पेशियां कितने प्रकार की होती हैं?
इसे सुनेंरोकेंपेशियांं रेखित, अरेखित एवं हृदय तीन प्रकार की होती हैं। मनुष्य के शरीर में 40 प्रतिशत भाग पेशियों का होता है। मानव शरीर में 639 मांसपेशियां पाई जाती हैं। इनमें से 400 पेशियाँ रेखित होती है।
पेशी संकुचन में कौन सी घटनाएं होती हैं?
इसे सुनेंरोकेंजब पेशी संकुचन करती है तब खिंचाव होता है और जिस अस्थि पर उसका चेष्टाबिंदु होता है वह खिच कर दूसरी अस्थि के पास या उससे दूर चली जाती है। यह पेशी की स्थिति पर निर्भर करता है, किंतु संकुचन का रूप, अर्थात् पेशीसूत्रों में होनेवाले रासायनिक तथा विद्युत्परिवर्तनों या क्रियाओं का रूप, एक समान होता है।
हमारे पेशियों में अकड़न कैसे आ जाती है?
इसे सुनेंरोकेंकैल्शियम या मैग्नीशियम की कमी नसों और मांसपेशियों को उत्तेजित करती है जो क्रैम्प का प्रमुख कारण है। ऐसा अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान, बार-बार उल्टियां होने या विटामिन-डी की कमी से होता है। कम मात्रा में पोटेशियम : रक्त में पोटेशियम की कमी से भी मांसपेशियों में कै्रम्प आते हैं
पेशी प्रोटीन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपेशी ऊतक, लम्बी कोशिकाओं से बने होते हैं जिन्हें पेशी तंतु कहते हैं। पेशी ऊतकों के कारण ही हमारे शरीर में गति सम्भव हो पाती है। पेशियों में विशेष प्रकार की प्रोटीन होती है जिसे संकुचनशील प्रोटीन (contractile protein) कहते हैं। इसी के संकुचन और शिथिलन (relax) से गति उत्पन्न होती है।
गर्भाशय में कौन सी पेशी पाई जाती है?
इसे सुनेंरोकेंगर्भाशय की मांसपेशिया इसका वितरण दो प्रकार से है। पहले वितरन के अनुसार लम्बी मांसपेशियां और दूसरे को घुमावदार मांसपेशियां कहते है। गर्भावस्था में गर्भाशय का विस्तरण तथा बच्चे के जन्म के समय लम्बी मांसपेशियां प्रमुख रूप से कार्य करती है।
मांसपेशियों के क्या कार्य है?
इसे सुनेंरोकेंमांसपेशियों के काम के रूप में, वे ऊर्जा का उपयोग भी करते हैं और एक महत्वपूर्ण उपोत्पाद, गर्मी पैदा करते हैं। वास्तव में, मांसपेशियों को आपकी गर्मी का लगभग 85% प्रदान होता है, जो हृदय और रक्त वाहिकाओं को रक्त के माध्यम से पूरे शरीर में समान रूप से फैलता है।
मांसपेशियां हमारे शरीर के लिए क्यों जरूरी है बताइए?
इसे सुनेंरोकेंहमें स्वस्थ रखने में शरीर के अन्य हिस्सों और अंगों की ही तरह मांसपेशियां भी बड़ी भूमिका निभाती हैं। मांसपेशियां स्वस्थ हों तो आपका शरीर मजबूत बना रहता है, आप अपने रोजमर्रा के हर काम आसानी से कर पाते हैं। मांसपेशियां मजबूत होने से हमारे शरीर के जॉइंट्स यानी हड्डियों के जोड़ भी अच्छी हालत में रहते हैं