सहजन की पत्ती कैसे खाएं?
इसे सुनेंरोकेंआप सहजन की पत्तियों की सब्जी बना सकते हैं या आप इसे सांभर में भी उपयोग कर सकते हैं। आप सहजन को काटकर उसका उपयोग सूप में भी कर सकते हैं। डॉक्टरी सलाह से सहजन की पत्तियों की टैबलेट का भी सेवन कर सकते हैं। सहजन की पत्तियों और फूल को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर सलाद, सूप और सब्जी में उसका उपयोग भी कर सकते हैं
सहजन के पत्ते पीने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंसहजन की पत्तियों के अर्क में मधुमेह विरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिस वजह से ये मधुमेह रोगी के लक्षणों को कम करने में सहायक होती हैं. ये इंसुलिन के स्तर और संवेदनशीलता को भी बढ़ा सकती हैं जिससे मधुमेह रोगी को फायदा मिलता है. सहजन की पत्तियों के फायदे आपके दिल को खराब कोलेस्ट्रॉल के प्रभाव से बचा सकते हैं
सहजन की चाय कैसे बनाएं?
इसे सुनेंरोकेंऐसे बनाएं सहजन की चाय इसके लिए आप सहजन की पत्तियों को धोकर धूप में सुखा लेना है। फिर इन सूखी पत्तियों को पीस लें, आप ग्राइंडर की मदद ले सकती हैं। तो यह आपका टी पाउडर तैयार है। आप इसे एयर टाइट कंटेनर में रखकर महीनों इस्तेमाल कर सकती हैं
सहजन की सब्जी खाने से क्या फायदा मिलता है?
सहजन का सूप पीने के फायदे:
- सहजन के सूप के नियमित सेवन से सेक्सुअल हेल्थ बेहतर होती है.
- सहजन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मददगार है.
- सहजन का सूप पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाने का काम करता है.
- अस्थमा की शिकायत होने पर भी सहजन का सूप पीना फायदेमंद होता है.
सहजन के पत्तों का उपयोग कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंसहजन की पत्तियों में आयरन, रेशा, विटामिन ए एवं प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। अतः पत्ती को सुखाने के उपरान्त पाउडर बनाकर उसे फलों एवं सब्जियों के पौष्टिक जूस बनाना। सहजन की पत्तियों के पाउडर को सलाद में नमक व सलाद मशाला के साथ प्रयोग करें। सहजन की फलियों का सांभर एवं सब्जी के रूप में प्रयोग करना।
मुनगा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसहजन (Drumstick tree ; वानस्पतिक नाम : “मोरिंगा ओलिफेरा” (Moringa oleifera) ) एक बहु उपयोगी पेड़ है। इसे हिन्दी में सहजना, सुजना, सेंजन और मुनगा आदि नामों से भी जाना जाता है। इस पेड़ के विभिन्न भाग अनेकानेक पोषक तत्वों से भरपूर पाये गये हैं इसलिये इसके विभिन्न भागों का विविध प्रकार से उपयोग किया जाता है।
मुनगा की पत्ती खाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंमुनगा या मुनगे की पत्तियों का सेवनकरने से पेट से संबंधी समस्याओं दूर होती है। मुनगा का सेवन करने से पेट दर्द और अल्सर से बचाव किया जा सकता है। इसमें मौजूद गुण अल्सर के जोखिम से बचाव करने में हमारी मदद करते हैं। एनीमिया को करता है दूर मुनगा एनीमिया जैसी बीमारी को भी दूर करने में मदद करता है
सहजन के पत्ते का उपयोग कैसे करें?
सहजन में कौन कौन सी विटामिन होती है?
इसे सुनेंरोकेंविटामिन C,A और कैल्शियम से भरपूर- मोरिंगा में सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ साइकोथेरेपी रिसर्च में ये जानकारी सामने आई है कि मोरिंगा में संतरे की तुलना में सात गुना ज्यादा विटामिन C पाया जाता है और गाजर की तुलना में 10 गुना ज्यादा विटामिन A पाया जाता है
सहजन खाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंसहजन की सब्जी खाने से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी कटकर निकल जाती है. सहजन की जड़ की छाल का काढा सेंधा नमक और हिंग डालकर पीने से पित्ताशय की पथरी में लाभ होता है. सहजन की फली वात व उदरशूल में पत्ती नेत्ररोग, मोच ,शियाटिका ,गठिया में उपयोगी है. सहजन की जड़ दमा, जलोधर, पथरी,प्लीहा रोग के लिए उपयोगी है
ड्रमस्टिक खाने के क्या क्या फायदे हैं?
इसे सुनेंरोकेंऔषधीय गुणों से भरपूर इसमें 92 तरह के मल्टीविटांमिंस, 46 तरह के एंटी ऑक्सीडेंट, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह का एमिनो एसिड मिलता है। चारे के तौर पर इसकी पत्तियों के प्रयोग से पशुओं में डेढ़ गुना और वजन में एक तिहाई से अधिक की वृद्धि होती है
मुनगा के पत्ते खाने से क्या होता है?