खारे पानी को पीने योग्य कैसे बनाएं?
इसे सुनेंरोकेंजमीन के अंदर दो पाइप डाले जाते हैं एक खारे पानी को मीठा बनाकर निकालने के लिए दूसरा बर्बाद पानी को वापस जमीन के अंदर पहुंचाने के लिए। खारे पानी को मीठा बनाने के लिए हाई क्वॉलिटी की एक मेंब्रेन लगाई जाती है जिसकी गुणवत्ता आरओ सिस्टम से भी अच्छी होती है। मोटर चलाने पर मशीन खारे पानी को मीठा बनाती है
खारे पानी में कौन सी मछली रहती है?
इसे सुनेंरोकेंइस काम में सरकार भी उनकी मदद कर रही है। जहां खारा पानी है, वहां झींगा मछली पालन किया जा सकता है। एक हेक्टेयर में प्रति वर्ष 10 टन झींगा मछली का उत्पादन किया जा सकता है और इस मछली की बाजार में भी बहुत डिमांड है और दिल्ली व पानीपत बाजार में आसानी से 400 से 500 रुपये किलो भाव किसान को मिल जाता है
खारे पानी में क्या उपस्थित रहता है?
इसे सुनेंरोकेंखारा जल अथवा नमकीन पानी प्रकृति में पाए जाने वाले नमक युक्त जल को कहते हैं। सामान्यतः जल में घुले नमक में सोडियम क्लोराइड की प्रधानता होती है लेकिन अन्य लवण भी महत्वपूर्ण होते हैं। पानी में घुले नमक की मात्रा को लवणता कहते हैं और यह सामन्यतः ग्राम/किलोग्राम जल या अंश प्रतिहजार (‰) के रूप में व्यक्त की जाती है।
झींगा मछली पालन कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंझींगा पालन कैसे शुरू करें झींगा पालन शुरू करने के लिए 1,500 वर्ग फुट का क्षेत्र काफी अच्छा है. झींगे की खेती के लिए 8 x 8 फीट आयाम वाला एक तालाब तैयार करें जिसकी गहराई लगभग 5 फीट गहरी होनी चाहिए. शुरुआत में इसमें प्रति एकड़ तालाब में 75000 रुपए की लागत आयगी. फिर लगभग 8 से 9 महीनों में झींगा मछली तैयार हो जाती है
खारे पानी से क्या क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंखारे पानी में नाइट्रेट भी हो सकता है, पानी परीक्षण कराने पर यदि एक मिली तुल्यांक प्रति लीटर नाइट्रेट है तो प्रति सिचाई एक एकड़ में चार किलो नाइट्रोजन मिल जाती है। ऐसे खारे पानी में यदि गेहूं बोया गया है तो पांच सिंचाईयों में 20 किलो नाइट्रोजन की बचत की जा सकती है
खारे पानी को शुद्ध पानी में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंसमुद्री या खारे पानी को लवणों से मुक्त करने की प्रक्रिया डिसेलिनेशन कहलाती है। यह उन कई प्रक्रियाओं को संदर्भित करता है जो पानी से नमक तथा अन्य खनिजों को अलग करती है और उसे पीने लायक बनाती हैं।
समुद्र का पानी पीने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंमनुष्य अगर बहुत खारा पानी पिए तो शरीर में नमक जमते जाने के कारण धीरे-धीरे डीहाइड्रेशन का शिकार हो जाएगा। वहीं, समुद्री जीव खास किडनी के कारण इस परेशानी से बचे रहते हैं। बहुत से विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि समुद्री जीव खारे पानी का सेवन कभी-कभार ही करते हैं।