पारले जी बिस्किट के ऊपर फोटो किसका है?
इसे सुनेंरोकेंइसकी एक वजह ये भी है कि पारले जी गर्ल से तुलना करते हुए हमेशा सुधा मूर्ति की वर्तमान तस्वीर लगाई जाती है, न कि नीरू देशपांडे की. मीडिया में कहीं भी नीरू नाम की इस महिला की तस्वीर नहीं है. हर जगह सुधा मूर्ति की ही फोटो लगी हुई है
पारले जी बिस्कुट में लड़की कौन है?
इसे सुनेंरोकेंपार्ले जी के कवर पर आने वाली लड़की नहीं बल्कि ये फोटो इंफोसिस चेयरपर्सन सुधा मूर्ति की है
पारले कंपनी का मालिक कौन है?
मोहनलाल दयाल चौहान
पार्ले प्रोडक्ट्स/संस्थापक
बिस्कुट के पैकेट पर आपको कौन सा लोगो या निशान देखना होगा?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर : शहद की बोतल खरीदते समय हम एगमार्क(Agmark) का चिन्ह तथा एक बिस्किट का पैकेट खरीदते समय बी. आई . एस (B.I.S) का चिन्ह देखेंगे क्योंकि इन चिन्हों के माध्यम से ही हमें उन उत्पादों की गुणवत्ता का पता चलता है । इससे हमें वस्तु की गुणवत्ता के विषय में कोई संदेह नहीं रहेगा
पारले जी बिस्कुट कितने साल पुराना है?
इसे सुनेंरोकेंये बिस्किट बेहद ही सस्ता है उतना ही स्वादिष्ट है. आइए जानते हैं इसका इतिहास: पारले जी का इतिहास 82 साल पुराना है. इसकी शुरुआत मुंबई के विले पारले इलाके में एक बंद पड़ी पुरानी फैक्ट्री से हुई.
पारले जी बिस्कुट में क्या क्या पड़ता है?
इसे सुनेंरोकेंपारले जी बिस्कुट बनाने के चाहिए व्हीट फ्लोर, शक्कर और एडिबल ऑयल। सबसे पहले व्हीट फ्लोर और शुगर को छानकर अलग कर लिया जाता है। उसके बाद एक टैंक में व्हीट फ्लोर, पानी, ऑयल और शुगर को मिक्स किया जाता है। बड़ी बड़ी मशीनों के द्वारा ये मिक्चर मात्र 90 सेकेंड में बनकर तैयार हो जाता है
नीरू देशपांडे कौन थे?
इसे सुनेंरोकेंफेसबुक पर दी जा रही जानकारी के अनुसार- उनका नाम है नीरू देशपाण्डेय। नीरू देशपाण्डेय ने पारले जी के लिए मॉडलिंग कर तस्वीर दी थी, जो आज तक पारले की पहचान है। बताया जाता है कि वे नागपुर से हैं व जब उन्होंने यह तस्वीर दी थी, तब वे 4 साल 3 महीने की थीं
पारले जी बिस्कुट कब बना था?
इसे सुनेंरोकेंइस फैक्ट्री के शुरू होने के 10 साल बाद 1939 में यहां बिस्किट बनाने का काम शुरू किया गया. साल 1939 में इन्होंने परिवार के इस बिजनेस को ऑफिशियल नाम दिया. पारले प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बड़े पैमाने पर बिस्किट बनाया जाने लगा.
परले ग बिस्कुट कहाँ की कंपनी है?
इसे सुनेंरोकेंमुंबई के उपनगर विले ‘पारले जी’ (पूर्व) में मिठाइयों तथा टॉफियों (जैसे कि मेलोडी, कच्चा मैंगो बाईट आदि) के उत्पादन के लिए एक छोटे कारखाने को स्थापित किया गया। एक दशक बाद वहां बिस्कुट का उत्पादन भी शुरू कर दिया गया जिसके बाद से बढ़कर यह भारत की सबसे बड़ी खाद्य उत्पाद कंपनियों से एक हो गई