न था। भारत में राष्ट्रवाद की भावना का उदय 19वीं सदी के उत्तरार्ध के दौरान हुआ। भारतीय राष्ट्रवाद का विचार दोहरे विरोध की भावना पर आधारित था। एक था, ब्रिटिश उपनिवेशवादी शासन का विरोध और दूसरा था, भारत के लोगों की एकता।
राष्ट्रवाद से आप क्या समझते हैं *?
इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रवाद (nationalism) लोगों के किसी समूह की उस आस्था का नाम है जिसके तहत वे ख़ुद को साझा इतिहास, परम्परा, भाषा, जातीयता या जातिवाद और संस्कृति के आधार पर एकजुट मानते हैं। राष्ट्रवाद के आधार पर बना राष्ट्र उस समय तक कल्पनाओं में ही रहता है जब तक उसे एक राष्ट्र-राज्य का रूप नहीं दे दिया जाता
भारतीय राष्ट्रवाद के उदय का सबसे प्रमुख कारण क्या था?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय राष्ट्रवाद कुछ सीमा तक उपनिवेशवादी नीतियों तथा उन नीतियों से उत्पन्न भारतीय प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप ही उभरा था. पाश्चात्य शिक्षा का विस्तार, मध्यवर्ग का उदय, रेलवे का विस्तार तथा सामाजिक-धार्मिक आन्दोलनों ने राष्ट्रवाद की भावना के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई
भारत में राष्ट्रवाद कब हुआ था?
इसे सुनेंरोकेंभारत में राष्ट्रवाद की शुरुआत 19वीं शताब्दी से शुरू हुई थी
छठी शताब्दी ईसा पूर्व भारत में आक्रमण करने वाला पहला ईरानी शासक कौन था?
इसे सुनेंरोकें550–330 ईसा पूर्व), जिसे प्रथम फ़ारसी साम्राज्य भी कहा जाता है, पश्चिमी एशिया में स्थापित एक प्राचीन ईरानी साम्राज्य था। साइरस महान।
भारत पर आक्रमण करने वाला पहला ईरानी शासक कौन था?
इसे सुनेंरोकेंपारसी(ईरानी) आक्रमण भारत पर पहला विदेशी आक्रमण करने का असफल प्रयास 550 ईसा पूर्व में ईरान के सम्राट सायरस द्वारा किया गया । ईरान के राजा कुरूष(साइरस) के उत्तराधिकारी डेरियस प्रथम(दारा-1) ने 516 ई.