विद्यालयों में दोपहर के भोजन की योजना का क्या लक्ष्य है?

विद्यालयों में दोपहर के भोजन की योजना का क्या लक्ष्य है?

इसे सुनेंरोकेंमिड-डे-मील योजना 1995 में शुरू की गई थी, जिसका लक्ष्य प्राथमिक स्कूल के छात्रों को कम से कम एक बार पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना था. इसके तहत अभी तक सरकारी और सह-सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से लेकर कक्षा 8 तक के छात्रों का दोपहर में गर्म भोजन दिया जाता था

मिड डे मील योजना भारत में कब लागू हुई?

इसे सुनेंरोकेंमध्याह्‌न भोजन स्कीम देश के 2408 ब्लॉकों में एक केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम के रूप में 15 अगस्त, 1995 को आरंभ की गई थी। वर्ष 1997-98 तक यह कार्यक्रम देश के सभी ब्लाकों में आरंभ कर दिया गया। वर्ष 2003 में इसका विस्तार शिक्षा गारंटी केन्द्रों और वैकल्पिक व नवाचारी शिक्षा केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों तक कर दिया गया।

दोपहर के भोजन मिड डे मील कार्यक्रम की योजना का मुख्य लक्ष्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमिड डे मील मीनू 2021 (मध्याह्न भोजन योजना मेन्यू) (Food Menu) मिड डे मील योजना का मकसद बच्चों को पोषण भरा खाना देना है ताकि उनका विकास अच्छे से हो सके. गाइडलाइन के मुताबिक कक्षा एक से पांच तक के हर बच्चे को दिए जानेवाले खाने में कैलोरी की मात्रा 450 और प्रोटीन (ग्राम में) की मात्रा 12 तक होनी चाहिए

भारत का वह कौन सा प्रदेश है जिसने सबसे पहले मिड डे मील योजना 2001 में शुरू की?

इसे सुनेंरोकेंमिड डे मील स्कीम कब और क्यों शुरू हुई केंद्र की तरफ से यह योजना 1995 में शुरू हुई. इससे पहले, पका हुआ भोजन देने में तमिलनाडु सबसे आगे रहा – तब के वहां के मुख्यमंत्री MGR, जगहसाई और निंदा के बावजूद डटे रहे और सब अड़चनों को सुलझाने पर ध्यान दिया

कैसे एमडीएम नंबर बदलने के लिए?

मिड डे मील से संबंधित SMS

  1. 15544 नंबर पर प्रतिदिन sms करना है भेजने का तरीका… A. यदि पोषाहार विद्यालय में बना है तो…
  2. मोबाइल no बदलने के लिए… MDM P Old number New number. इसे रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर से 15544 पर Send करें।
  3. प्रत्येक माह की 1 तारीख को…

रसोइया का मानदेय कब तक आएगा?

इसे सुनेंरोकेंयाचिका में कहा गया है कि रसोइयों को प्रतिमाह एक हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मिड डे मील योजना के तहत रसोइयों की मानदेय पर नियुक्ति की गई है। इससे पहले विशेष सचिव बेसिक ने हलफनामा दाखिल कर बताया कि मानदेय बढ़ाकर दो हजार रुपये किया जा रहा है

मध्यान भोजन योजना शुरू करने वाला भारत का पहला राज्य कौन सा था?

इसे सुनेंरोकेंMid Day Meal : घर-घर मिड डे मील पहुंचाने में मध्यप्रदेश बना देश का पहला राज्य आधिकारिक जानकारी के अनुसार अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार की समीक्षा बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन राशन पहुँचाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।